पीएमश्री योजना : हर प्रखंड के दो स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से किया जाएगा लैस
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पीएमश्री योजना : हर प्रखंड के दो स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से किया जाएगा लैस
चयन के लिए सबसे पहले चैलेंज पोर्टल पर स्कूल को करना होगा आवेदन
यू-डायस-प्लस पोर्टल के आंकड़े चयन होने के बनेंगे आधार
15 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे एचएम, 23 मई तक होगा भौतिक सत्यापन
डीएम की अध्यक्षता में बनने वाली जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति अंतिम रूप से स्कूलों का करेगी चयन
फोटो :
डीईओ ऑफिस : जिला शिक्षा कार्यालय का भवन।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
जिले से हर प्रखंड के एक प्रारंभिक व एक माध्यमिक स्कूल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर छात्रों को स्मार्ट बनाने की योजना बनायी गयी है। इसके लिए पीएमश्री विद्यालय योजना का शुभांरभ किया गया है। शिक्षा विभाग ने पीएमश्री योजना में शामिल करने के लिए सरकारी स्कूलों से 15 मई तक आवेदन मांगा है। डीईओ राज कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा विकसित चैलेंज पोर्टल पर स्कूलों के एचएम को आवेदन करने का आदेश दिया गया है। यू-डायस प्लस पोर्टल पर उपलब्ध आकड़े को विद्यालयों की पात्रता का आधार माना गया है।
प्राप्त आवेदनों के आधार पर जिलास्तरीय समिति द्वारा स्कूलों का भौतिक सत्यापन 23 मई तक किया जाएगा। सत्यापन के वक्त विद्यालय में निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध हो, इसका खास ख्याल रखा जायेगा। मूल्यांकन के बाद सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों को पीएमश्री विद्यालय के रूप में चयन किया जा सकेगा। चयन का निर्धारण प्रत्येक मानक/बेंच मार्क के लिए निर्धारित अंक के आधार पर होगा। चयनित विद्यालयों का अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन पीएमश्री पोर्टल पर कराया जाएगा। डीईओ ने बताया कि योजना का सफल संचालन के लिए सभी बीईओ व बीपीएम को पत्र भेजा गया है। समग्र शिक्षा डीपीओ को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
योजना का लक्ष्य :
पीएम श्री विद्यालयों के तहत उच्च गुणवत्ता की शिक्षा को समानता व न्याय संगत और आनंदमय वातावरण में प्रदान की जा सकेगी। बच्चों को उनकी क्षमता के अनुसार ‘चाइल्ड पैडागॉजी (बाल शिक्षाशास्त्र) आधारित पाठ्यक्रम से शिक्षण कार्य संचालित किया जाएगा। विद्यालयों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा व बेहतर शैक्षणिक परिवेश के साथ-साथ अपने क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के लिए भी आदर्श विद्यालय के रूप में परिभाषित होंगे। इन स्कूलों को हरित ऊर्जा से परिपूर्ण विद्यालयों के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां रेनवाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस व द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त व अन्य अवधारणाओं को विकसित किया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं यथा, आधुनिक कम्प्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब, सुस्ज्जित पुस्तकालय से लैस होगा। प्रत्येक विद्यार्थी को कक्षा के अनुरूप दक्षता के लिए ‘लर्निंग आउटकम (सीखने कीक्षमता) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बच्चों को कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा। ताकि, बच्चों के क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ रोजगारपरक संभावना भी तैयारी की जा सके। ।
कैसे करें आवेदन :
पीएमश्री विद्यालय में आवेदन के लिए एचएम को रजिस्टर्ड ई-मेल व रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से एक लिंक भेजा जाएगा। इसी लिंक पर विद्यालय के यू-डायस कोड को अंकित करते हुए, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी पर प्राप्त ओटीपी के द्वारा लॉग-इन किया जा सकेगा। लॉग-इन करने के बाद पूछे गए प्रश्नों को हां या नहीं में चिह्नित किया जाना है। प्रश्नों के जवाब ऑनलाइन अंकित करने के बाद किसी भी प्रकार का बदलाव संभव नहीं होगा। जिला शिक्षा विभाग के एमआईएस प्रभारी शरद कुमार से आवेदन करने के संबंध में जानकारी ली जा सकती है।
जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति :
पीएमश्री योजना के अनुश्रवण के लिए राज्यस्तरीय व जिला स्तरीय अनुश्रवण समितियां बनायी जाएंगी। जिलास्तरीय कमेटी में डीएम अध्यक्ष तो डीईओ सदस्य सचिव होंगे। डीडीसी, सिविल सर्जन, डीपीओ, जिला कल्याण पदाधिकारी, बीडीओ, बीईओ सदस्य होंगे।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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पीएमश्री योजना : हर प्रखंड के दो स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से किया जाएगा लैस
चयन के लिए सबसे पहले चैलेंज पोर्टल पर स्कूल को करना होगा आवेदन
यू-डायस-प्लस पोर्टल के आंकड़े चयन होने के बनेंगे आधार
15 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे एचएम, 23 मई तक होगा भौतिक सत्यापन
डीएम की अध्यक्षता में बनने वाली जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति अंतिम रूप से स्कूलों का करेगी चयन
फोटो :
डीईओ ऑफिस : जिला शिक्षा कार्यालय का भवन।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
जिले से हर प्रखंड के एक प्रारंभिक व एक माध्यमिक स्कूल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर छात्रों को स्मार्ट बनाने की योजना बनायी गयी है। इसके लिए पीएमश्री विद्यालय योजना का शुभांरभ किया गया है। शिक्षा विभाग ने पीएमश्री योजना में शामिल करने के लिए सरकारी स्कूलों से 15 मई तक आवेदन मांगा है। डीईओ राज कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा विकसित चैलेंज पोर्टल पर स्कूलों के एचएम को आवेदन करने का आदेश दिया गया है। यू-डायस प्लस पोर्टल पर उपलब्ध आकड़े को विद्यालयों की पात्रता का आधार माना गया है।
प्राप्त आवेदनों के आधार पर जिलास्तरीय समिति द्वारा स्कूलों का भौतिक सत्यापन 23 मई तक किया जाएगा। सत्यापन के वक्त विद्यालय में निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध हो, इसका खास ख्याल रखा जायेगा। मूल्यांकन के बाद सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों को पीएमश्री विद्यालय के रूप में चयन किया जा सकेगा। चयन का निर्धारण प्रत्येक मानक/बेंच मार्क के लिए निर्धारित अंक के आधार पर होगा। चयनित विद्यालयों का अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन पीएमश्री पोर्टल पर कराया जाएगा। डीईओ ने बताया कि योजना का सफल संचालन के लिए सभी बीईओ व बीपीएम को पत्र भेजा गया है। समग्र शिक्षा डीपीओ को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
योजना का लक्ष्य :
पीएम श्री विद्यालयों के तहत उच्च गुणवत्ता की शिक्षा को समानता व न्याय संगत और आनंदमय वातावरण में प्रदान की जा सकेगी। बच्चों को उनकी क्षमता के अनुसार ‘चाइल्ड पैडागॉजी (बाल शिक्षाशास्त्र) आधारित पाठ्यक्रम से शिक्षण कार्य संचालित किया जाएगा। विद्यालयों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा व बेहतर शैक्षणिक परिवेश के साथ-साथ अपने क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के लिए भी आदर्श विद्यालय के रूप में परिभाषित होंगे। इन स्कूलों को हरित ऊर्जा से परिपूर्ण विद्यालयों के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां रेनवाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस व द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त व अन्य अवधारणाओं को विकसित किया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं यथा, आधुनिक कम्प्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब, सुस्ज्जित पुस्तकालय से लैस होगा। प्रत्येक विद्यार्थी को कक्षा के अनुरूप दक्षता के लिए ‘लर्निंग आउटकम (सीखने कीक्षमता) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बच्चों को कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा। ताकि, बच्चों के क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ रोजगारपरक संभावना भी तैयारी की जा सके। ।
कैसे करें आवेदन :
पीएमश्री विद्यालय में आवेदन के लिए एचएम को रजिस्टर्ड ई-मेल व रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से एक लिंक भेजा जाएगा। इसी लिंक पर विद्यालय के यू-डायस कोड को अंकित करते हुए, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी पर प्राप्त ओटीपी के द्वारा लॉग-इन किया जा सकेगा। लॉग-इन करने के बाद पूछे गए प्रश्नों को हां या नहीं में चिह्नित किया जाना है। प्रश्नों के जवाब ऑनलाइन अंकित करने के बाद किसी भी प्रकार का बदलाव संभव नहीं होगा। जिला शिक्षा विभाग के एमआईएस प्रभारी शरद कुमार से आवेदन करने के संबंध में जानकारी ली जा सकती है।
जिलास्तरीय अनुश्रवण समिति :
पीएमश्री योजना के अनुश्रवण के लिए राज्यस्तरीय व जिला स्तरीय अनुश्रवण समितियां बनायी जाएंगी। जिलास्तरीय कमेटी में डीएम अध्यक्ष तो डीईओ सदस्य सचिव होंगे। डीडीसी, सिविल सर्जन, डीपीओ, जिला कल्याण पदाधिकारी, बीडीओ, बीईओ सदस्य होंगे।
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