पत्रिका के स्पीक आउट कार्यक्रम में बोले लोग…समस्याओं का दूसरा नाम पीआरएन, बरसात में घर का रास्ता भी नहीं दिखता | Patrika Speak Out Program PRN Rain Water Basic Facilities Drainage Land Mafia | News 4 Social h3>
ये समस्याएं रविवार को राजस्थान पत्रिका के स्पीक आउट कार्यक्रम में विभिन्न कॉलोनियों से आए लोगों ने उठाईं। अजमेर रोड स्थित जगदम्बा नगर के पार्क में हुए कार्यक्रम में लोगों ने कहा कि झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से जो भी विधायक बना है, वो राज्य सरकार में मंत्री भी बना है, लेकिन समस्याएं जस की तस हैं। कालूराम रैगर, बाबूलाल सोनी, राजेश शर्मा, हनुमान शर्मा, विजय सिंह यादव, नरेश यादव, शैलेश प्रधान, वीना सिंह सहित अन्य लोगों ने अपनी बात रखी। वहीं, ग्रेटर निगम में वित्त समिति की अध्यक्ष शील धाभाई, पार्षद मदन शर्मा और राधेश्याम बोहरा ने नगर निगम से संबंधित समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।
गणेश नगर में सड़क नहीं है। विधायक हो या फिर पार्षद वोट लेकर चले जाते हैं। पार्षद थोड़ा बहुत काम जरूर करवा देते हैं। बड़े काम तभी होंगे जब विधायक रुचि लेंगे।
– गोपाल नाथ शर्मा
सिरसी जाने के लिए रोड नही है। लोग परेशान होते हैं। सर्विस रोड ही है। उस पर दिन भर जाम रहता है। सात बीघा जमीन सुविधा क्षेत्र की थी वहां 300 वर्ग गज जमीन बची है। पेच वर्क करवाया जाए।
– दीपक चौधरी
मनमाने तरीके से बोरिंग किए जा रहे हैं। उनको रोकने के लिए कोई तंत्र ही नहीं है। वाटर लेवल दिनों दिन नीचे जा रहा है। सरकार को बोरिंग की निगरानी करनी चाहिए।
– गौरी लाल रैगर
रजनी विहार से अजमेर रोड पर जाने वाला कट एनएचएआइ ने बंद कर दिया। इससे कॉलोनियों में ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। इस कारण हमेशा हादसे का डर बना रहता है। कट खोला जाए।
– राहुल शर्मा
धावास रोड बाजार की कोई सुध लेने वाला नहीं है। मुख्य सड़क के दोनों ओर मिट्टी जमा है। दुकानों में मिट्टी भर जाती है। हाईटेंशन लाइन के नीचे सड़क बन जाए तो ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।
– भगवान सहाय गुर्जर
पीआरएन में बिल्डिंग तो अच्छी बन गईं। लोग भी रहने आ गए। जब बरसात होती है तो सड़कों पर पानी भर जाता है। घर जाने का रास्ता नहीं बचता। मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं।
– आलोक श्रीवास्तव
पानी की लाइन डालने की वजह से सड़कें खोद दी गईं। तीन वर्ष से सड़कें खुदी हैं। इनकी मरम्मत तक नहीं हो रही है। पैदल चलने में डर लगता है। जेडीए क्षतिग्रस्त सड़कों को सही कराए।
– हेमलता शर्मा
सरकार के साथ-साथ नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने में निगम का साथ देना चाहिए। बड़ी समस्याओं को लेकर सरकार और क्षेत्रीय विधायक के पास जाना चाहिए।
– मोनिका शर्मा
हाईटेंशन लाइन से 800 कॉलोनी के 25 हजार लोगों को दिक्कत है। इन लोगों को पट्टे नहीं मिल पा रहे हैं। नए नियमों को लागू किया जाए। पीआरएन में बिना जेडीए पट्टे के कनेक्शन देने पर रोक है। ये रोक हटे।
– अनिल माथुर
लोगों ने नियमन के नाम पर बहुत पैसा दिया है। वैशाली और चित्रकूट से जमीन के भाव में ज्यादा अंतर नहीं है। लेकिन, सुविधाओं का अभाव है। सीवर और पेयजल लाइन का काम चल रहा है।
– घनश्याम सिंह
जगदम्बा नगर-ए में सोसायटी और काश्तकारों के बीच विवाद होने की वजह से भूखंडधारी परेशान हैं। 40 फीसदी से ज्यादा कॉलोनी विकसित हो चुकी है। भूखंडधारी वर्षों से जेडीए के चक्कर लगा रहे हैं।
– अरुण यादव
यह भी पढ़ें राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के विधायकों में मची खलबली, जानिए क्या है पूरा मामला?
चिकित्सा शिविर आज
राजस्थान पत्रिका के स्पीक आउट के तहत सोमवार को लूनियावास, बस स्टैंड स्थित वार्ड 110 पार्षद कार्यालय पर चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का हेल्थ पार्टनर मंगलमप्लस मेडिसिटी है।
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ये समस्याएं रविवार को राजस्थान पत्रिका के स्पीक आउट कार्यक्रम में विभिन्न कॉलोनियों से आए लोगों ने उठाईं। अजमेर रोड स्थित जगदम्बा नगर के पार्क में हुए कार्यक्रम में लोगों ने कहा कि झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से जो भी विधायक बना है, वो राज्य सरकार में मंत्री भी बना है, लेकिन समस्याएं जस की तस हैं। कालूराम रैगर, बाबूलाल सोनी, राजेश शर्मा, हनुमान शर्मा, विजय सिंह यादव, नरेश यादव, शैलेश प्रधान, वीना सिंह सहित अन्य लोगों ने अपनी बात रखी। वहीं, ग्रेटर निगम में वित्त समिति की अध्यक्ष शील धाभाई, पार्षद मदन शर्मा और राधेश्याम बोहरा ने नगर निगम से संबंधित समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।
गणेश नगर में सड़क नहीं है। विधायक हो या फिर पार्षद वोट लेकर चले जाते हैं। पार्षद थोड़ा बहुत काम जरूर करवा देते हैं। बड़े काम तभी होंगे जब विधायक रुचि लेंगे।
– गोपाल नाथ शर्मा
सिरसी जाने के लिए रोड नही है। लोग परेशान होते हैं। सर्विस रोड ही है। उस पर दिन भर जाम रहता है। सात बीघा जमीन सुविधा क्षेत्र की थी वहां 300 वर्ग गज जमीन बची है। पेच वर्क करवाया जाए।
– दीपक चौधरी
मनमाने तरीके से बोरिंग किए जा रहे हैं। उनको रोकने के लिए कोई तंत्र ही नहीं है। वाटर लेवल दिनों दिन नीचे जा रहा है। सरकार को बोरिंग की निगरानी करनी चाहिए।
– गौरी लाल रैगर
रजनी विहार से अजमेर रोड पर जाने वाला कट एनएचएआइ ने बंद कर दिया। इससे कॉलोनियों में ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। इस कारण हमेशा हादसे का डर बना रहता है। कट खोला जाए।
– राहुल शर्मा
धावास रोड बाजार की कोई सुध लेने वाला नहीं है। मुख्य सड़क के दोनों ओर मिट्टी जमा है। दुकानों में मिट्टी भर जाती है। हाईटेंशन लाइन के नीचे सड़क बन जाए तो ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।
– भगवान सहाय गुर्जर
पीआरएन में बिल्डिंग तो अच्छी बन गईं। लोग भी रहने आ गए। जब बरसात होती है तो सड़कों पर पानी भर जाता है। घर जाने का रास्ता नहीं बचता। मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं।
– आलोक श्रीवास्तव
पानी की लाइन डालने की वजह से सड़कें खोद दी गईं। तीन वर्ष से सड़कें खुदी हैं। इनकी मरम्मत तक नहीं हो रही है। पैदल चलने में डर लगता है। जेडीए क्षतिग्रस्त सड़कों को सही कराए।
– हेमलता शर्मा
सरकार के साथ-साथ नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने में निगम का साथ देना चाहिए। बड़ी समस्याओं को लेकर सरकार और क्षेत्रीय विधायक के पास जाना चाहिए।
– मोनिका शर्मा
हाईटेंशन लाइन से 800 कॉलोनी के 25 हजार लोगों को दिक्कत है। इन लोगों को पट्टे नहीं मिल पा रहे हैं। नए नियमों को लागू किया जाए। पीआरएन में बिना जेडीए पट्टे के कनेक्शन देने पर रोक है। ये रोक हटे।
– अनिल माथुर
लोगों ने नियमन के नाम पर बहुत पैसा दिया है। वैशाली और चित्रकूट से जमीन के भाव में ज्यादा अंतर नहीं है। लेकिन, सुविधाओं का अभाव है। सीवर और पेयजल लाइन का काम चल रहा है।
– घनश्याम सिंह
जगदम्बा नगर-ए में सोसायटी और काश्तकारों के बीच विवाद होने की वजह से भूखंडधारी परेशान हैं। 40 फीसदी से ज्यादा कॉलोनी विकसित हो चुकी है। भूखंडधारी वर्षों से जेडीए के चक्कर लगा रहे हैं।
– अरुण यादव
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चिकित्सा शिविर आज
राजस्थान पत्रिका के स्पीक आउट के तहत सोमवार को लूनियावास, बस स्टैंड स्थित वार्ड 110 पार्षद कार्यालय पर चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का हेल्थ पार्टनर मंगलमप्लस मेडिसिटी है।