बड़ा खेल करेंगे नीतीश, मनाने में जुटे हैं लालू; मांझी के दावे से सियासी पारा हाई, 72 घंटे इंतजार कीजिए h3>
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लालू- तेजस्वी की मुलाकात पर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार की राजनीति के लिए अगले 72 घंटे बहुत अहम हैं क्योंकि नीतीश कुमार कोई बड़ा खेला कर सकते हैं। लालू प्रसाद को इसकी भनक लग गई है। इसलिए बाप बेटा मिलकर नीतीश को मनाने में लगे हैं। पूर्व सीएम ने यह भी दावा किया है कि जदयू के सभी विधायकों को अगले आदेश तक पटना में ही रहने का फरमान जारी कर दिया गया है। शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव नीतीश कुमार से मिलने एक अणे मार्ग अचानक चले गए थे।
दिल्ली में समाचार चैनल न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए जीतन राम मांझी ने बताया कि नीतीश कुमार से लालू-तेजस्वी का मिलना सामान्य मुलाकात नहीं है। नीतीश कुमार कोई नया खेला खेल सकते हैं और इसकी जानकारी लालू यादव को लग गई है। इसलिए उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार एनडीए में आने के लिए तैयार हैं और इसीलिए अपने सभी विधायकों को पटना में बने रहने का निर्देश दिया है।
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नीतीश कुमार से मिलने सीएम आवास पहुंचे लालू-तेजस्वी, बढ़ा सियासी तापमान
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक और संरक्षक जीतनराम मांझी ने भी अपने सभी विधायकों को 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहीं कोई बड़ा खेल कर सकते हैं। मालूम हुआ है कि नीतीश कुमार एनडीए में आने के लिए ऑलमोस्ट तैयार हैं। हमने पहले भी कह दिया है कि हमारी पार्टी एनडीए में सहयोगी है जिसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी का जो निर्णय होगा हम लोग उसके साथ रहेंगे। अगर नीतीश कुमार को भाजपा अपने साथ लाती है तो हमें कोई दिक्कत नहीं होगी।
इसे भी पढ़ें- कमरे में 45 मिनट साथ रहे नीतीश और लालू, तेजस्वी ने बताया क्या हुई बात; अचानक पहुंचे थे CM हाउस
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इससे पहले गुरुवार को दिल्ली कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित पार्टी के कार्यक्रम में जीतनराम मांझी ने कहा था कि लालू यादव पहले ही नीतीश कुमार को पलटू राम का टाइटल दे चुके हैं। जब एक बार पलट कर अपना चरित्र दिखा दिया तो दूसरी बार, तीसरी बार और चौथी बार पलटने में क्या दिक्कत है। चाहे तो फिर से पलट कर भाजपा के साथ एनडीए में आ सकते हैं हमें कोई ऑब्जेक्शन नहीं होगा। गुरुवार को ही जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने भी यह बात कही थी। दिल्ली में चिराग पासवान के आवास पर उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के साथ चिराग की बैठक भी हुई थी।
बिहार में बीजेपी ने बुलाई विधायकों की मीटिंग, चुनाव की तैयारी या कोई खिचड़ी पकेगी?
जीतन राम मांझी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी ने अपने विधायकों और बिहार से जुड़े सांसदों की आपात बैठक पटना में बुलाई है। इससे पहले पत्रिका को दिए इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह नीतीश कुमार के प्रति नरमी दिखा चुके हैं। एनडीए में नीतीश को मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रस्ताव आएगा तो विचार होगा जबकि पहले कहते थे कि नीतीश के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद हैं।
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उधर शुक्रवार को ही जदयू के मंत्री मदन सहनी का राम मंदिर पर बड़ा बयान आया। केंद्र सरकार ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा देखने के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी है। मदन सहनी ने इस पर रिएक्शन देते हुए कहा कि जब केंद्र ने छुट्टी दे दी है तो अच्छी बात है। बिहार सरकार भी विचार कर सकती है।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लालू- तेजस्वी की मुलाकात पर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार की राजनीति के लिए अगले 72 घंटे बहुत अहम हैं क्योंकि नीतीश कुमार कोई बड़ा खेला कर सकते हैं। लालू प्रसाद को इसकी भनक लग गई है। इसलिए बाप बेटा मिलकर नीतीश को मनाने में लगे हैं। पूर्व सीएम ने यह भी दावा किया है कि जदयू के सभी विधायकों को अगले आदेश तक पटना में ही रहने का फरमान जारी कर दिया गया है। शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव नीतीश कुमार से मिलने एक अणे मार्ग अचानक चले गए थे।
दिल्ली में समाचार चैनल न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए जीतन राम मांझी ने बताया कि नीतीश कुमार से लालू-तेजस्वी का मिलना सामान्य मुलाकात नहीं है। नीतीश कुमार कोई नया खेला खेल सकते हैं और इसकी जानकारी लालू यादव को लग गई है। इसलिए उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार एनडीए में आने के लिए तैयार हैं और इसीलिए अपने सभी विधायकों को पटना में बने रहने का निर्देश दिया है।
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हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक और संरक्षक जीतनराम मांझी ने भी अपने सभी विधायकों को 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहीं कोई बड़ा खेल कर सकते हैं। मालूम हुआ है कि नीतीश कुमार एनडीए में आने के लिए ऑलमोस्ट तैयार हैं। हमने पहले भी कह दिया है कि हमारी पार्टी एनडीए में सहयोगी है जिसमें भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी का जो निर्णय होगा हम लोग उसके साथ रहेंगे। अगर नीतीश कुमार को भाजपा अपने साथ लाती है तो हमें कोई दिक्कत नहीं होगी।
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इससे पहले गुरुवार को दिल्ली कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित पार्टी के कार्यक्रम में जीतनराम मांझी ने कहा था कि लालू यादव पहले ही नीतीश कुमार को पलटू राम का टाइटल दे चुके हैं। जब एक बार पलट कर अपना चरित्र दिखा दिया तो दूसरी बार, तीसरी बार और चौथी बार पलटने में क्या दिक्कत है। चाहे तो फिर से पलट कर भाजपा के साथ एनडीए में आ सकते हैं हमें कोई ऑब्जेक्शन नहीं होगा। गुरुवार को ही जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने भी यह बात कही थी। दिल्ली में चिराग पासवान के आवास पर उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के साथ चिराग की बैठक भी हुई थी।
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जीतन राम मांझी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी ने अपने विधायकों और बिहार से जुड़े सांसदों की आपात बैठक पटना में बुलाई है। इससे पहले पत्रिका को दिए इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह नीतीश कुमार के प्रति नरमी दिखा चुके हैं। एनडीए में नीतीश को मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रस्ताव आएगा तो विचार होगा जबकि पहले कहते थे कि नीतीश के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद हैं।
उधर शुक्रवार को ही जदयू के मंत्री मदन सहनी का राम मंदिर पर बड़ा बयान आया। केंद्र सरकार ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा देखने के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी है। मदन सहनी ने इस पर रिएक्शन देते हुए कहा कि जब केंद्र ने छुट्टी दे दी है तो अच्छी बात है। बिहार सरकार भी विचार कर सकती है।