पुरुषों से ‘रेप’ का आरोपी सूरज रेवन्ना बाहर क्यों: 2 FIR दर्ज, एक साल बीता, न जांच-न चार्जशीट; विक्टिम CBI के पास नजरबंद

3
पुरुषों से ‘रेप’ का आरोपी सूरज रेवन्ना बाहर क्यों:  2 FIR दर्ज, एक साल बीता, न जांच-न चार्जशीट; विक्टिम CBI के पास नजरबंद
Advertising
Advertising

पुरुषों से ‘रेप’ का आरोपी सूरज रेवन्ना बाहर क्यों: 2 FIR दर्ज, एक साल बीता, न जांच-न चार्जशीट; विक्टिम CBI के पास नजरबंद

‘सूरज रेवन्ना एक नेता की शक्ल में छिपा हुआ अपराधी है, उसने मुझे गन्निकाडा में अपने फार्महाउस पर बुलाया। मेरा हालचाल पूछा, फिर मुझे पैर दबाने के लिए कहा। मैं उसके पैर दबा रहा था तभी अचानक उसने मेरी कमर पर हाथ रखा, फिर गंदी हरकतें करने लगा। मैंने उसे र

Advertising

.

एक साल पहले 23 जून को MLC सूरज रेवन्ना को 27 साल के JD(S) कार्यकर्ता के इस आरोप के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। फिर कर्नाटक पुलिस ने एक महीने की कस्टडी में भेज दिया। मामला राज्यसभा सांसद और पूर्व PM एचडी देवगौड़ा की फैमिली से जुड़ा था। लिहाजा इसकी आंच पहले कर्नाटक और फिर पूरे देश में फैल गई।

Advertising

23 जुलाई को बेंगलुरु के एक कोर्ट ने सूरज को यौन शोषण मामले में जमानत दे दी। तब से CID इस मामले की जांच कर रही है। CID अब तक न तो चार्जशीट दाखिल कर पाई है न जांच रिपोर्ट। जिस कार्यकर्ता ने सूरज पर आरोप लगाए, वो इतना खौफजदा है कि एक साल से मीडिया के सामने आने की हिम्मत नहीं जुटा पाया है। वो एक साल से CBI की निगरानी में है।

सूरज को कभी देवगौड़ा परिवार का सबसे कम चर्चित और सबसे पढ़ा-लिखा सदस्य माना जाता था। अब वो एक ऐसे मामले का चेहरा है, जिसने कर्नाटक की सबसे ताकतवर पॉलिटिकल फैमिली के सियासी रसूख और जवाबदेही पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। सूरज का छोटा भाई प्रज्वल रेवन्ना 31 मई 2024 को पहले ही एक सेक्स स्कैंडल में अरेस्ट हो चुका था।

सूरज रेवन्ना (दाएं) की भाई प्रज्वल रेवन्ना (बाएं), पिता एचडी रेवन्ना और मां भवानी के साथ तस्वीर।

Advertising

एक साल में किस स्टेज पर केस… सूरज रेवन्ना 23 जुलाई से सशर्त जमानत पर बाहर है।

  • उस पर दो FIR दर्ज हुईं। पहली 22 जून 2024 को और दूसरी 25 जून 2024 को।
  • दोनों मामलों की जांच CID को सौंपी गई, लेकिन अब तक न कोई चार्जशीट, न कोई क्लीन चिट और न ही कोई अंतरिम रिपोर्ट दाखिल हुई है।
  • केस में चार्जशीट दाखिल न होने की वजह से अभी कोर्ट में मामले पर ट्रायल शुरू नहीं हुआ है।

16 जून 2024 को हुआ क्या था… सूरज पर अननेचुरल सेक्स का आरोप लगाने वाला JD(S) कार्यकर्ता का घर हासन से 40 किलोमीटर दूर है। वो यहीं एक मंजिला मकान में माता-पिता के साथ रहता है। सूरज से उसकी पहली मुलाकात लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के एक कार्यक्रम में हुई थी। तब सूरज ने उसके काम से प्रभावित होकर उसे अपना विजिटिंग कार्ड दिया। फिर गन्निकाडा फार्महाउस में उसे मिलने के लिए बुलाया।

कर्नाटक पुलिस को दिए बयान में विक्टिम वर्कर ने बताया, ‘16 जून 2024 की शाम करीब 6.15 बजे मैं सूरज के फॉर्म हाउस पहुंचा। गेट पर तैनात पुलिसवालों ने मेरा परिचय पूछा, फिर अंदर से परमिशन मिलने के बाद मुझे एंट्री मिली। फार्महाउस में सूरज पहले से मौजूद था। उसने मुझे पास बुलाया और घर-परिवार के बारे में पूछने लगा।‘

Advertising

कुछ देर बाद उसने मुझसे पैर दबाने के लिए कहा, फिर अपना हाथ मेरे कंधे पर रख दिया और मेरे कान छूने लगा। मुझे घबराता देख सूरज ने कहा कि चिंता मत करो, मैं तुम्हारे साथ रहूंगा। इसके बाद वो मेरे साथ गंदी हरकतें करने लगा, तभी मैंने उसे धकेल दिया। इस पर वो चिल्लाने लगा।

QuoteImage

‘बोला कि तुम फार्महाउस में अकेले हो। तुम मेरे बारे में कुछ नहीं जानते। जिंदा रहना चाहते हो तो जो कह रहा हूं, वो चुपचाप करो।‘

‘उस दिन मैंने सूरज का बिल्कुल बदला रूप देखा। वो बहुत एग्रेसिव था। उस दिन उसने मेरे साथ अननेचुरल सेक्स किया। जब ये बात मैंने सूरज के करीबी शिवकुमार को बताई, तो उसने मुझे मुंह न खोलने के बदले 2 करोड़ रुपए की देने की पेशकश की। हालांकि मैंने पैसे लेने से इनकार कर दिया और 22 जून को सारे सबूतों के साथ पुलिस को पूरी बात बता दी।’

ये तस्वीर 22 जून 2024 की है, जब एक समलैंगिक संबंध के मामले में सूरज रेवन्ना को पूछताछ के लिए हासन पुलिस स्टेशन बुलाया गया था।

गिरफ्तारी के 2 दिन बाद दूसरे वर्कर ने लगाया अननेचुरल सेक्स का आरोप JD(S) वर्कर के आरोपों के बाद 23 जून को सूरज रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद 25 जून को सूरज के करीबी माने जाने वाले पार्टी के एक और कार्यकर्ता ने होलेनरासीपुर थाने में उसके खिलाफ समलैंगिक संबंध का केस दर्ज करवा दिया।

दूसरी FIR में 30 साल के पार्टी वर्कर ने आरोप लगाया कि सूरज ने लॉकडाउन के दौरान फार्म हाउस में उसके साथ जबरदस्ती की थी। उसने ये बात किसी को नहीं बताई क्योंकि सूरज और उसका परिवार बहुत रसूखदार है। विक्टिम को डर था कि मुंह खोलने पर सूरज कभी भी उसका मर्डर करवा देगा।

सूरज की गिरफ्तारी से ठीक एक महीने बाद यानी 23 जुलाई को बेंगलुरु कोर्ट ने उसे यौन शोषण मामले में जमानत दे दी। हालांकि कोर्ट ने कहा कि सूरज को जांच में सहयोग देना होगा।

तस्वीर 23 जून 2024 की है, जब सूरज रेवन्ना को गिरफ्तार कर पुलिस मेडिकल टेस्ट कराने के लिए ले गई थी।

कोर्ट ने जमानत के लिए ये शर्तें भी लगाईं… 1. जांच अधिकारी के बुलाने पर आना होगा।

2. कोर्ट में पासपोर्ट पेश करना होगा।

3. सूरज अदालत से लिखित अनुमति के बिना कर्नाटक से बाहर नहीं जा सकता।

4. केस के पीड़ितों और गवाहों से दूर रहना होगा।

5. हर महीने के दूसरे रविवार को जांच अधिकारी के सामने पेश होना होगा।

सूरज के अलावा उसके पिता एचडी रेवन्ना को प्रज्वल रेवन्ना के मामले में विक्टिम का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वे जमानत पर हैं। वहीं, सूरज की मां भवानी रेवन्ना भी इसी मामले में अग्रिम जमानत पर हैं।

DNA टेस्ट, मोबाइल लोकेशन और चैट से सच तक जाने की कोशिश सूरज रेवन्ना केस की जांच में शामिल बेंगलुरु पुलिस के सीनियर अफसर कहते हैं, ‘मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए CID और बेंगलुरु पुलिस ने सभी डिजिटल, फोरेंसिक, मेडिकल तरीकों के अलावा पीड़ितों के बयानों का सहारा लिया। सूरज का DNA सैंपल लिया चुका है ताकि इसकी पुष्टि की जा सके कि घटनास्थल पर उसकी मौजूदगी थी या नहीं।’

’फार्महाउस से लिए गए कपड़े और बिस्तर की फोरेंसिक टेस्टिंग की गई। साथ ही पीड़ित और सूरज के बीच हुई बातचीत और मोबाइल लोकेशन की जांच की गई है। सभी सबूतों की पुष्टि होने के बाद चार्जशीट दाखिल की जाएगी। फिर इस मामले में ट्रायल शुरू होगा।’

सूरज का स्टैंड, मुझे फंसाने की धमकी देकर 5 करोड़ रुपए मांगे गए केस से जुड़े बेंगलुरु कोर्ट के एक एडवोकेट ने नाम जाहिर न करने की गुजारिश पर बताया- ’कोर्ट फिलहाल सूरज और विक्टिम कार्यकर्ता के बयान दर्ज कर चुकी है। सूरज ने अपने खिलाफ पहली FIR दर्ज कराने वाले शख्स पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी देकर उससे पहले 5 करोड़ रुपए, फिर 3 करोड़ और बाद में ढाई करोड़ रुपए मांगे गए।’

बचाव पक्ष के वकीलों ने दलील रखी कि 16 जून को FIR कराने वाला शख्स नौकरी मांगने के लिए फार्महाउस आया था। जब सूरज ने उसकी मदद करने से इनकार कर दिया तो उसने झूठे केस में फंसाने और परिवार को बदनाम करने की धमकी दी।

पीड़ित पक्ष के वकील क्या बोल रहे हैं? इस पर वो जवाब देते हैं, ’सूरज ने विक्टिम को पैसे और नौकरी देने का लालच देकर उसके साथ गलत काम किया। सबूत के तौर पर पीड़ित पक्ष ने कोर्ट के सामने सूरज के मैसेज दिखाए हैं, जो उसने 16 जून की घटना के बाद कार्यकर्ता को भेजे थे। ’

QuoteImage

उसमें सूरज ने बाकायदा लिखा है कि आगे से ऐसा नहीं होगा। पीड़ित पक्ष के वकील इस चैट को अहम सबूत मानकर चल रहे हैं। फिलहाल, दोनों विक्टिम CID की निगरानी में हैं।

QuoteImage

इतने संगीन आरोपों के बावजूद सूरज का MLC पद क्यों नहीं छिना? इस पर एडवोकेट कहते हैं कि सूरज अभी दोषी नहीं पाए गए हैं। न अभी कोई मुकदमा खत्म हुआ है और न ही उन पर कोई दोष तय हुआ है। इसलिए उनकी सदस्यता बरकरार रखी जा सकती है।

JD(S) के सीनियर नेता सूरज से बना रहे दूरी, महिलाएं मंच पर नहीं जातीं इस केस को शुरू से कवर कर रहे कर्नाटक के जर्नलिस्ट मलनाड महबूब का मानना है कि प्रज्वल और सूरज पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद JD(S) की सियासी छवि पर बड़ा डेंट लगा है। यही नहीं, पार्टी के सीनियर लीडर्स भी सूरज से किनारा करने लगे हैं।

मलनाड महबूब कहते हैं, ’बेल मिलने के बाद सूरज कई बार लोगों के बीच जा चुके हैं। उन्होंने प्रज्वल रेवन्ना के बचाव में हाल ही में बयान दिया कि जब मेरा भाई वापस आएगा तो हम दोनों मिलकर JD(S) को और आगे ले जाएंगे।’

इस केस में एक साल बीतने के बाद भी नतीजा क्यों नहीं आया? मलनाड इसके पीछे दो बड़ी वजहें बताते हैं।

पहली: CID को अभी तक सूरज के खिलाफ पर्याप्त पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। दूसरी: मौजूदा CM सिद्धारमैया और एचडी देवगौड़ा के बीच करीबी तालुकात हैं।

’सिद्धारमैया भले ही एचडी कुमारस्वामी को पसंद नहीं करते हों, लेकिन एचडी रेवन्ना के लिए हमेशा से उनका सॉफ्ट कॉर्नर रहा है। यही वजह है कि 2023 विधानसभा चुनाव में एचडी रेवन्ना की होलेनरसीपुर सीट पर सिद्धारमैया ने एक भी प्रचार रैली नहीं की थी। लिहाजा प्रदेश के CM का सपोर्ट भी कहीं न कहीं इस केस की दिशा बदल सकता है।”

पॉलिटिकल पार्टियां क्या कह रहीं…

BJP: सूरज और प्रज्वल के मैटर से हमारी पार्टी का लेना-देना नहीं कर्नाटक में BJP और JD(S) ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। गठबंधन ने 28 में से 17 सीटें जीतीं। सूरज के चाचा एचडी कुमारस्वामी केंद्र सरकार में मंत्री हैं।

कर्नाटक BJP के स्टेट वाइस प्रेसिडेंट एन महेश कहते हैं, ’प्रज्वल और सूरज रेवन्ना ने जो कुछ भी किया वो उनका और JD(S) का पर्सनल मैटर है। BJP कर्नाटक की हर एक महिला के साथ खड़ी है। हमारी पार्टी ने यहां की लड़कियों के लिए नौकरी में रिजर्वेशन और जनता के सम्मान की लड़ाई लड़ी है।’

’हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। समाज के बीच रहकर बुरा काम करने वाले हर व्यक्ति को सजा जरूर मिलनी चाहिए, भले ही वो जनप्रतिनिधि ही क्यों न हो।’

कांग्रेस: JD(S) को आगे बढ़ना है तो ‘रेवन्ना’ शब्द से दूरी बना ले कांग्रेस की नेशनल स्पोक्स पर्सन स्वाति चंद्रशेखर कहती हैं, ‘JD(S) को अगर आगे बढ़ना है, तो उसे ‘रेवन्ना’ शब्द से ही दूरी बना लेनी चाहिए। प्रज्वल केस में महिलाओं का यौन शोषण हुआ। उसके भाई सूरज ने तो पुरुष पार्टी कार्यकर्ताओं को भी नहीं छोड़ा। ऐसा लग रहा है कि पूरे रेवन्ना परिवार ने कर्नाटक के लोगों पर अत्याचार करने का ठेका ले लिया है।‘

‘एचडी और भवानी रेवन्ना अपने दोनों बेटों काे डिफेंड करने में लगे हुए हैं ये कहकर कि कांग्रेस और BJP ने देवगौड़ा परिवार को बदनाम करने के लिए ये सब करवाया। अगर रेवन्ना परिवार में थोड़ी सी भी इज्जत बची है तो उन्हें खुलकर जनता से माफी मांगनी चाहिए। JD(S) से प्रज्वल और सूरज को बर्खास्त कर देना चाहिए।’

हमने इस मामले को लेकर JD(S) के नेताओं से भी कॉन्टैक्ट किया। हमें बताया गया कि पार्टी ने सभी स्पोक्सपर्सन्स को इस केस पर कुछ भी बोलने से मना किया है।

सूरज के भाई प्रज्वल पर 50 महिलाओं के सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप सूरज रेवन्ना के भाई प्रज्वल रेवन्ना को कर्नाटक पुलिस ने 31 मई, 2024 की रात 12:30 बजे बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। प्रज्वल उस वक्त जर्मनी से भारत लौटा था। प्रज्वल पर 50 महिलाओं के सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा। वीडियो और SIT जांच में शामिल सोर्स से इसकी पुष्टि हुई है।

12 महिलाओं ने कहा कि प्रज्वल ने उनके साथ जबरन रेप किया है। उसके खिलाफ 4 केस दर्ज हुए। वो बीते एक साल से पुलिस की कस्टडी में है।

कोर्ट में प्रज्वल की पैरवी कर चुके सीनियर एडवोकेट शिवानंद बताते हैं, ‘प्रज्वल पर रेप, यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी के 4 केस दर्ज हैं। इनमें से एक केस उसके नौकर ने दर्ज कराया था। केस अभी एविडेंस स्टेज पर है। कोर्ट में गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। 26 मई को प्रज्वल के ड्राइवर एन. कार्तिक ने गवाही दी। उसने ऐसे खुलासे किए हैं, जिसके बाद SIT नए सिरे से जांच कर रही है।’

प्रज्वल के ड्राइवर कार्तिक ने पैरवी के दौरान सरकारी वकील अशोक नायक को बताया- ’प्रज्वल सांसद था, तब उसके फोन में करीब 2000 अश्लील फोटो और 40 प्राइवेट वीडियो थे। वीडियो में दिख रही महिलाओं से उसके रिश्ते थे। प्रज्वल ने खुद भवानी रेवन्ना को ये बातें बताई थीं। पहले भवानी को यकीन नहीं हुआ, लेकिन उन्हें सबूत दिखाए तो वे हैरान रह गईं।’

फोटो और वीडियो देखने के बाद भवानी बेटे की हरकतों पर नाराज हुईं। उन्होंने प्रज्वल से कहा कि ये बातें किसी और को न बताए, नहीं तो परिवार की बदनामी होगी।

प्रज्वल पर आरोप है कि उसने महिलाओं को अलग-अलग तरह का लालच देकर सेक्शुअल फेवर लिया। किसी को सब-इंस्पेक्टर, किसी को तहसीलदार तो किसी को फूड डिपार्टमेंट में नौकरी दिलवा दी। सेक्स स्कैंडल केस फिलहाल कोर्ट में है। 150 गवाह हैं, जिनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन प्रज्वल को सजा कब होगी, ये सवाल बाकी है। ……………………

ये खबर भी पढ़ें….

150 गवाह, 2000 पेज की चार्जशीट, प्रज्वल रेवन्ना को सजा कब

प्रज्वल रेवन्ना, हासन से सांसद और कर्नाटक की सबसे ताकतवर पॉलिटिकल फैमिली से उभरता लीडर। दादा एचडी देवगौड़ा पूर्व प्रधानमंत्री, पिता एचडी रेवन्ना विधायक और पूर्व मंत्री, चाचा एचडी कुमारस्वामी विधायक और पूर्व CM, भाई सूरज MLC। 24 अप्रैल, 2024 की सुबह इस परिवार की छवि पर सबसे बड़ा धब्बा लगा। हासन के स्टेडियम में रनिंग ट्रैक पर सैकड़ों पेन ड्राइव मिले। इनमें प्रज्वल रेवन्ना की करीब 3 हजार सेक्स क्लिप और फोटो थे। पढ़िए पूरी खबर…

Advertising