प्रतियोगी छात्रों ने नगर निगम की नारेबाजी: जीआईसी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बने डिजिटल लाइब्रेरी में मासिक शुल्क लगाने का कर रहे थे विरोध, अधिकारियों के आश्वासन पर माने – Prayagraj (Allahabad) News

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प्रतियोगी छात्रों ने नगर निगम की नारेबाजी:  जीआईसी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बने डिजिटल लाइब्रेरी में मासिक शुल्क लगाने का कर रहे थे विरोध, अधिकारियों के आश्वासन पर माने – Prayagraj (Allahabad) News
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प्रतियोगी छात्रों ने नगर निगम की नारेबाजी: जीआईसी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बने डिजिटल लाइब्रेरी में मासिक शुल्क लगाने का कर रहे थे विरोध, अधिकारियों के आश्वासन पर माने – Prayagraj (Allahabad) News

नगर निगम पर प्रदर्शन करने पहुंचे प्रतियोगी छात्र-छात्राएं।

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प्रयागराज में सरकार की तरफ से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई। जिसमें प्रतियोगी छात्रों को तैयारी करने की व्यवस्था की गई थी। तत्कालीन नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने इसके लिए इनिसेटिव लिया था। इसके बाद राजकीय इंटर कॉलेज के पास एक हॉल में प्रतियो

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लाइब्रेरी में शुल्क लगाने का लगा नोटिस।

शुल्क लगाने का प्रतियोगी कर रहे विरोध नगर निगम मुख्यालय विरोध करने पहुंचे प्रतियोगियों ने कहा कि अगर सरकार ने गरीब वर्ग से आने वाले प्रतियोगियों को आगे बढ़ाने के लिए निशुल्क डिजिटल लाइब्रेरी की शुरूआत की है, तो नगर निगम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत चार घंटे लाइब्रेरी के प्रयोग करने पर पांच सौ रुपये प्रतिमाह शुल्क लेने की व्यवस्था क्यों बना रहा है। जबकि लाइब्रेरी में गरीब वर्ग के ही प्रतियोगी सबसे अधिक आते हैं। अगर निगम पर लाइब्रेरी चलाने का खर्च आ रहा है तो उसके लिए वह सरकार से बजट मांगे। जिससे गरीब वर्ग का प्रतियोगी भी परीक्षाओं की तैयारी कर सके। हर प्रतियोगी इस प्रकार से इतना शुल्क नहीं दे सकता है। निगम प्रशासन को भी इस बारे में सोचना चाहिए। वहीं निगम के बाहर प्रतियोगी छात्र-छात्राओं ने हाथों में तख्ती लेकर प्रदर्शन किया। हालांकि मौके पर मौजूद निगम के सुरक्षा कर्मियों और पुलिस कर्मियों ने किसी प्रकार समझाकर उनको शांत कराया।

नगर निगम प्रयागराज में जुटे प्रतियोगी। नगर आयुक्त से मुलाकात करने की कर रहे मांग।

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प्रतियोगियों के लिए मंदिर है पुस्तकालय प्रयागराज नगर निगम पर प्रदर्शन करने पहुंचे प्रतियोगियों ने बताया कि पुस्तकालय प्रतियोगियों के लिए एक मंदिर है। ऐसे में अगर वहां पर शुल्क लगा दिया जाएगा तो प्रतियोगी कहां जाएंगे। पुस्तकालय में आने वाले अधिकतर प्रतियोगी गरीब वर्ग से आते है। ऐसे में उनके पास इतना पैसा नहीं होता कि वह लाइब्रेरी का इतना शुल्क जमा कर सकें। योगी सरकार की तरफ से जब इतना इनिसेटिव लिया गया है, तो निगम की तरफ से शुल्क क्यों लगाया जा रहा है। प्रतियोगियों ने बताया कि अचानक नगर आयुक्त लाइब्रेरी पहुंचे और शुल्क लगाने का पंपलेट लगवा दिया।

निगम के अधिकारियों के भरोसे पर लौटे प्रतियोगी नगर आयुक्त से मिलकर अपनी मांगों को रखने पहुंचे प्रतियोगियों ने निगम के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद निगम के अधिकारी बाहर आए और प्रतियोगियों से बात करते हुए उनकों भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। जिससे उनको किसी प्रकार की दिक्कत ना हो सके।

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