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पावर प्लांट में मजदूर की मौत पर बवाल: पूर्व विधायक समेत 150 लोगों पर केस, प्लांट में घुसकर पुलिस से धक्का-मुक्की का आरोप – Etah News

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पावर प्लांट में मजदूर की मौत पर बवाल:  पूर्व विधायक समेत 150 लोगों पर केस, प्लांट में घुसकर पुलिस से धक्का-मुक्की का आरोप – Etah News

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पावर प्लांट में मजदूर की मौत पर बवाल: पूर्व विधायक समेत 150 लोगों पर केस, प्लांट में घुसकर पुलिस से धक्का-मुक्की का आरोप – Etah News

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नंदकुमार | एटा10 मिनट पहले

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पावर प्लांट पर कर्मचारियों की लगी भीड़।

एटा के थाना मलावन क्षेत्र स्थित जवाहरपुर तापीय परियोजना में बीते शनिवार को करंट लगने से घायल हुए मजदूर पंकज की आगरा में इलाज के दौरान मौत हो गई। रविवार को मृतक के परिजन और ग्रामीण शव को लेकर प्लांट पहुंचे। उन्होंने मुख्य गेट पर शव रखकर मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान भाजपा नेता और पूर्व विधायक अजय यादव भी मौके पर पहुंच गए।

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पुलिस का आरोप है कि पूर्व विधायक के नेतृत्व में भीड़ ने बैरिकेड हटाकर प्लांट में जबरन प्रवेश किया। प्रदर्शनकारियों ने थाना प्रभारी जेपी अशोक समेत पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की और उन्हें गिरा दिया। भीड़ के संयंत्र के निषिद्ध क्षेत्र में घुसने से कर्मचारियों और अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई।

बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर किया था हंगामा।

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मलावन थाना प्रभारी रोहित राठी की रिपोर्ट पर मृतक के भाई रामकिशन उर्फ रामू, दीपक यादव सहित पूर्व विधायक अजय यादव और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सीओ सकीट कीर्तिका सिंह के अनुसार, आरोपियों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, संयंत्र की सुरक्षा को खतरे में डालने और पुलिस पर हमला करने के आरोप हैं। घटना के बाद प्लांट में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

हालात को देखते हुए प्लांट पर पुलिस बल तैनात किया गया।

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मौके पर उप जिलाधिकारी जगमोहन गुप्ता और क्षेत्राधिकार संजय सिंह, मौके पर पहुंची पीड़ित परिवार और ग्रामीणों की मांग को मानते हुए 20 लाख रुपए की सहायता राशि भी प्रदान की गई थी। हादसे का वीडियो भी सामने आया है जिसमे साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह हादसा हुआ और मजदूर की जान चली गई। इस हादसे में मजदूर 90 प्रतिशत तक जल गया था। पूर्व विधायक अजय यादव ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

कई लोगों पर धक्का-मुक्की करने के आरोप में केस दर्ज।

उन्होंने कहा, “हम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए वहां पहुंचे थे। पुलिस का रवैया अमानवीय था उल्टे पीड़ितों के खिलाफ मुकदमा लिखने की धमकी दी जा रही थी। जनहित के मामलों में ऐसे लिखे मुकदमों की मुझे कोई परवाह नहीं।

गौरतलब है कि जवाहरपुर तापीय परियोजना क्षेत्र अत्यंत संवेदनशील माना जाता है, ऐसे में इस तरह की घटना ने प्रशासनिक हलकों में खलबली मचा दी है। अतिरिक्त पुलिसबल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित किया गया।सीओ संजय सिंह ने जिले के बड़े अधिकारियों को गुमराह करके एफ आई आर दर्ज करवाई है।अगर पीड़ित परिवार की मदद करना अपराध है तो ये अपराध मैं बार बार करूंगा।

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