पीलू विद्यार्थी बोलीं- आशीष विद्यार्थी ने स्वीकार कर लिया था कि मैं किसी की पत्नी नहीं बन सकती
कुछ समय पहले जब एक्टर आशीष विद्यार्थी ने दोस्त रुपाली बरुआ से शादी की, तो हर किसी की भौंहे तन गई थीं। हर किसी के मन में सवाल था कि आशीष विद्यार्थी तो पहले से ही शादीशुदा हैं, फिर दोबारा शादी कैसे? अगर शादी कर रहे हैं तो फिर वह और पत्नी पीलू विद्यार्थी कब अलग हुए? आखिर उनके बीच ऐसा क्या हुआ जो उम्र के इस पड़ाव पर अलग होना पड़ा? यानी आशीष विद्यार्थी और पीलू विद्यार्थी की शादी और उनके टूटे रिश्ते को लेकर तमाम सवाल दागे गए। दोनों को जज भी किया गया। जबकि आशीष विद्यार्थी और पीलू दोनों ने कई इंटरव्यू में यही कहा कि उनके बीच कोई दिक्कत नहीं है, बस भविष्य को देखने का उनका नजरिया बदल गया था। अब पीलू विद्यार्थी ने लेटेस्ट इंटरव्यू में एक बार फिर इस पर बात की है। उन्होंने कहा है कि वह खुद को एक पत्नी के रूप में नहीं देख पा रही थीं। यह बात पति आशीष विद्यार्थी भी समझ चुके थे।
Piloo Vidyarthi ने हमारे सहयोगी ईटाइम्स’ से बात की। इसमें उन्होंने यह भी बताया कि बेटे को उन्होंने और Ashish Vidyarthi ने अलग होने की बात कैसे बताई थी। बेटे ने सुनकर कैसे रिएक्ट किया था। पीलू विद्यार्थी ने कहा कि उनके और आशीष विद्यार्थी के बीच कोई प्रॉब्लम नहीं थी। बल्कि उनका तो एक्टर के पैरेंट्स यानी सास-ससुर के साथ आज भी अच्छा रिश्ता है। पर लोगों को यह बात हजम नहीं होती। पीलू विद्यार्थी और आशीष विद्यार्थी 2021 में अलग हो गए थे, और 2022 में तलाक ले लिया था।
‘हमारे रास्ते एक-दूसरे से मेल नहीं खाते थे’
वह बोलीं, ‘दुनिया ढूंढने की कोशिश कर रही है कि आखिर दिक्कत क्या है। लेकिन कोई दिक्कत ही नहीं है। लोग इस पर विश्वास नहीं करना चाहते। वो सवाल करते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है? क्योंकि वो उस कहानी से नहीं जुड़ पा रहे हैं, जो उन्होंने सोची है। हमारा एक-दूसरे के प्रति एक खास प्यार है। हमारा एक कनेक्शन है। बात सिर्फ इतनी है कि हमारे रास्ते एक-दूसरे से मेल नहीं खाते थे। मैं अबतक अपनी मर्जी से इस पर नहीं बोली, लेकिन एक दिन मैंने देखा कि मेरी पसंद बदल गई है। ईमानदारी से कहूं, तो हमने डेढ़ साल तक इसे सुलझाने की कोशिश की, लेकिन हमने पाया कि भविष्य को लेकर हमारे विचार और लक्ष्य एक-दूसरे से अलग थे।’
‘आशीष खुश हैं कि मैंने अपना रास्ता चुना है’
पीलू ने आगे कहा, ‘फेसबुक पर कई महिलाएं लिख रही हैं कि वो झूठ बोल रही हैं। कोई अपने पति को इतना कैसे बचा सकती है? लोगों की साइकॉलजी बहुत ही जटिल होती है। मैं अपना काम कर रही हूं और आज सचमुच बहुत खुश हूं। मैंने अपना फर्ज पूरा किया है। मेरे अपने ससुराल वालों और पूरे परिवार के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। वो सभी लोग मुझसे बहुत प्यार से बात करते हैं, क्योंकि कोई दिक्कत नहीं होती। वो यह भी जानते हैं कि इतने साल, इतना वक्त बहुत अच्छा बिताया, और अब उसको यह करना है। मुझे लोगों को सच बताना होगा कि मैं खुश हूं। मैं एक स्वतंत्र, आजाद ख्यालों वाली कलाकार हूं। मैं एक अच्छी बेटी, बहू, पत्नी रही हूं, मैं एक बहुत अच्छी मां हूं, मेरे बेटे के साथ मेरे रिश्ते बहुत अच्छे हैं। वह एक अद्भुत इंसान है। वह इस बात से भी बहुत खुश हैं कि मैंने अपना रास्ता चुना है।’
‘पत्नी के रूप में उनका साथ नहीं दे पाती’
पीलू विद्यार्थी ने कहा कि वक्त के साथ उन्होंने पाया कि वह खुद को पत्नी के रूप में नहीं देख पा रही थीं। एक पति को पत्नी के रूप में उनसे जो साथ चाहिए था, वहीं नहीं दे पा रही थीं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि कभी उन्हें पति आशीष विद्यार्थी से नफरत हुई। वह बोलीं, ‘लोग भले ही इसे अहंकार कहें, लेकिन ये मेरी सच्चाई है। मैंने दुनिया भर में कई परिवारों में देखा है। एक पत्नी के पद की नौकरी है ना, उसमें एक औरत को सुकून मिलता है, सुरक्षा मिलती है। और उसको वो छोड़ना नहीं चाहती क्योंकि वो बाकी चीजों को मैनेज करती रहती है और उसकी वो अपनी पसंद है। लेकिन मेरी वो चॉइस नहीं थी, क्योंकि पत्नी के पद पर नौकरी करने के लिए, वो साथ जो उस पति को चाहिए, वो मैं नहीं दे पाऊंगी। एक पॉइंट के बाद मैंने इसे स्वीकार कर लिया।
पीलू विद्यार्थी की सच्चाई की स्वीकार, हुए अलग
पीलू ने आगे कहा, ‘लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उनसे (आशीष विद्यार्थी) नफरत करती हूं। इसका मतलब यह नहीं है कि वह मुझे मारते थे या बंद कर देते थे। ऐसा नहीं है। लोगों की सोच स्वतंत्र होती है और कई महिलाएं चीजों को अपने तरीके से करती हैं, हर कोई अलग है, कोई गलत नहीं है, कोई सही नहीं है, लेकिन मैं अब खुद को ऐसा करते हुए स्वीकार नहीं कर सकती थी। मैं अब खुद को किसी की पत्नी के रूप में नहीं देख सकती थी। मैंने उन्हें अपनी सच्चाई बताई और उन्होंने मेरी सच्चाई का सम्मान किया और उसे स्वीकार किया। यहां किसी की गलती नहीं है। आशीष कभी फिल्में नहीं देखते, लेकिन वह खुश हैं कि मैं काम कर रही हूं। मेरा बेटा भी बहुत खुश है। इसलिए, सब कुछ अच्छा है।
Piloo Vidyarthi ने हमारे सहयोगी ईटाइम्स’ से बात की। इसमें उन्होंने यह भी बताया कि बेटे को उन्होंने और Ashish Vidyarthi ने अलग होने की बात कैसे बताई थी। बेटे ने सुनकर कैसे रिएक्ट किया था। पीलू विद्यार्थी ने कहा कि उनके और आशीष विद्यार्थी के बीच कोई प्रॉब्लम नहीं थी। बल्कि उनका तो एक्टर के पैरेंट्स यानी सास-ससुर के साथ आज भी अच्छा रिश्ता है। पर लोगों को यह बात हजम नहीं होती। पीलू विद्यार्थी और आशीष विद्यार्थी 2021 में अलग हो गए थे, और 2022 में तलाक ले लिया था।
‘हमारे रास्ते एक-दूसरे से मेल नहीं खाते थे’
वह बोलीं, ‘दुनिया ढूंढने की कोशिश कर रही है कि आखिर दिक्कत क्या है। लेकिन कोई दिक्कत ही नहीं है। लोग इस पर विश्वास नहीं करना चाहते। वो सवाल करते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है? क्योंकि वो उस कहानी से नहीं जुड़ पा रहे हैं, जो उन्होंने सोची है। हमारा एक-दूसरे के प्रति एक खास प्यार है। हमारा एक कनेक्शन है। बात सिर्फ इतनी है कि हमारे रास्ते एक-दूसरे से मेल नहीं खाते थे। मैं अबतक अपनी मर्जी से इस पर नहीं बोली, लेकिन एक दिन मैंने देखा कि मेरी पसंद बदल गई है। ईमानदारी से कहूं, तो हमने डेढ़ साल तक इसे सुलझाने की कोशिश की, लेकिन हमने पाया कि भविष्य को लेकर हमारे विचार और लक्ष्य एक-दूसरे से अलग थे।’
‘आशीष खुश हैं कि मैंने अपना रास्ता चुना है’
पीलू ने आगे कहा, ‘फेसबुक पर कई महिलाएं लिख रही हैं कि वो झूठ बोल रही हैं। कोई अपने पति को इतना कैसे बचा सकती है? लोगों की साइकॉलजी बहुत ही जटिल होती है। मैं अपना काम कर रही हूं और आज सचमुच बहुत खुश हूं। मैंने अपना फर्ज पूरा किया है। मेरे अपने ससुराल वालों और पूरे परिवार के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। वो सभी लोग मुझसे बहुत प्यार से बात करते हैं, क्योंकि कोई दिक्कत नहीं होती। वो यह भी जानते हैं कि इतने साल, इतना वक्त बहुत अच्छा बिताया, और अब उसको यह करना है। मुझे लोगों को सच बताना होगा कि मैं खुश हूं। मैं एक स्वतंत्र, आजाद ख्यालों वाली कलाकार हूं। मैं एक अच्छी बेटी, बहू, पत्नी रही हूं, मैं एक बहुत अच्छी मां हूं, मेरे बेटे के साथ मेरे रिश्ते बहुत अच्छे हैं। वह एक अद्भुत इंसान है। वह इस बात से भी बहुत खुश हैं कि मैंने अपना रास्ता चुना है।’
‘पत्नी के रूप में उनका साथ नहीं दे पाती’
पीलू विद्यार्थी ने कहा कि वक्त के साथ उन्होंने पाया कि वह खुद को पत्नी के रूप में नहीं देख पा रही थीं। एक पति को पत्नी के रूप में उनसे जो साथ चाहिए था, वहीं नहीं दे पा रही थीं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि कभी उन्हें पति आशीष विद्यार्थी से नफरत हुई। वह बोलीं, ‘लोग भले ही इसे अहंकार कहें, लेकिन ये मेरी सच्चाई है। मैंने दुनिया भर में कई परिवारों में देखा है। एक पत्नी के पद की नौकरी है ना, उसमें एक औरत को सुकून मिलता है, सुरक्षा मिलती है। और उसको वो छोड़ना नहीं चाहती क्योंकि वो बाकी चीजों को मैनेज करती रहती है और उसकी वो अपनी पसंद है। लेकिन मेरी वो चॉइस नहीं थी, क्योंकि पत्नी के पद पर नौकरी करने के लिए, वो साथ जो उस पति को चाहिए, वो मैं नहीं दे पाऊंगी। एक पॉइंट के बाद मैंने इसे स्वीकार कर लिया।
पीलू विद्यार्थी की सच्चाई की स्वीकार, हुए अलग
पीलू ने आगे कहा, ‘लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उनसे (आशीष विद्यार्थी) नफरत करती हूं। इसका मतलब यह नहीं है कि वह मुझे मारते थे या बंद कर देते थे। ऐसा नहीं है। लोगों की सोच स्वतंत्र होती है और कई महिलाएं चीजों को अपने तरीके से करती हैं, हर कोई अलग है, कोई गलत नहीं है, कोई सही नहीं है, लेकिन मैं अब खुद को ऐसा करते हुए स्वीकार नहीं कर सकती थी। मैं अब खुद को किसी की पत्नी के रूप में नहीं देख सकती थी। मैंने उन्हें अपनी सच्चाई बताई और उन्होंने मेरी सच्चाई का सम्मान किया और उसे स्वीकार किया। यहां किसी की गलती नहीं है। आशीष कभी फिल्में नहीं देखते, लेकिन वह खुश हैं कि मैं काम कर रही हूं। मेरा बेटा भी बहुत खुश है। इसलिए, सब कुछ अच्छा है।