पिता की तरह मंत्री पद को लात मार दूंगा: पटना में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान बोलें- सिद्धांतों से समझौता नहीं करूंगा h3>
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चिराग पासवान ने आगे कहा, ‘जिस दिन चिराग पासवान को ऐसा लगेगा कि गठबंधन में मेरे लोगों के साथ अन्याय हो रहा है या गठबंधन में हमलोगों की बातों को नहीं सुना जा रहा है तो मेरे पिता ने भी एक मिनट नहीं सोचा था मंत्री पद को लात मरने से पहले, मैं भी नहीं सोचूंगा।’
Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, पटनाTue, 1 Oct 2024 08:41 AM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है। चिराग पासवान ने कहा है कि अगर गठबंधन में हमारे लोगों की बात नहीं सुनी गई तो पिता की तरह मैं भी मंत्री पद को लात मार दूंगा। चिराग पासवान की पार्टी अभी केंद्र की एनडीए सरकार में शामिल है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों मेंचिराग पासवान कई मुद्दों पर अपनी ही पार्टी के खिलाफ भी नजर आए हैं। अब उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वो मंत्री पद भी छोड़ देंगे।
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चिराग पासवान ने पटना के एसके मेमोरियल हॉल में मंच से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित किया। चिराग पासवान ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि वो लोग झूठ बोलने का काम करते हैं उस झूठ का हमलोग पर्दाफाश करेंगे। चुनाव आते हैं…चुनाव के वक्त क्या-क्या कहा गया था। आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा…संविधान की हत्या कर दी जाएगी। मेरा नेता ने भी यह बात कहा था और मैं भी दोहरा रहा हूं।
मेरे पिता किसी भी गठबंधन का हिस्सा रहे हों, उनकी एक भूमिका रही है और उसी भूमिका में आज चिराग पासवान भी है। मैं भी किसी गठबंधन में रहूं आप लोगों के पहरेदार की भूमिका में हमेशा रहूंगा। जब तक चिराग पासवान उस गठबंधन में है आप लोगों को अपने हक या अधिकारों की चिंता करने की जरुरत नहीं है।
चिराग पासवान ने आगे कहा, ‘जिस दिन चिराग पासवान को ऐसा लगेगा कि गठबंधन में मेरे लोगों के साथ अन्याय हो रहा है या गठबंधन में हमलोगों की बातों को नहीं सुना जा रहा है तो मेरे पिता ने भी एक मिनट नहीं सोचा था मंत्री पद को लात मरने से पहले, मैं भी नहीं सोचूंगा।’
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आपको बता दें कि लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान पहले ही एससी-एसटी आरक्षण में सब कैटगरी और क्रीमी लेयर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुखर विरोधी रहे हैं। इसके अलावा वो एनडीए सरकार द्वारा लोकसभा में लाए गए वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध कर चुके हैं और यूपीएससी लैटरल एंट्री के मुद्दे पर भी अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं। इतना ही नहीं चिराग पासवान जातिगत जनगणना का भी समर्थन कर चुके हैं। हाल ही में चिराग पासवान ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी झारखंड में चुनाव लड़ेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इस चुनाव में गठबंधन पर बाद में विचार-विमर्श किया जाएगा।
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चिराग पासवान ने आगे कहा, ‘जिस दिन चिराग पासवान को ऐसा लगेगा कि गठबंधन में मेरे लोगों के साथ अन्याय हो रहा है या गठबंधन में हमलोगों की बातों को नहीं सुना जा रहा है तो मेरे पिता ने भी एक मिनट नहीं सोचा था मंत्री पद को लात मरने से पहले, मैं भी नहीं सोचूंगा।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हनुमान कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है। चिराग पासवान ने कहा है कि अगर गठबंधन में हमारे लोगों की बात नहीं सुनी गई तो पिता की तरह मैं भी मंत्री पद को लात मार दूंगा। चिराग पासवान की पार्टी अभी केंद्र की एनडीए सरकार में शामिल है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों मेंचिराग पासवान कई मुद्दों पर अपनी ही पार्टी के खिलाफ भी नजर आए हैं। अब उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वो मंत्री पद भी छोड़ देंगे।
चिराग पासवान ने पटना के एसके मेमोरियल हॉल में मंच से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित किया। चिराग पासवान ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि वो लोग झूठ बोलने का काम करते हैं उस झूठ का हमलोग पर्दाफाश करेंगे। चुनाव आते हैं…चुनाव के वक्त क्या-क्या कहा गया था। आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा…संविधान की हत्या कर दी जाएगी। मेरा नेता ने भी यह बात कहा था और मैं भी दोहरा रहा हूं।
मेरे पिता किसी भी गठबंधन का हिस्सा रहे हों, उनकी एक भूमिका रही है और उसी भूमिका में आज चिराग पासवान भी है। मैं भी किसी गठबंधन में रहूं आप लोगों के पहरेदार की भूमिका में हमेशा रहूंगा। जब तक चिराग पासवान उस गठबंधन में है आप लोगों को अपने हक या अधिकारों की चिंता करने की जरुरत नहीं है।
चिराग पासवान ने आगे कहा, ‘जिस दिन चिराग पासवान को ऐसा लगेगा कि गठबंधन में मेरे लोगों के साथ अन्याय हो रहा है या गठबंधन में हमलोगों की बातों को नहीं सुना जा रहा है तो मेरे पिता ने भी एक मिनट नहीं सोचा था मंत्री पद को लात मरने से पहले, मैं भी नहीं सोचूंगा।’
आपको बता दें कि लोजपा (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान पहले ही एससी-एसटी आरक्षण में सब कैटगरी और क्रीमी लेयर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुखर विरोधी रहे हैं। इसके अलावा वो एनडीए सरकार द्वारा लोकसभा में लाए गए वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध कर चुके हैं और यूपीएससी लैटरल एंट्री के मुद्दे पर भी अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं। इतना ही नहीं चिराग पासवान जातिगत जनगणना का भी समर्थन कर चुके हैं। हाल ही में चिराग पासवान ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी झारखंड में चुनाव लड़ेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इस चुनाव में गठबंधन पर बाद में विचार-विमर्श किया जाएगा।