पार्षदों को सताने लगी वार्ड की चिंता…अधूरे कार्यों को लेकर कर रहे पूछताछ | Greater councilors worries about the ward inquiring incomplete works | News 4 Social

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पार्षदों को सताने लगी वार्ड की चिंता…अधूरे कार्यों को लेकर कर रहे पूछताछ | Greater councilors worries about the ward inquiring incomplete works | News 4 Social

पार्षदों को सताने लगी वार्ड की चिंता…अधूरे कार्यों को लेकर कर रहे पूछताछ | Greater councilors worries about the ward inquiring incomplete works | News 4 Social

विधानसभा चुनाव खत्म हो गए और विधायक भी चुन लिए गए। अब पार्षदों को अपने वार्ड के विकास की चिंता सताने लगी है। अधूरे निर्माण कार्यों को पूरा कराने से लेकर जिन कार्यों का आचार संहिता से पहले शिलान्यास किया गया था, उनकी जानकारी लेने पार्षद ग्रेटर निगम कार्यालय पहुंच रहे हैं। फाइल कहां अटकी है? टेंडर प्रक्रिया में देरी क्यों हो रही है? जैसे सवाल जोन कार्यालयों में भी उपायुक्त व अन्य अधिकारियों के दफ्तर में सुनाई दे रहे हैं।

विधानसभा चुनाव खत्म हो गए और विधायक भी चुन लिए गए। अब पार्षदों को अपने वार्ड के विकास की चिंता सताने लगी है। अधूरे निर्माण कार्यों को पूरा कराने से लेकर जिन कार्यों का आचार संहिता से पहले शिलान्यास किया गया था, उनकी जानकारी लेने पार्षद ग्रेटर निगम कार्यालय पहुंच रहे हैं। फाइल कहां अटकी है? टेंडर प्रक्रिया में देरी क्यों हो रही है? जैसे सवाल जोन कार्यालयों में भी उपायुक्त व अन्य अधिकारियों के दफ्तर में सुनाई दे रहे हैं।

दरअसल, राजधानी के ग्रेटर निगम में आचार संहिता लगने से पहले करीब 100 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया था। इसमें इंटरलॉकिंग, टाइल्स, डामर की सड़कें बनाने से लेकर फुटपाथ व अन्य आवश्यक कार्य कराए जाना प्रस्तावित हैं।

ये काम भी अटके
1- हाईमास्ट लाइट: अक्टूबर में 51 हाईमास्ट लाइट का शिलान्यास किया गया था। उसके बाद आचार संहिता लग गई। अब लाइट लगवाने के लिए पार्षद निगम मुख्यालय के चक्कर काट रहे हैं। विद्युत शाखा के अभियंताओं का कहना है कि जल्द ही काम शुरू करेंगे।

2- सार्वजनिक शौचालय: निगम सीमा क्षेत्र में आठ सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण होना है। ये शौचालय बाजारों के आस-पास हैं। इनके निर्माण से लोगों को राहत मिलेगी।

सड़कों के अधूरे काम पूरा करने पर जोर
कई वार्डों में आचार संहिता लगने के कारण सड़कों के काम अधूरे पड़े हैं। प्रचार के दौरान पार्षद के साथ-साथ पार्टी के प्रत्याशी ने भी सड़क का वादा किया। कुछ पार्षदों ने तो यहां तक कहा कि आचार संहिता हटने के बाद ही सड़क बनवा देंगे। अब पार्षद अधूरे काम को पूरा करवाने के लिए निगम के चक्कर लगा रहे हैं।

480 करोड़ से बदली जाएगी सीवर लाइन
ग्रेटर निगम के सात वार्डों में 480 करोड़ रुपए से सीवर लाइन बदलने और अपग्रेड करने का काम होगा। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का काम चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि अब यह काम गति पकड़ेगा।

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