बरेली में 3124 की जांच में 254 संदिग्ध मिले: पुलिस रोहिंग्या बांग्लादेशी नागरिकों की कर रही है जांच – Bareilly News h3>
योगी सरकार के निर्देश के बाद बरेली पुलिस इन दिनों रोहिंग्या बांग्लादेशी नागरिकों की जांच पड़ताल कर रही है। 15 दिन के इस अभियान में सभी थाने पर दो दो टीमें लगाई गई है। जो सड़क किनारे झुग्गी झोपड़ी डालकर लोग रहते है उनकी जांच कर रही है। इसके अलावा कुछ
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- 26 मई को 750 लोगों की जांच की गई और 45 संदिग्ध रोहिंग्या बांग्लादेशी पाए गए
- 27 मई को 818 लोगों की जांच की गई, जिसमें 51 संदिग्ध रोहिंग्या बांग्लादेशी पाए गए
- 28 मई को 1000 लोगों की जांच की गई और 71 संदिग्ध रोहिंग्या बांग्लादेशी पाए गए
- 29 मई को 553 लोगों की जांच की गई और 51 संदिग्ध रोहिंग्या बांग्लादेशी पाए गए
- 30 मई को 678 लोगों की जांच की गई और 36 संदिग्ध रोहिंग्या बांग्लादेशी पाए गए
- अब तक 3124 लोगों की जांच हो चुकी है जिसमें 254 संदिग्ध लोग पाए गए है।
15 दिन तक चलेगा बांग्लादेशियों पर बरेली पुलिस का सख्त एक्शन
बरेली में चोरी-छिपे रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की अब खैर नहीं। SSP अनुराग आर्य के निर्देश पर सोमवार से जिले में 15 दिन का सघन अभियान शुरू हो गया है। इस दौरान हर थाने की टीम सुबह 8 से 11 बजे तक अपने क्षेत्र में घूमकर उन लोगों की तलाश करेगी जो अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं। जिन पर शक होगा, उनका सत्यापन कराया जाएगा और अगर पुष्टि होती है कि वे विदेशी हैं तो उन्हें बॉर्डर पार छोड़ा जाएगा।
दिन में 3 घंटे का ऑपरेशन, हर संदिग्ध की होगी गहराई से जांच
टीमें रोजाना सुबह 8 बजे से 11 बजे तक फील्ड में रहेंगी और झुग्गी-झोंपड़ियों, टेंट, डेरे और सड़क किनारे रहने वाले लोगों की कुंडली तैयार करेंगी। हर संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियां, उसके पास मौजूद कागजात, उसके रोजगार और रहने के तरीके की गहराई से पड़ताल होगी।
अवैध तरीके से रह रहे लोग पहुंचेंगे डिटेंशन सेंटर
जिन लोगों पर शक होगा, उन्हें अस्थायी रूप से एक डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा। वहां उनका फुल वेरिफिकेशन किया जाएगा। अगर वे बांग्लादेशी या रोहिंग्या निकले, तो उन्हें भारत से बाहर कर दिया जाएगा। अभियान के बाद पूरे जिले का डेटा तैयार कर 11 जून तक SSP को सौंपा जाएगा।
पहलगाम हमले के बाद की गई थी पाकिस्तानी नागरिकों की सफाई
SSP ने इस तरह का एक्शन पहले भी लिया था, जब पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों की जांच कर उन्हें देश से बाहर किया गया था। अब उसी तर्ज पर बांग्लादेशी, रोहिंग्या और असमिया मूल के लोगों की जांच हो रही है जो झुग्गियों में रह रहे हैं और पहचान छिपाकर भारत में टिके हुए हैं।
SSP बोले – बनवाए फर्जी डॉक्युमेंट तो रद्द होंगे सारे पेपर
SSP अनुराग आर्य ने कहा है कि अगर किसी ने राशन कार्ड, वोटर आईडी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, शस्त्र लाइसेंस या पासपोर्ट जैसे डॉक्युमेंट फर्जी तरीके से बनवाए हैं, तो संबंधित विभागों को पत्र भेजकर उन्हें कैंसिल कराया जाएगा। साथ ही जो बिचौलिए और कर्मचारी इसमें शामिल पाए जाएंगे, उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दलाल से लेकर अफसर तक आएंगे एक्शन की जद में
फर्जी दस्तावेज दिलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ भी एक्शन होगा। SSP ने कहा है कि चाहे वह कोई दलाल हो या फिर सरकारी कर्मचारी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
फिंगर प्रिंट लेकर भेजे जाएंगे फिंगर प्रिंट ब्यूरो
जांच के दौरान जिन संदिग्धों को पकड़ा जाएगा, उनका फिंगर प्रिंट लिया जाएगा और राज्य फिंगर प्रिंट ब्यूरो को भेजा जाएगा। इसके साथ ही एक कंप्यूटराइज्ड डेटाबेस तैयार किया जाएगा ताकि भविष्य में इनकी पहचान और ट्रैकिंग आसान हो सके।
एलआईयू की टीम भी एक्टिव, रोजगार के जरिए खंगालेगी कनेक्शन
सिर्फ झुग्गियों में रह रहे लोगों पर ही नहीं, बल्कि एलआईयू की टीम उन सभी लोगों की जांच करेगी जो ई-रिक्शा चलाते हैं, मीट फैक्ट्री या दुकान में काम करते हैं, कूड़ा बीनते हैं या फिर सफाई का काम करते हैं। कई बार ये लोग पहचान छिपाकर आम जिंदगी में घुल-मिल जाते हैं।
पुलिस इन 8 बिंदुओं पर करेगी कड़ाई से जांच
- कौन व्यक्ति बाहर से आकर यहां रह रहा है
- कौन अस्थाई है और कौन स्थाई
- अकेला है या परिवार सहित
- क्यों रह रहा है और क्या करता है
- थाना क्षेत्र में कोई नया अजनबी तो नहीं
- गतिविधियां संदिग्ध तो नहीं
- सड़क, रेलवे लाइन, नदी किनारे रहने वाले
- टेंट, डेरे, झुग्गियों में रहने वालों की पहचान
SSP ने दिए आदेश – 11 जून तक सौंपा जाए मिशन का पूरा डेटा
SSP अनुराग आर्य ने सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट आदेश दिए हैं कि पूरे अभियान का डेली डेटा रिकॉर्ड किया जाए और 11 जून तक उनकी रिपोर्ट ऑफिस में जमा हो जाए। इसके बाद सभी की भूमिका का आकलन किया जाएगा।
घुसपैठियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
“बांग्लादेशी और रोहिंग्या के खिलाफ 15 दिन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। हर थाना स्तर पर टीमें गठित की गई हैं जो सुबह और रात 8 से 11 बजे तक जानकारी जुटाकर सत्यापन करेंगी। जिनकी पहचान संदिग्ध पाई जाएगी, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।” – अनुराग आर्य, SSP बरेली