पहली बार स्कूलों में जाएगी टीम…पर कोई सूचना नहीं, तंबाकू के दाग दिखे तो कटेंगे नंबर | swachh survekshan 2024 news team will go to schools for the first time | News 4 Social

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पहली बार स्कूलों में जाएगी टीम…पर कोई सूचना नहीं, तंबाकू के दाग दिखे तो कटेंगे नंबर | swachh survekshan 2024 news team will go to schools for the first time | News 4 Social

पहली बार स्कूलों में जाएगी टीम…पर कोई सूचना नहीं, तंबाकू के दाग दिखे तो कटेंगे नंबर | swachh survekshan 2024 news team will go to schools for the first time | News 4 Social

स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 अभियान राजधानी में गति नहीं पकड़ पाया है। पहला मौका होगा जब सर्वेक्षण के लिए टीम स्कूलों में भी जाएगी। हैरानी की बात यह है कि अब तक हैरिटेज और ग्रेटर निगम के अधिकारियों ने स्कूलों को जानकारी भी नहीं दी है। जबकि, 75 अंक स्कूलों में साफ टॉयलेट और वहां कचरा निस्तारण के तय किए गए हैं। इसके अलावा अन्य निर्देशों की भी अधिकारी पालना नहीं कर रहे हैं।

स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 अभियान राजधानी में गति नहीं पकड़ पाया है। पहला मौका होगा जब सर्वेक्षण के लिए टीम स्कूलों में भी जाएगी। हैरानी की बात यह है कि अब तक हैरिटेज और ग्रेटर निगम के अधिकारियों ने स्कूलों को जानकारी भी नहीं दी है। जबकि, 75 अंक स्कूलों में साफ टॉयलेट और वहां कचरा निस्तारण के तय किए गए हैं। इसके अलावा अन्य निर्देशों की भी अधिकारी पालना नहीं कर रहे हैं। जनवरी में आने वाली टीम को निरीक्षण के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर तम्बाकू के दाग दिखे तो उसके भी नम्बर कटेंगे। सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सिटीजन फीडबैक को भी जन आंदोलन बनाना होगा।

यहां कटेंगे नम्बर
-नए निर्माण के दौरान निकलने वाले वेस्ट के निस्तारण का प्लांट ही तैयार नहीं हो पाया है।
-सड़क किनारे दो कचरा पात्र जरूरी हैं। लेकिन, शहर में कई जगह एक ही कचरा पात्र रखा है।

तीन हिस्सों में बांटा पूरा सर्वेक्षण
1-सर्विस लेवल प्रोग्रेस (5705 अंक): इसमें कचरा संग्रहण से लेकर निस्तारण, आवासीय कॉलोनियों से लेकर बाजारों की साफ-सफाई और वॉटर बॉडी की सफाई देखी जाएगी।
2-सर्टिफिकेशन (2500 अंक): इनमें सामुदायिक शौचालयों से लेकर टॉयलेट व अन्य कागजी प्रक्रिया को पूरा किया जाता है।
3-जन आंदोलन (1295 अंक): इनमें जन भागीदारी को बढ़ावा दिया जाता है और शिकायतों का निस्तारण भी ऐप के जरिए करना होता है।

यहां नम्बर कटने का डर
-प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग नियमित रूप से हो रहा है। इसकी वजह से सर्वेक्षण के दौरान अंकों में कटौती तय है। सर्वेक्षण में 150 अंक निर्धारित किए गए हैं।
-विवाह स्थल, शिक्षण संस्थान, व्यावसायिक कार्यालय से लेकर होटल, रेस्टोरेंट और होटल को खुद कचरे से खाद बनाने की मशीन लगानी होगी। इसके 100 अंक तय किए हैं। लेकिन, शहर में इस नियम की पालना 20 फीसदी ही हो रही है।

जन आंदोलन बना दिखानी होगी ताकत
शहरवासियों को अभियान से जोड़ना होगा। सर्वेक्षण में इसे जन आंदोलन नाम दिया गया है। इसमें 600 अंकों का सिटीजन फीडबैक होगा। साथ ही स्वच्छता चैम्पियन और लोकल ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाएंगे। ये शहरवासियों को सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देंगे।

अब तक शुरू नहीं हुई वार्डों की परीक्षा
इस अभियान में स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए स्वच्छ वार्ड रैंकिंग की शुरुआत की गई। अप्रेल-2023 से मार्च-2024 तक हर माह वार्ड की रैंक निगम को देनी थी। लेकिन, दोनों में से किसी निगम में इस रैंकिंग को शुरू नहीं किया गया। इसके 320 अंक निर्धारित किए गए हैं।

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