फागोत्सव में रंगों में घुले लोकगीतों के सुर: जवाहर कला केन्द्र में कलाकारों ने गाया ‘रंग मत डारे रे, आंखे नीची कर ले’ जैसे लोकप्रिय लोक गीत – Jaipur News h3>
‘फागोत्सव’ में रंगों और सुरों की ऐसी बयार बही कि प्रांगण में बैठे हर दर्शकों ने खुद को रंगों की खुशियों में सराबोर पाया।
जवाहर कला केंद्र में बुधवार को आयोजित ‘फागोत्सव’ में रंगों और सुरों की ऐसी बयार बही कि प्रांगण में बैठे हर दर्शकों ने खुद को रंगों की खुशियों में सराबोर पाया। राजस्थान के विभिन्न अंचलों से आए लोक कलाकारों ने अपने पारंपरिक नृत्य और संगीत प्रस्तुतियों
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कार्यक्रम की शुरुआत पद दंगल से हुई, जो कि राजस्थान के ढूंढाड़ क्षेत्र की एक विशेष लोक प्रस्तुति है। इसके बाद जंतर वादन की प्रस्तुति हुई, जिसमें भीलवाड़ा के गांव से आए कलाकारों ने इस पारंपरिक वाद्ययंत्र की मधुर ध्वनियों से समां बांधा। वीणा के समान दिखने वाला यह वाद्ययंत्र राजस्थान की समृद्ध संगीत परंपरा का हिस्सा रहा है जो अब धीरे-धीरे लुप्त हो रहा है।
मेवात क्षेत्र की विशेष प्रस्तुति बीन सपेरा नृत्य से होली के अनूठे रंगों को मंच पर सजाया गया।
इसके बाद बालकों की गैर प्रस्तुति हुई, वहीं मेवात क्षेत्र की विशेष प्रस्तुति बीन सपेरा नृत्य से होली के अनूठे रंगों को मंच पर सजाया गया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में ब्रज की होरी खेली गई, जिसने होली के पारंपरिक लोक रंग को पूरे माहौल में घोल दिया। कार्यक्रम में गौरव शर्मा ने मंच संचालन किया।
सिंगर मधु भाट ने होली के उत्सव में चार चांद लगाते हुए स्वरचित गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने ‘ होली आगी राजा जी ‘ से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने राजस्थान की शान में रचित गीत ‘ म्हारो प्यारो राजस्थान सी गाया ‘, जल जमुना रो पान ‘, ‘ मिसरी को बाग ‘, ‘ बालम छोटो सो’ और होलिया में उड़े रे गुलाल ‘।
फागोत्सव में सुगम गायन की प्रस्तुतियों ने होली के रंगों में सुरों की मिठास घोल दी।
इसके अलावा उन्होंने ‘होली खेलन दे’, ‘श्याम भजन’ और ‘रंग मत डारे रे, आंखे नीची कर ले’ जैसे गीतों से समां बांध दिया। मधु राजस्थान फिल्म फेस्टिवल अवार्ड और जयपुर म्यूजिक फेस्टिवल अवार्ड से सम्मानित कलाकार हैं।
सुगम गायन ने बांधा समां फागोत्सव में सुगम गायन की प्रस्तुतियों ने होली के रंगों में सुरों की मिठास घोल दी। नवल डांगी ने फाग पर आधारित पारंपरिक भजनों की प्रस्तुति दी, जिसमें ‘रात श्याम सपने में आई’, ‘रंग मत डारो’ और अन्य होली गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।