पिड़ौखर घाट पर पांचवें दिन शुरू हुआ नाव का परिचालन h3>
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चोरौत। चोरौत-पुपरी पथ में रातो नदी के पिड़ौखर घाट पर डायवर्सन के टूटने के पांचवें दिन शनिवार को नाव का परिचालन शुरू किया गया। नाव का परिचालन शुरू होने से इस क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। नाव के परिचालन होने से स्कूल व कोचिंग में पढाई करने वाले छात्रों, तथा पुपरी से आने वाले सवारी यात्रियों को नाव पार कर आने जाने में सहुलियत हो रही है। वहीं, रातो नदी के पिड़ौखर घाट पर सीतामढ़ी पथ प्रमंडल विभाग तथा एचएच- 527 सी के पुल निर्माण एजेंसी के द्वारा पुल का निर्माण कराया जा रहा है। तथा बनाए गए तत्कालीन डायवर्सन नदी में पानी बढ़ते ही बीते सोमवार को दोनों डायवर्सन का अस्तित्व खत्म हो गया है। प्रखंड के लोगों ने बताया कि पुल निर्माण कार्य कर रहे संवेदक को आवागमन चालू रहे इस दिशा में अबतक कोई ठोस पहल शुरु नहीं किया है।लोगों ने बताया की लगभग तीन माह जुलाई, अगस्त सितंबर माह तक नदी में पानी का बहाव होता रहेगा। ऐसे में नाव से समस्या से समाधान संभव नहीं है।विभागीय समीक्षा से पता चला कि नदी की धारा मधुबनी जिले में तथा पुल का का स्थल सीतामढ़ी है। जिसके कारण पुपरी एसडीओ इस्तियाक अलि अंसारी तथा चोरौत सीओ रमेश कुमार ने पहल करते हुए मधुबनी जिले के बेनीपट्टी एसडीओ तथा मधवापुर अंचल के सीओ नवलेश कुमार से पिड़ौखर नदी घाट पर तत्काल नाव की व्यवस्था करने की मांग की। मालूम हो की पिड़ौखर नदी घाट नेपाल के साथ साथ सीतामढ़ी जिले के चोरौत से पुपरी अनुमंडल मुख्यालय को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है। पुल के दक्षिण चोरौत प्रखंड के बर्री बेहटा पंचायत है तो दूसरी ओर घाट के दक्षिण मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड के पिरोखर पंचायत के तीन गांव को समस्या हो रही है।
चोरौत-भंटावारी पथ में जमुनिया घाट का किया निरीक्षण
चोरौत। चोरौत-भंटावारी पथ में रातो नदी के जमुनिया नदी में नव निर्माणाधीन पुल के नीचे बने डायवर्सन टूटने के बाद संवेदक के द्वारा नया डायवर्सन बनाया जा रहा है। डायवर्सन का निर्माण कार्य शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। डायवर्सन के टुटने तथा आवागवन बंद होने हो रही परेशानी को देखते हुए बीडीओ ए कुमार तथा सीओ रमेश कुमार ने डायवर्सन का निरीक्षण किया। नदी में बनाए गए डायवर्सन के टूटने से प्रखंड के परिगमा तथा भंटावारी दो पंचायत के दर्जनों गांवों के लोगों का पंचायत सेप्रखंड मुख्यालय का सड़क सम्पर्क भंग है। शनिवार को डायवर्सन निर्माण कर रहे संवेदक तथा पथ प्रमंडल विभाग कनीय अभियंता महेंद्र कुमार से डायवर्सन मरम्मत कार्यों की जानकारी लिया। सीओ रमेश कुमार ने बताया कि पुल निर्माण कार्य कर रहे संवेदक ने दो-तीन दिनों में डायवर्सन तैयार करके आवागमन चालू कर दिए जाने की बात बताई है। सीओ ने बताया कि निर्माण एजेंसी को ठोस डायवर्सन निर्माण करने का निर्देश गया है ताकि आने वाले बाढ़ बरसात के दिनों में भी आवागमन बाधित नहीं हो। जलस्तर बढ़ने के बाद पांव पैदल भी आवागमन हो सके। मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि सुनील राउत तथा स्थानीय पंचायत के मुखिया उपस्थित थे।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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चोरौत। चोरौत-पुपरी पथ में रातो नदी के पिड़ौखर घाट पर डायवर्सन के टूटने के पांचवें दिन शनिवार को नाव का परिचालन शुरू किया गया। नाव का परिचालन शुरू होने से इस क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। नाव के परिचालन होने से स्कूल व कोचिंग में पढाई करने वाले छात्रों, तथा पुपरी से आने वाले सवारी यात्रियों को नाव पार कर आने जाने में सहुलियत हो रही है। वहीं, रातो नदी के पिड़ौखर घाट पर सीतामढ़ी पथ प्रमंडल विभाग तथा एचएच- 527 सी के पुल निर्माण एजेंसी के द्वारा पुल का निर्माण कराया जा रहा है। तथा बनाए गए तत्कालीन डायवर्सन नदी में पानी बढ़ते ही बीते सोमवार को दोनों डायवर्सन का अस्तित्व खत्म हो गया है। प्रखंड के लोगों ने बताया कि पुल निर्माण कार्य कर रहे संवेदक को आवागमन चालू रहे इस दिशा में अबतक कोई ठोस पहल शुरु नहीं किया है।लोगों ने बताया की लगभग तीन माह जुलाई, अगस्त सितंबर माह तक नदी में पानी का बहाव होता रहेगा। ऐसे में नाव से समस्या से समाधान संभव नहीं है।विभागीय समीक्षा से पता चला कि नदी की धारा मधुबनी जिले में तथा पुल का का स्थल सीतामढ़ी है। जिसके कारण पुपरी एसडीओ इस्तियाक अलि अंसारी तथा चोरौत सीओ रमेश कुमार ने पहल करते हुए मधुबनी जिले के बेनीपट्टी एसडीओ तथा मधवापुर अंचल के सीओ नवलेश कुमार से पिड़ौखर नदी घाट पर तत्काल नाव की व्यवस्था करने की मांग की। मालूम हो की पिड़ौखर नदी घाट नेपाल के साथ साथ सीतामढ़ी जिले के चोरौत से पुपरी अनुमंडल मुख्यालय को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है। पुल के दक्षिण चोरौत प्रखंड के बर्री बेहटा पंचायत है तो दूसरी ओर घाट के दक्षिण मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड के पिरोखर पंचायत के तीन गांव को समस्या हो रही है।
चोरौत-भंटावारी पथ में जमुनिया घाट का किया निरीक्षण
चोरौत। चोरौत-भंटावारी पथ में रातो नदी के जमुनिया नदी में नव निर्माणाधीन पुल के नीचे बने डायवर्सन टूटने के बाद संवेदक के द्वारा नया डायवर्सन बनाया जा रहा है। डायवर्सन का निर्माण कार्य शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। डायवर्सन के टुटने तथा आवागवन बंद होने हो रही परेशानी को देखते हुए बीडीओ ए कुमार तथा सीओ रमेश कुमार ने डायवर्सन का निरीक्षण किया। नदी में बनाए गए डायवर्सन के टूटने से प्रखंड के परिगमा तथा भंटावारी दो पंचायत के दर्जनों गांवों के लोगों का पंचायत सेप्रखंड मुख्यालय का सड़क सम्पर्क भंग है। शनिवार को डायवर्सन निर्माण कर रहे संवेदक तथा पथ प्रमंडल विभाग कनीय अभियंता महेंद्र कुमार से डायवर्सन मरम्मत कार्यों की जानकारी लिया। सीओ रमेश कुमार ने बताया कि पुल निर्माण कार्य कर रहे संवेदक ने दो-तीन दिनों में डायवर्सन तैयार करके आवागमन चालू कर दिए जाने की बात बताई है। सीओ ने बताया कि निर्माण एजेंसी को ठोस डायवर्सन निर्माण करने का निर्देश गया है ताकि आने वाले बाढ़ बरसात के दिनों में भी आवागमन बाधित नहीं हो। जलस्तर बढ़ने के बाद पांव पैदल भी आवागमन हो सके। मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि सुनील राउत तथा स्थानीय पंचायत के मुखिया उपस्थित थे।
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