पिता की मौत छिपाकर 8 महीने तक लेता रहा पेंशन: गोरखपुर में बनवा लिया दूसरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, शिकायत के बाद जांच में खुली पोल – Gorakhpur News

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पिता की मौत छिपाकर 8 महीने तक लेता रहा पेंशन:  गोरखपुर में बनवा लिया दूसरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, शिकायत के बाद जांच में खुली पोल – Gorakhpur News

पिता की मौत छिपाकर 8 महीने तक लेता रहा पेंशन: गोरखपुर में बनवा लिया दूसरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, शिकायत के बाद जांच में खुली पोल – Gorakhpur News

गोरखपुर में गीडा इलाके के एक युवक पर अपने रिटायर्ड आर्मी मैन पिता की मौत को आठ महीने तक छिपाकर सेना से पेंशन लेने और फर्जीवाड़े के जरिए दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने का गंभीर आरोप लगा है। एक स्थानीय व्यक्ति ने SP नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव से

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2021 में हुई थी पिता की मौत, फिर भी जारी रही पेंशन

शिकायत में बताया गया है कि आरोपी के पिता, जो कि भारतीय सेना से सेवानिवृत्त थे, उनकी मृत्यु 8 मई 2021 को हो गई थी। मृत्यु का प्रमाण पत्र भी उसी समय बन गया था। इसके बावजूद बेटे ने अपने पिता को जीवित दर्शाते हुए करीब आठ महीने तक सेना से पेंशन की रकम निकालते रहा।

फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर दबाने की कोशिश

जब इस धोखाधड़ी की भनक लगने लगी और शिकायत की आशंका हुई, तो आरोपी ने मुरादाबाद में 16 जुलाई 2022 को दोबारा एक नया मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया, जिसमें अपने पिता की मृत्यु उस दिन दर्शाई गई। आरोप है कि यह प्रमाण पत्र भी फर्जी तरीके से जारी कराया गया, ताकि पहले के घोटाले को ढंका जा सके।

लखनऊ मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी

इतना ही नहीं, शिकायत में यह भी कहा गया है कि आरोपी युवक लखनऊ मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर इलाके के कई लोगों से पैसे ले चुका है। कुछ लोगों ने इसकी भी लिखित शिकायत पुलिस अधिकारियों से की है।

CO गीडा को सौंपी गई जांच, गांव में होगी पुष्टि

SP नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच CO गीडा को सौंपी गई है। पुलिस यह जांच करेगी कि मुरादाबाद से मृत्यु प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी हुआ, जबकि असली मृत्यु प्रमाण पत्र पहले ही बन चुका था। इसके लिए मुरादाबाद नगर निगम या संबंधित विभाग से भी संपर्क किया जाएगा।

मुरादाबाद पुलिस की भी ली जाएगी मदद

पुलिस की टीम जल्द ही गांव जाकर मृतक की वास्तविक मृत्यु तिथि और पेंशन रिकॉर्ड की भी जांच करेगी। यदि धोखाधड़ी की पुष्टि होती है, तो आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर मुरादाबाद पुलिस की मदद भी ली जाएगी।

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