पीडीए का लैंड बैंक सालों से खाली, बदले 23 वीसी: प्रयागराज विकास प्राधिकरण की तरफ से वर्ष 91से 93 में शुरू हुई थी 42 आवासीय योजनाएं – Prayagraj (Allahabad) News h3>
प्रयागराज। शहरी क्षेत्र में लोगों को आवास मुहैया कराने वाले प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के पास आवासीय योजनाओं को शुरू करने के लिए जमीन नहीं है। सालों से उनका लैंड बैंक खाली पड़ा है। लैंड बैंक को भरने के लिए प्राधिकरण की तरफ से कई कवायद की गई। उस
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पीडीए के वर्तमान वीसी डॉ. अमित पाल शर्मा।
योजनाएं शुरू नहीं होने से पीडीए की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ रहा असर प्रयागराज विकास प्राधिकरण की तरफ से कोई नई बड़ी योजनाओं के नहीं शुरू होने का असर अब उसकी आय पर भी पड़ने लगा है। इससे प्राधिकरण की आर्थिक हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है। अवैध निर्माणों से होने वाली आय से प्राधिकरण के करीब 550 अधिकारियों, कर्मचारियों को तनख्वाह मिल रही है। पीडीए के उपाध्यक्ष (वीसी) डा. अमितपाल शर्मा का कहना है कि नयी आवासीय योजनाओं की तैयारियां व्यापक स्तर पर चल रही है। इससे बड़ी संख्या में लोगों को आवासीय सुविधाएं मुहैया होगी। विकास प्राधिकरण के वर्ष 1991 से 1993 तक उपाध्यक्ष पीएन मिश्रा थे, उन्होंने करीब 42 आवासीय योजनाएं शुरू की थी जो 200 बीघा से लेकर 500 बीघा तक थी। जिसमें प्रमुख रूप से शांतिपुरम आवासीय योजना, त्रिवेणीपुरम, कालिंदीपुरम, बद्री आवास योजना, चौफटका, देवघाट झलवा, हैजा हास्पिटल आवास योजना, मम्फोर्डगंज आवास योजना, नैनी आवास योजना सहित अन्य आवासीय एवं व्यावसायिक योजनाएं थी। जिससे प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी हो गयी थी। 2009 से 2016 तक दो दर्ज आवासीय योजना शुरू करने की बनी थी प्लानिंग वर्ष 2009 से 2016 तक वीसी अनिल कुमार सिंह और अजय कुमार सिंह थे। उन्होंने दो दर्जन आवासीय योजनाएं शुरू की थी, जिससे कि पीडीए की आर्थिक स्थिति खराब नहीं होने पाई और वह चलता रहा। वर्तमान में पीडीए की तरफ से अवैध निर्माणों पर कार्रवाई होने और कुछ नक्शों के पास से होने वाली आय से पीडीए चल रहा है जबकि दर्जनभर अफसरों और 550 कर्मचारियों को वेतन सहित अन्य भुगतान किसी तरह से हो रहा है।
पीडीए के पूर्व वीसी भानूचंद्र गोस्वामी।
पूर्व वीसी भानुचन्द्र गोस्वामी ने शहर, पीडीए को दी नयी पहचान प्रयागराज विकास प्राधिकरण प्रयागराज (पीडीए) के पूर्व उपाध्यक्ष भानुचन्द्र गोस्वामी थे। उन्होंने अपने कार्यकाल मई 2017 से जुलाई 2019 तक पीडीए और शहर को नयी पहचान दी। पूर्व उपाध्यक्ष भानुचंद्र गोस्वामी ने 200 से अधिक अवैध निर्माण, जो सड़क के किनारे और बीच में थे,को रातों रात तुड़वाकर शहर की सड़कों का चौड़ीकरण किया, वहीं पांच दर्जन चौराहों, रेलवे अण्डरपास का अतिरिक्त निर्माण, कई फ्लाईओवर, पांच दर्जन से अधिक सड़कों पर बस स्टाफ, सड़कों पर मार्डन ब्रेकर, 200 टायलेट का निर्माण करवाया जिससे कि शहर को आज माडर्न पहचान मिली है।