बरसात में वार्ड- 12 के मोहल्लों में होता गहरा जलजमाव, घर छोड़ने की बनती मजबूरी h3>
सीतामढ़ी। शहर के मुख्य बाजार स्थित वार्ड-12 के मोहल्लों में बरसात के समय सड़क से लेकर घर तक गहरा जलजमाव रहता है। उक्त वार्ड में सिंह कॉलोनी, पं.रघुनाथ झा कॉलेज, चाणक्यपुरी, मेला रोड, हनुमान कॉलनी, लोहिया नगर व रिंग बांध का पश्चिमी हिस्सा आता है। यहां रिंग बांध के बाहर खुले मैदान में बड़ी-बड़ी इमारत व घरों की संख्या बढ़ने के कारण रिंग बांध का सभी स्लूइस गेट जाम हो गया है। इस कारण रिंग बांध के अन्दर के मोहल्लों का पानी निकासी नहीं हो पाता है। रधुनाथ झा कॉलेज व सिंह कॉलोनी में बारिश का पानी सड़क से लेकर लोगों के घरों तक घुसा रहता है। जिसके बाद निगम प्रशासन द्वारा पंप सेट से पानी की निकासी मेन रोड के नाले होकर करवाया जाता है। लगातार बारिश होने पर लोगों की समस्या बनी रहती है। पूरे बरसात में इन इलाकों की स्थिति नारकीय हो जाती है। मोहल्ले में सड़क एवं नाला का अभाव है। इस कारण पूरे बरसात के महिना में लोगों के घर से लेकर सड़क तक गहरा जलजमाव रहता है। लोगों को घर से निकलने में काफी दिक्कत होती है। खासकर स्कूली बच्चे व कामकाजी लोगों के लिए बरसात का महिना परेशानी का सबब बना रहता है।
इलाके में नाले का अभाव:
इलाके में नाला के अभाव में बरसात के महिना में पानी निकासी के लिए नगर निगम को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वार्ड में नाला के साथ उपयुक्त योजना चयन नहीं किए जाने से जलजमाव की समस्या बढ़ती ही जा रही है। नगर निगम के गठन के बाद वार्ड में योजनाबद्ध तरीका से योजनाओं के चयन व क्रियान्वयन नहीं होने से स्थानी लोगों को पुन: बरसात की चिंता सता रही है। जहां बरसात के मौसम में वार्ड के अधिकांश हिस्सों में पानी निकासी की बड़ी समस्या बनी रहती है। जलजमाव व जर्जर पथ पर जलजमाव से लोग तबाह रहते हैं। उक्त इलाका लो लेंड रहने के कारण पानी निकासी बड़ी समस्या बनी हुयी है। यहां बरसात के मौसम में सड़क पर अधिकांश जगहों पर गहरा जलजमाव के साथ घर में पानी घुसने के कारण घर छोड़ने पर भी मजबूर होना पड़ता है।
रघुनाथ झा कॉलेज बन जाता तलाब:
बरसात शुरू होते ही बारिश के पानी का निकासी नहीं होने के कारण प्रसिद्ध रघुनााथ झा कॉलेज परिसर तलाब बन जाता है। जहां जल स्तर बढ़ते ही कॉलेज के सभी वर्ग कक्ष एवं कार्यालयों में तीन से चार फिट जलजमाव हो जाता है। जिससे बरसात के मौसम में कॉलेज पठन-पाठन भी बंद हो जाता है।
आधे -अधूरे कार्यों से बढ़ेगी परेशनी:
नगर निगम बोर्ड के गठन के बाद भी इन मोहल्लों में योजनाबद्ध तरीके पानी निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो पायी है। जिससे बरसात में मोहल्ला की स्थिति गहरा जलजमाव के कारण बाढ़ जैसा नजारा दिखता है। खासकर जर्जर व कच्चे पथ एवं बिना नाला के परेशानी बढ़ी रहती है। बरसात में पूरे मोहल्ला का विकराल रुप लिए रहता है। कुछ जगहों पर नगर निगम के द्वारा योजनाओं का निर्माण किया गया है। लोग कहते हैं आधे-अधूरे कार्यों से बरसात में और अधिक परेशानी बढ़ेगी। कुछ लोगों का कहना बरसात में पानी का रास्ता अवरुद्ध होने से कुछ जगहों पर गहरा जलजमाव देखने को मिलेगा। जिससे गहरे व बिना सड़क व नाले वाले जगहों पर घर से निकलना भी मुश्किल हो जाएगा।
वार्ड का अधिकांश हिस्सा लो लैंड :
वार्ड के अधिकांश हिस्सा लो लैंड में है। पूर्व में स्लूइस गोट होकर रिंग बांध के बाहर पानी की निकासी हो जाती थी। लेकिन अब स्लूइस गेट जाम होने व रिंग बांध के बाहर खुले मैदान में घरों के बनने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इधर मेन रोड का नाला वार्ड के लेवल से ऊंचा है। जिसके कारण यहां नाला निर्माण के बाद भी पानी निकासी समस्या बनी हुयी है।
गलियों में सड़क व नाले बने पर बड़े नाला का अभाव में निकासी असंभव:
इन इलाकों में नगर निगम के बोर्ड के गठन के बाद कुछ गलियों में सड़क व नाले भी बने हैं। लेकिन मेन रोड का सड़क व नाला निर्माण नहीं हो पाने से नव निर्मित नालों का कनेक्ट बड़े नाला से नहीं हो पा रहा है।
पंप सेट किए जाएंगे अधिष्ठापित:
नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पाण्डेय ने बताया वार्ड -12 का पानी निकासी पंप सेट से किया जाएगा। जिसके लिए जगह चिह्नित कर पंप सेट जल्द अधिष्ठापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा मोहल्ला का अधिकांश हिस्सा लो लेंड होने से पानी निकासी में समस्या होती है। जिसका स्टॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम योजना में समाधान किया जाएगा।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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सीतामढ़ी। शहर के मुख्य बाजार स्थित वार्ड-12 के मोहल्लों में बरसात के समय सड़क से लेकर घर तक गहरा जलजमाव रहता है। उक्त वार्ड में सिंह कॉलोनी, पं.रघुनाथ झा कॉलेज, चाणक्यपुरी, मेला रोड, हनुमान कॉलनी, लोहिया नगर व रिंग बांध का पश्चिमी हिस्सा आता है। यहां रिंग बांध के बाहर खुले मैदान में बड़ी-बड़ी इमारत व घरों की संख्या बढ़ने के कारण रिंग बांध का सभी स्लूइस गेट जाम हो गया है। इस कारण रिंग बांध के अन्दर के मोहल्लों का पानी निकासी नहीं हो पाता है। रधुनाथ झा कॉलेज व सिंह कॉलोनी में बारिश का पानी सड़क से लेकर लोगों के घरों तक घुसा रहता है। जिसके बाद निगम प्रशासन द्वारा पंप सेट से पानी की निकासी मेन रोड के नाले होकर करवाया जाता है। लगातार बारिश होने पर लोगों की समस्या बनी रहती है। पूरे बरसात में इन इलाकों की स्थिति नारकीय हो जाती है। मोहल्ले में सड़क एवं नाला का अभाव है। इस कारण पूरे बरसात के महिना में लोगों के घर से लेकर सड़क तक गहरा जलजमाव रहता है। लोगों को घर से निकलने में काफी दिक्कत होती है। खासकर स्कूली बच्चे व कामकाजी लोगों के लिए बरसात का महिना परेशानी का सबब बना रहता है।
इलाके में नाले का अभाव:
इलाके में नाला के अभाव में बरसात के महिना में पानी निकासी के लिए नगर निगम को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वार्ड में नाला के साथ उपयुक्त योजना चयन नहीं किए जाने से जलजमाव की समस्या बढ़ती ही जा रही है। नगर निगम के गठन के बाद वार्ड में योजनाबद्ध तरीका से योजनाओं के चयन व क्रियान्वयन नहीं होने से स्थानी लोगों को पुन: बरसात की चिंता सता रही है। जहां बरसात के मौसम में वार्ड के अधिकांश हिस्सों में पानी निकासी की बड़ी समस्या बनी रहती है। जलजमाव व जर्जर पथ पर जलजमाव से लोग तबाह रहते हैं। उक्त इलाका लो लेंड रहने के कारण पानी निकासी बड़ी समस्या बनी हुयी है। यहां बरसात के मौसम में सड़क पर अधिकांश जगहों पर गहरा जलजमाव के साथ घर में पानी घुसने के कारण घर छोड़ने पर भी मजबूर होना पड़ता है।
रघुनाथ झा कॉलेज बन जाता तलाब:
बरसात शुरू होते ही बारिश के पानी का निकासी नहीं होने के कारण प्रसिद्ध रघुनााथ झा कॉलेज परिसर तलाब बन जाता है। जहां जल स्तर बढ़ते ही कॉलेज के सभी वर्ग कक्ष एवं कार्यालयों में तीन से चार फिट जलजमाव हो जाता है। जिससे बरसात के मौसम में कॉलेज पठन-पाठन भी बंद हो जाता है।
आधे -अधूरे कार्यों से बढ़ेगी परेशनी:
नगर निगम बोर्ड के गठन के बाद भी इन मोहल्लों में योजनाबद्ध तरीके पानी निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो पायी है। जिससे बरसात में मोहल्ला की स्थिति गहरा जलजमाव के कारण बाढ़ जैसा नजारा दिखता है। खासकर जर्जर व कच्चे पथ एवं बिना नाला के परेशानी बढ़ी रहती है। बरसात में पूरे मोहल्ला का विकराल रुप लिए रहता है। कुछ जगहों पर नगर निगम के द्वारा योजनाओं का निर्माण किया गया है। लोग कहते हैं आधे-अधूरे कार्यों से बरसात में और अधिक परेशानी बढ़ेगी। कुछ लोगों का कहना बरसात में पानी का रास्ता अवरुद्ध होने से कुछ जगहों पर गहरा जलजमाव देखने को मिलेगा। जिससे गहरे व बिना सड़क व नाले वाले जगहों पर घर से निकलना भी मुश्किल हो जाएगा।
वार्ड का अधिकांश हिस्सा लो लैंड :
वार्ड के अधिकांश हिस्सा लो लैंड में है। पूर्व में स्लूइस गोट होकर रिंग बांध के बाहर पानी की निकासी हो जाती थी। लेकिन अब स्लूइस गेट जाम होने व रिंग बांध के बाहर खुले मैदान में घरों के बनने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इधर मेन रोड का नाला वार्ड के लेवल से ऊंचा है। जिसके कारण यहां नाला निर्माण के बाद भी पानी निकासी समस्या बनी हुयी है।
गलियों में सड़क व नाले बने पर बड़े नाला का अभाव में निकासी असंभव:
इन इलाकों में नगर निगम के बोर्ड के गठन के बाद कुछ गलियों में सड़क व नाले भी बने हैं। लेकिन मेन रोड का सड़क व नाला निर्माण नहीं हो पाने से नव निर्मित नालों का कनेक्ट बड़े नाला से नहीं हो पा रहा है।
पंप सेट किए जाएंगे अधिष्ठापित:
नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पाण्डेय ने बताया वार्ड -12 का पानी निकासी पंप सेट से किया जाएगा। जिसके लिए जगह चिह्नित कर पंप सेट जल्द अधिष्ठापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा मोहल्ला का अधिकांश हिस्सा लो लेंड होने से पानी निकासी में समस्या होती है। जिसका स्टॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम योजना में समाधान किया जाएगा।
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