पांच दिन बाद भी नहीं हो सकी पुलिसकर्मियों की गिरफ़्तारी: किसान के अपहरण और फिरौती मामले में आरोपी तीनों पुलिसकर्मी पांच दिन से फरार – Bareilly News

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पांच दिन बाद भी नहीं हो सकी पुलिसकर्मियों की गिरफ़्तारी:  किसान के अपहरण और फिरौती मामले में आरोपी तीनों पुलिसकर्मी पांच दिन से फरार – Bareilly News

पांच दिन बाद भी नहीं हो सकी पुलिसकर्मियों की गिरफ़्तारी: किसान के अपहरण और फिरौती मामले में आरोपी तीनों पुलिसकर्मी पांच दिन से फरार – Bareilly News

यही तीनों पुलिसकर्मी फरार है…

“पांच दिन बीत जाने के बाद भी बरेली के फतेहगंज पश्चिमी में किसान के अपहरण और फिरौती के आरोप में फरार तीन पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। दिनदहाड़े किसान को तमंचे के बल पर अगवा कर रबर फैक्ट्री में बंधक बनाया गया, पीटा गया और फिरौती मांगी गई।

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ये सनसनीखेज वारदात 3 अप्रैल को सामने आई थी, जब एक किसान बलवीर को पुलिसवर्दी में आए तीन लोगों ने अगवा कर बंधक बनाया और फिरौती मांगी। मामले में नामजद सब-इंस्पेक्टर बलबीर सिंह और कांस्टेबल मोहित चौधरी व हिमांशु तोमर पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है, लेकिन तीनों पुलिसकर्मी फरार हैं।

फरार सब-इंस्पेक्टर बलबीर सिंह

पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर तीन टीमें लगातार दबिश दे रही हैं, मगर अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। इधर, पीड़ित किसान और उसका परिवार अभी भी दहशत में जी रहा है। उन्हें आशंका है कि आरोपी पुलिसकर्मी कहीं उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा न दें।

आरोपी कांस्टेबल मोहित चौधरी

3 अप्रैल को हुई वारदात, दिनदहाड़े घर से उठा ले गए किसान

मामला 3 अप्रैल की दोपहर का है। दोपहर करीब 1 से 1:30 बजे के बीच फतेहगंज पश्चिमी चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, कांस्टेबल मोहित चौधरी और हिमांशु तोमर, किसान बलवीर के घर पहुंचे। आरोप है कि तीनों ने घर में घुसते ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसी दौरान सब-इंस्पेक्टर ने किसान की कनपटी पर तमंचा रख दिया और धमकाया, “अगर होशियारी दिखाई तो जान से जाओगे।” तीनों पुलिसकर्मी किसान को बाइक पर बैठाकर जबरन अपने साथ ले गए।

आरोपी कांस्टेबल हिमांशु तोमर

किसान को पास की एक रबर फैक्ट्री के क्वार्टर में ले जाकर तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान किसान के साथ मारपीट की गई और तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। डरे-सहमे परिजनों ने किसी तरह दो लाख रुपये का इंतजाम कर भिजवाए, तब जाकर किसान को छोड़ा गया।

धमकियों से खौफ में किसान, बोले – झूठे केस में फंसाने की दी गई धमकी

किसान का आरोप है कि तीनों पुलिसकर्मियों ने उसे धमकी दी कि अगर किसी से इस घटना का जिक्र किया तो स्मैक तस्करी जैसे केस में फंसा देंगे। कहा गया कि कोर्ट-कचहरी और पुलिस के चक्कर में सब कुछ बिक जाएगा। इसी डर के कारण किसान और उसका पूरा परिवार बेहद डरा हुआ है और किसी से खुलकर बात भी नहीं कर रहा।

पत्नी की कॉल से खुला मामला, सीओ ने कराया मुक्त

घटना के वक्त किसान की पत्नी ने तत्काल आईजी और एसएसपी को कॉल कर अपहरण की सूचना दी थी। एसएसपी अनुराग आर्य ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सीओ हाइवे को मौके पर भेजा। सीओ के पहुंचते ही आरोपी पुलिसकर्मी किसान को छोड़कर फरार हो गए। उसी दिन शाम को फतेहगंज पश्चिमी थाने में तीनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई।

गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित, विभागीय कार्रवाई भी शुरू

एसएसपी अनुराग आर्य ने तीनों फरार पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। ये टीमें आरोपियों के घर और रिश्तेदारों के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। एसएसपी ने बताया कि तीनों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है और उन्हें बर्खास्त करने की प्रक्रिया जारी है।

घटना की पूरी टाइमलाइन – किसान अपहरण मामला

  • 3 अप्रैल दोपहर 1:00 – 1:30 बजे सब-इंस्पेक्टर बलबीर सिंह और दो सिपाही किसान के घर में घुसे धमकी देते हुए किसान को तमंचे के बल पर अगवा किया
  • 1:30 – 2:00 बजे किसान को बाइक से रबर फैक्ट्री के क्वार्टर में ले जाया गया तीनों पुलिसकर्मियों ने किसान को पीटा और धमकाया
  • 2:00 – 4:30 बजे किसान को तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया तीन लाख की फिरौती मांगी गई परिजनों ने दो लाख रुपये भिजवाए
  • 4:45 बजे के आसपास किसान की पत्नी ने आईजी और एसएसपी को फोन कर घटना की जानकारी दी
  • 5:30 बजे सीओ हाइवे ने मौके पर पहुंचकर किसान को छुड़ाया पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए
  • शाम करीब 6:30 बजे फतेहगंज पश्चिमी थाने में तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
  • 4–7 अप्रैल एसएसपी के निर्देश पर तीन टीमें गठित लगातार छापेमारी जारी, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं

पहले भी पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई…

  • फरीदपुर थाने के तत्कालीन प्रभारी रामसेवक पर आरोप है कि उन्होंने सात लाख रुपये लेकर तस्करों को छोड़ दिया था। मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई थीं।
  • बहेड़ी थाने की भुडिया कॉलोनी चौकी इंचार्ज दीपचंद को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जेल भेज दिया गया।
  • सुभाषनगर थाने की करगैना चौकी प्रभारी धर्मेंद्र देशवाल को भी 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा और जेल भेजा।
  • प्रेमनगर थाने में तैनात दरोगा रामौतार को 50-50 हजार रुपये की किश्तों में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उन्हें भी जेल भेजा गया।
  • किला चौकी प्रभारी सौरभ कुमार पर एक व्यापारी को झूठे केस में फंसाकर सात लाख रुपये मांगने का आरोप लगा था। उन्हें इस मामले में सस्पेंड किया गया था।

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