बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए थे एसटीएफ के इंस्पेक्टर: यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने परिजनों को सौंपा 1.80 करोड़ का चेक; 4 बदमाश हुए थे ढेर – Meerut News h3>
मेरठ में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार बदमाशों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। शुक्रवार को सुनील कुमार के परिजनों को प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने 1.80 करोड़ का चेक सौंपा।
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20 जनवरी 2025 की रात सुनील कुमार और उनकी टीम ने शामली में कग्गा गैंग के 4 बदमाशों अरशद, मंजीत उर्फ ढिल्ला, सतीश और मनवीर का एनकाउंटर किया था।
मुठभेड़ में सुनील कुमार के पेट में दो गोली लगी थी। सुनील कुमार को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 36 घंटे जिंदगी-मौत से लड़ने के बाद इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अंतिम सांस ली थी।
मेरठ के रहने वाले थे इंस्पेक्टर सुनील
इंस्पेक्टर सुनील मेरठ में इंचौली के मसूरी गांव के रहने वाले थे। उनके पिता चरण सिंह का निधन हो चुका है। 80 वर्षीय माता अतरकली हैं।
बड़े भाई अनिल काकरान गांव में खेती करते हैं। परिवार में पत्नी मुनेश, बेटा मंजीत उर्फ मोनू, और बेटी नेहा हैं और 6 महीने का पोता है। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है।
सितंबर, 1990 को यूपी पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गठन होने के बाद उन्होंने 1997 में मानेसर, हरियाणा में कमांडो कोर्स किया। 1 जनवरी, 2009 को सुनील ने STF जॉइन किया। 16 साल से वह STF में ही थे।
सुनील कुमार 7 अगस्त, 2002 को हेड कॉन्स्टेबल के पद पर प्रमोट हुए। 13 मार्च, 2008 को फतेहपुर में हुई पुलिस मुठभेड़ में ओमप्रकाश उर्फ उमर केवट को मार गिराया था।
इस मुठभेड़ में इंस्पेक्टर ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। इसके लिए उन्हें 16 सितंबर, 2011 को आउट आफ टर्न प्रमोशन देकर हेड कॉन्स्टेबल से PAC में प्लाटून कमांडर बना दिया गया। 22 अप्रैल, 2020 को दलनायक के पद पर प्रमोट हुए थे।
कई बड़े एनकाउंटर किए
2008 में 5 लाख के इनामी बदमाश अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया और 50 हजार के इनामी उमर केवट को पुलिस मुठभेड़ के दौरान मार गिराया।
2012-13 में मेरठ यूनिट में रहते हुए 1-1 लाख के इनामी सुशील उर्फ मूंछ, बदन सिंह उर्फ बद्दो और भूपेंद्र बाफर को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
24 जून, 2019 को सवा लाख रुपए के इनामी अपराधी आदेश बालियान निवासी भौरा कलां को मुठभेड़ में ढेर किया।
4 मई, 2023 को मेरठ के थाना जानी क्षेत्र में एसटीएफ टीम के साथ हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना को मार गिराया।
14 दिसंबर, 2024 को एसटीएफ और स्पेशल सेल दिल्ली की संयुक्त टीम ने मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र में हाशिम बाबा गैंग के शूटर 50 हजार के इनामी अनिल उर्फ सोनू उर्फ मटका को मार गिराया। इस मुठभेड़ में भी सुनील कुमार का खास योगदान रहा।
इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में अवैध शस्त्रों की तस्करी और मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।
ये थी घटना
एसटीएफ को इनपुट मिला था कि बदमाश किसी बड़ी घटना को अंजाम देने आ रहे हैं जिसके बाद टीम घेराबंदी कर रही थी। इंस्पेक्टर सुनील कुमार अपनी टीम के साथ 20 जनवरी 2025 की रात करीब डेढ़ बजे चौसाना रोड पर घेराबंदी किए थे। उन्हें अरशद के मूवमेंट की टिप मिली थी। रात करीब 2 बजे हरियाणा की तरफ से सफेद रंग की ब्रेजा कार आती दिखाई दी।
पुलिस टीम ने टार्च की रोशनी से गाड़ी रोकने का इशारा किया तो बदमाश भागने लगे। उदपुर भट्टे के पास टीम की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। आमने सामने की इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगीं। इस मुठभेड़ में चारों बदमाश मारे गए।
पुलिस ने एनकाउंटर में मारे गए बदमाशों की पहचान सहारनपुर निवासी अरशद, हरियाणा सोनीपत निवासी सतीश, करनाल निवासी मंजीत उर्फ ढिल्ला और करनाल निवासी मनबीर के रूप में की।