फसल क्षति के लिए आवेदन करने वाले किसानों में प्रचार पर जोर

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फसल क्षति के लिए आवेदन करने वाले किसानों में प्रचार पर जोर

फसल क्षति के लिए आवेदन करने वाले किसानों में प्रचार पर जोर

-कृषि टास्क फोर्स की बैठक में निर्देश जारी जिला कृषि टास्क फोर्स की कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को बैठक के दौरान डीएम की ओर से बाढ़ में फसल क्षति के लि

Newswrap हिन्दुस्तान, आराTue, 8 Oct 2024 02:49 PM
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-कृषि टास्क फोर्स की बैठक में निर्देश जारी आरा, हमारे संवाददाता। जिला कृषि टास्क फोर्स की कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को बैठक के दौरान डीएम की ओर से बाढ़ में फसल क्षति के लिए आवेदन करने वाले किसानों के बीच व्यापक प्रचार- प्रसार करने पर जोर दिया गया। इसे लेकर जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिए गए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा के दौरान ई केवाईसी का कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही उस प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा गया। कृषि इनपुट अनुदान योजना के तहत किसानों को सहायता राशि उपलब्ध कराने के अधिक से प्रचार- प्रसार करने पर बल दिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी को तीन दिनों के अंदर बाढ़ से प्रभावित प्रखंडों में हुई फसल क्षति की पुनः जांच करने का निर्देश दिया गया, ताकि कोई भी किसान अनुदान से वंचित न रह सके और भविष्य में किसी भी प्रकार की शिकायत न मिले। बैठक में अपर समाहर्ता, जिला कृषि पदाधिकारी, उप परियोजना निदेशक आत्मा, सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, सहायक निदेशक रसायन, सहायक निदेशक भुमि संरक्षण समेत कई उपस्थित थे। – ग्रामीण विकास योजना के लाभार्थियों से की बात, सफल कहानी सुन गदगद आरा, हमारे संवाददाता। डीडीसी ने ग्रामीण विकास योजनाओं के लाभार्थियों से मंगलवार को बात की। इस दौरान उनकी सफल कहानी को सुन गदगद हुई। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान एवं सतत जीविकोपार्जन योजना के लाभुकों से बात की। आरा सदर के सनदिया की ममता देवी, रितु देवी और रतन दुलारपुर की बंदना देवी की ओर से बताया गया कि उन्हें शौचालय बनाने के उपरान्त 12 हजार रुपये की राशि प्राप्त हो गयी है। शौचालय बना लेने के बाद अब उन्हें शौच के लिए बाहर खेतों में जाना नहीं पड़ता है। सारंगपुर की सविता देवी और समुद्री देवी ने बताया कि उनके बैंक खाते में 40 हजार रुपये आ गए हैं। अब वे अपना नया मकान बनवा रही हैं। नये मकान का उनका सपना सच हो जाएगा। सत्तत जीविकोपार्जन की लाभुक लक्ष्मीणा देवी ने बताया कि उन्हें सरकार से 82 हजार रुपये मिले थे, जिससे उन्होंने किराना दुकान के कुछ सामानों की खरीदगी की। अब वही दुकान उनके परिवार के जीविकापार्जन का जरिया है। लालमुनी देवी ने बताया कि 55 हजार रुपए से नाश्ता की दुकान खोली। इस दुकान से ही उनके पूरे परिवार का भरण-पोषण होता है। [

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