पूर्णिया में नॉमिनेशन के बाद पप्पू यादव नाम वापस लेंगे? कांग्रेस बोली- निर्दलीय लड़ने की इजाजत नहीं

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पूर्णिया में नॉमिनेशन के बाद पप्पू यादव नाम वापस लेंगे? कांग्रेस बोली- निर्दलीय लड़ने की इजाजत नहीं

पूर्णिया में नॉमिनेशन के बाद पप्पू यादव नाम वापस लेंगे? कांग्रेस बोली- निर्दलीय लड़ने की इजाजत नहीं

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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने पूर्णिया लोकसभा सीट से गुरुवार को निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुके राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से नॉमिनेशन वापस लेने कहा है। पप्पू यादव ने हर हाल में पूर्णिया से ही लड़ने का ऐलान किया था और आज बड़े जुलूस के साथ पर्चा भर दिया है। पप्पू यादव ने कहा है कि अब पूर्णिया से उनका जनाजा ही निकलेगा और वो भी कांग्रेस के झंडे में लिपटकर। पप्पू ने आज नॉमिनेशन के बाद कहा था कि वो निर्दलीय लड़ जरूर रहे हैं लेकिन उनको कांग्रेस का समर्थन है। पप्पू बार-बार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का नाम भी ले रहे हैं जिसकी वजह से कांग्रेस पर पप्पू यादव को लेकर स्थिति साफ करने का दबाव था। पूर्णिया सीट पर नाम वापसी की अंतिम तारीख 8 अप्रैल है।

पप्पू यादव के नामांकन के बाद पटना में पत्रकारों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह से जब इस पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि किसी को भी आलाकमान और कांग्रेस नेतृत्व इजाजत नहीं देता है कि वो निर्दलीय नामांकन करें। कोई ऐसा करता है तो ये कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी। अखिलेश ने निखिल कुमार का नाम लेकर कहा कि औरंगाबाद में उनका टिकट नहीं हो पाया तो वो नहीं लड़े। जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या पप्पू यादव पर कार्रवाई होगी तो उन्होंने कहा कि अभी सलाह होगा कि नाम वापसी की तारीख बची है, वो नाम वापस लें। अखिलेश सिंह को पप्पू की पार्टी के कांग्रेस में विलय की भनक तक नहीं लगी थी जिससे वो नाराज भी हैं। कभी आरजेडी में रहे अखिलेश लालू यादव के करीबी माने जाते हैं।  

14 दिनों में टार्चर हुआ, लेकिन… पूर्णिया सीट से नामांकन करने के बाद ये क्या बोल गए पप्पू यादव

पूर्णिया सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी पार्टी जन अधिकारी पार्टी (जाप) का पप्पू यादव ने बीते दिनों कांग्रेस में विलय कर लिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के तहत कांग्रेस को पूर्णिया सीट मिली थी जब बीजेपी से आए उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह लड़े और हार गए थे। इस बार महागठबंधन में लालू यादव ने पूर्णिया अपने पास रखा और वहां से बीमा भारती को जेडीयू से बुलाकर आरजेडी का कैंडिडेट बना दिया। बुधवार को बीमा भारती के नामांकन के बाद आयोजित सभा में शामिल होने खुद तेजस्वी यादव गए थे और कहा था कि जो उनके खिलाफ है वो भाजपा के साथ है।

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