बछवाड़ा में लाखों खर्च के बावजूद हाट बाजार बना है नाकारा

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बछवाड़ा में लाखों खर्च के बावजूद हाट बाजार बना है नाकारा

बछवाड़ा में लाखों खर्च के बावजूद हाट बाजार बना है नाकारा

लीड::::::::::झुरमुटों के बीच नाकारा बना हाट बाजार।

बछवाड़ा, निज संवाददाता। कृषि उत्पादों की खरीद- बिक्री के उद्देश्य से प्रखंड कार्यालय परिसर में सरकारी तौर पर लाखों रुपए लागत से बना हाट बाजार पिछले…

हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायTue, 04 Jun 2024 08:45 PM

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बछवाड़ा, निज संवाददाता। कृषि उत्पादों की खरीद- बिक्री के उद्देश्य से प्रखंड कार्यालय परिसर में सरकारी तौर पर लाखों रुपए लागत से बना हाट बाजार पिछले करीब 11 वर्षों से बेकार पड़ा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2013 में ही प्रखंड कार्यालय परिसर में कुल 25 लाख रुपये लागत से इस हाट बाजार का निर्माण कराया गया था। करीब 200 फीट लंबे व 12 फीट चौड़े इस हाट बाजार में बरामदे व चबूतरे पर दुकान लगाने के लिए जगह की व्यवस्था की गई थी। हाट बाजार निर्माण के समय तत्कालीन अधिकारियों ने कहा था कि यहां स्वरोजगार के इच्छुक लोगों के नाम पर दुकानें लगाने के लिए जगह बंदोबस्त की जाएगी। किसानों को खासकर सब्जियां व अन्य कृषि उत्पादों की खरीद बिक्री के लिए किसी बड़े बाजार की तलाश नहीं करनी पड़ेगी। मुर्गी व मत्स्य पालन के जरिए स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भी इस हाट बाजार की व्यवस्था की गई थी। सरकारी स्तर से इस हाट बाजार का यहां निर्माण शुरू कराए जाने के साथ ही स्थानीय किसानों, पशुपालकों व छोटे-मोटे कारोबारियों को स्वरोजगार करने में सुविधा मिलने की आस जगी थी किंतु निर्माण के 11 साल बाद भी इस हाट बाजार का उद्घाटन नहीं होने से उनकी आस पर पानी फिर रहा है। वर्तमान में यह हाट बाजार झाड़ी- झुरमटों में खोने के कगार पर आ पहुंचा है। स्थानीय सरकारी मुलाजिमों की उदासीनता के कारण इस हाट बाजार की सार्थकता पर ग्रहण लग रहा है। प्रखंड प्रमुख सुधाकर मेहता, मुखिया अमरजीत राय, पंचायत समिति सदस्य सिकंदर कुमार आदि पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि हाट बाजार का निर्माण करवाने के बाद अधिकारियों ने इसे खंडहर बनने को छोड़ दिया है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि एक तरफ प्रखंड मुख्यालय स्थित हाट बाजार खाली पड़ा है, वहीं दूसरी तरफ बछवाड़ा बाजार में फलों व सब्जियों की दुकानें सड़क पर लगाई जा रही हैं । इस वजह से यहां अक्सर सड़क जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि स्थानीय बाजार में जहां लोग पूजा- पाठ करते हैं, वहां सड़क के किनारे मांस- मछली, मुर्गा व अंडे की दुकानें लगाई जा रही हैं। इससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीडीओ अभिषेक राज ने बताया कि हाट बाजार के लिए छावनी व चबूतरे का निर्माण उनके कार्यकाल से कई साल पहले कराया गया था। स्थानीय बाजार की सड़कों पर सब्जियों, फलों या मांस- मछलियों समेत अन्य दुकानों को इस हाट बाजार में शिफ्ट करवाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी।

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