पूर्व सांसद बोले- मंडला में फर्जी नक्सली एनकाउंटर हुआ: आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने पुलिस ने परिवार बर्बाद किया; दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तार हो – Jabalpur News

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पूर्व सांसद बोले- मंडला में फर्जी नक्सली एनकाउंटर हुआ:  आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने पुलिस ने परिवार बर्बाद किया; दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तार हो – Jabalpur News

पूर्व सांसद बोले- मंडला में फर्जी नक्सली एनकाउंटर हुआ: आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाने पुलिस ने परिवार बर्बाद किया; दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तार हो – Jabalpur News

हीरन बैगा जिसका फर्जी एनकाउंटर करने का पुलिस पर पूर्व सांसद ने आरोप लगाया है।

मध्यप्रदेश के मंडला जिले में 9 मार्च को हुए नक्सली एनकाउंटर पर सियासी बवाल तेज हो गया है। विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है, तो वहीं जिस व्यक्ति को पुलिस ने नक्सली बताकर एनकाउंटर किया, उसके परिजन भी सवाल उठा रहे हैं कि ऐसा क्यों किया गया।

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मंगलवार को विधानसभा में विपक्ष ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताया। बालाघाट के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने आरोप लगाया कि पुलिस आउट ऑफ टर्न प्रमोशन और सरकारी फायदे के लिए निर्दोष ग्रामीणों का फर्जी एनकाउंटर कर रही है। उन्होंने हाल ही में हुए महिला नक्सली एनकाउंटर को भी पूरी तरह प्लानिंग के साथ करना बाताया। भारी हंगामे के बीच कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया।

बालाघाट से पूर्व सांसद हीरन बैगा के परिवार से मिलने उसके घर पहुंचे।

पूर्व सांसद ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

मंडला जिले के लसेरेटोला-खटिया गांव में पुलिस ने एनकाउंटर में हीरन बैगा नामक व्यक्ति को मार गिराया था, जिसे पुलिस ने नक्सली बताया। मंगलवार को बालाघाट के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे और इस एनकाउंटर पर कड़ी आपत्ति जताई।

जबलपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान मुंजारे ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताया और आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने यह कार्रवाई केवल आउट ऑफ टर्न प्रमोशन और सरकारी लाभ पाने के लिए की। उन्होंने कहा कि हीरन बैगा पांच बच्चों, पत्नी और वृद्ध माता-पिता का पालन-पोषण कर रहा था और झाड़ू बनाने के लिए जंगल से छींद इकट्ठा करने गया था, लेकिन पुलिस ने उसे नक्सली बताकर मार दिया।

पूर्व सांसद ने सरकार से सवाल किया कि यदि वह सच में नक्सली था, तो उसके गांव से महज दो किलोमीटर दूर स्थित खटिया पुलिस थाने को इसकी पहले से जानकारी क्यों नहीं थी?

हीरन के परिवाल वाले, जिनसे पूर्व सांसद ने मुलाकात की।

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मृतक हीरन बैगा के एनकाउंटर पर पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि हीरन के पास मात्र आधा एकड़ जमीन थी, जिससे वह अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। लेकिन सरकार और पुलिस ने वाहवाही लूटने के लिए एक निर्दोष ग्रामीण को नक्सली बताकर मार डाला।

मुंजारे ने कहा कि इस फर्जी एनकाउंटर में बालाघाट आईजी संजय सिंह, मंडला एसपी रजत सकलेचा और हॉक फोर्स प्रभारी शामिल हैं। अब स्थानीय ग्रामीण भी कह रहे हैं कि हीरन नक्सली नहीं, बल्कि बैगा आदिवासी था, जिसे पुलिस ने जानबूझकर मार डाला।

उन्होंने सरकार पर दोहरे रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ आदिवासियों के संरक्षण के लिए फंडिंग की जा रही है, तो दूसरी तरफ पुलिस उन्हीं को मार रही है। मुंजारे ने मांग की कि इस फर्जी एनकाउंटर में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।

मृतक हीरन के माता-पिता, जिन्होंने पुलिस पर संगीन आरोप लगाए है।

बालाघाट से पूर्व सांसद मुंजारे ने कुछ फोटोग्राफ दिखाते हुए उनका कहना था कि हीरन का एनकाउंटर करने के बाद उसकी बाॅडी को तुरंत ही काली पॉलीथिन से पुलिस ने ढंक दिया था। जैसे-तैसे कुछ फोटो जब मिले और उसे देखा तो समझ आया कि यह वाकई में फर्जी एनकाउंटर था। जिस हीरन को गोली मारने का दावा पुलिस कर रही थी, उसके पूरे शरीर में कुल्हाड़ी से काटे जाने के निशान थे।

हीरन का एनकाउंटर करन के बाद शव के पास फोटो खीचंवाते हुए पुलिस जवान।

इधर साल 2026 तक नक्सलियों को खत्म करने के लक्ष्य पर कंकर मुंजारे ने कहा कि एमपी के सीएम डॉक्टर मोहन यादव मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। क्योंकि उनकी पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर रही है। मुंजारे ने कहा कि फर्जी एनकाउंटर से नक्सल समस्या घटेगी नहीं बल्कि और बढ़ेगी। जिसमें बड़ी तादाद में नौजवान खुद बदला लेने के लिए हथियार उठा लेंगे।

पूर्व सांसद ने आरोप लगाया कि एमपी में साल 2018 के बाद आदिवासियों को नक्सली बताकर 25 फर्जी एनकाउंटर किए गए हैं और इन मामलों में वो सुप्रीम कोर्ट तक जाकर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मण्डला के एसपी, बालाघाट के आईजी और हॉक फोर्स के कमांडेंट सहित एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। पूर्व सांसद ने कहा कि इससे पहले 4 महिलाओं का एनकाउंटर पुलिस ने दिखाया, उनको पहले पकड़ा और फिर बहुत ही नजदीक से गोली मारी गई।

पूर्व सांसद ने कहा कुछ दिनों पहले जो महिलाओं का एनकाउंटर था, वही भी फर्जी था।

कानून राज नहीं है

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कह रहे है कि 2026 तक मध्यप्रदेश से पूरी तरह से नक्सली खत्म कर देंगे, पर ऐसा नहीं ये लोग नक्सलाइट को और बढ़ा रहे है। इस तरह की घटना के बाद अब तो ग्रामीणों में भी गुस्सा पनप रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई नक्सली है तो उसे पकड़ो, अगर जरूरत पड़ती है एनकाउंटर की तो वो भी करो, पर अगर उनको पकड़ते हो तो कोर्ट में पेश करो, कानून सजा देगी, पर लगता है एमपी में कानून का राज नहीं है।

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