पटाखा फैक्ट्री में हरदा-देवास के 21 मजदूरों की मौत: गुजरात में बॉयलर फटने से हादसा; आज शवों को लाया जाएगा एमपी – Harda News

27
पटाखा फैक्ट्री में हरदा-देवास के 21 मजदूरों की मौत:  गुजरात में बॉयलर फटने से हादसा; आज शवों को लाया जाएगा एमपी – Harda News
Advertising
Advertising

पटाखा फैक्ट्री में हरदा-देवास के 21 मजदूरों की मौत: गुजरात में बॉयलर फटने से हादसा; आज शवों को लाया जाएगा एमपी – Harda News

पटाखा फैक्ट्री में मजदूरों की मौत की खबर सुनकर हंडिया में उनके परिजन रो पड़े।

Advertising

गुजरात में एक पटाखा फैक्ट्री का बॉयलर फटने से मध्यप्रदेश के 21 मजदूरों की मौत हो गई। धमाका इतना भीषण था कि कई मजदूरों के अंग 50 मीटर दूर तक बिखर गए। फैक्ट्री के पीछे खेत में भी कुछ मानव अंग मिले हैं।

.

Advertising

हादसा मंगलवार सुबह 8 बजे बनासकांठा के नजदीक डीसा में हुआ। सभी मजदूर हरदा जिले के हंडिया और देवास जिले के संदलपुर के रहने वाले थे। 3 मजदूरों की हालत गंभीर है, 5 मामूली रूप से घायल हैं। सभी 2 दिन पहले ही मजदूरी के लिए गुजरात गए थे।

विस्फोट के दौरान मजदूर पटाखा बनाने का काम कर रहे थे। धमाके के बाद वहां आग लग गई। फायर ब्रिगेड को आग पर काबू पाने में 5 से 6 घंटे लगे। बुधवार को सभी शवों को मध्यप्रदेश लाया जाएगा।

बनास मेडिकल कॉलेज में सभी मजदूरों की लाशें एक साथ रखी गई थीं।

Advertising

मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए की सहायता हादसे पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। गुजरात सरकार ने भी मृतकों के परिजन को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए आर्थिक सहायता देने की बात कही है। हरदा विधायक डॉ. आरके दोगने ने मृतकों के परिवार को विधायक निधि से 20-20 हजार रुपए देने की घोषणा की है।

धमाका इतना तेज था कि मजदूरों के शरीर के टुकड़े दूर तक बिखर गए।

एमपी से मंत्री और अफसरों की टीम गुजरात पहुंची गुजरात में पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद मध्यप्रदेश सरकार की ओर से अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान बनासकांठा गए हैं। हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त और घायलों की मदद के लिए अफसरों की टीम भी भेजी है।

Advertising

इसमें संयुक्त कलेक्टर संजीव नागू, उप पुलिस अधीक्षक अजाक सुनील लाटा, तहसीलदार टिमरनी डॉ. प्रमेश जैन, नायब तहसीलदार देवराम निहरता और रहटगांव के पुलिस उप निरीक्षक मानवेंद्र सिंह भदौरिया शामिल हैं। देवास से भी अफसरों का एक दल बनासकांठा गया है।

घायल बोला- धमाका हुआ और बेहोश हो गए दैनिक NEWS4SOCIALकी टीम ने पालनपुर के बनास मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भेजे गए मजदूर विजय से बात की। विजय ने कहा, ‘हम फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे थे। तभी अचानक ब्लास्ट हुआ और मैं बेहोश हो गया। जब आंखें खोलीं तो मेरे चारों ओर आग थी। झुलसी हालत में ही किसी तरह फैक्ट्री से बाहर भागा।’

हादसे में तीन मजदूर 40 प्रतिशत से अधिक झुलस गए हैं।

पटाखे बेचने का लाइसेंस था, बनाने का नहीं दीपक ट्रेडर्स नाम की यह पटाखा फैक्ट्री खूबचंद सिंधी की है। वह इस फैक्ट्री में विस्फोटक लाकर पटाखा बनवाते थे। अब तक की जांच में पता चला है कि कंपनी मालिक के पास केवल पटाखे बेचने का लाइसेंस है, बनाने का नहीं। स्थानीय पुलिस आगे की जांच में जुटी है।

धमाके के बाद फैक्ट्री के स्लैब ढह गए। कई मजदूर मलबे में दब गए।

सिंघार का सवाल- रोजगार देने में मध्यप्रदेश सरकार अक्षम नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- सवाल मध्यप्रदेश सरकार से है कि हर दिन रोजगार का गाना गाने वाली सरकार इतनी अक्षम हो चुकी है कि मजदूरों को पलायन की आवश्यकता पड़ रही है। उन्हें अपनी जान तक गंवानी पड़ रही है।

इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। लापरवाही के दोषियों को चिह्नित करके उन्हें सजा मिले। पीड़ित परिवारों को मध्यप्रदेश सरकार समुचित मुआवजा दे और घायलों का बेहतर इलाज कराए।

मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…

बेटे की तेरहवीं करनी थी, रुपए कमाने गए गुजरात: मां बोली-सब खत्म हो गया

गीताबाई बोली- होली पर बेटे सत्यनारायण का निधन हो गया था। उसकी तेरहवीं के लिए रुपए नहीं थे। पोते समेत परिवार के 11 लोग काम करने गुजरात गए थे। वहां से लौटते तो बेटे की तेरहवीं करती, लेकिन उसके पहले ही पूरा परिवार खत्म हो गया। गीताबाई के परिवार के 11 लोग गुजरात के बनासकांठा के पास डीसा में मजदूरी करने गए थे। मंगलवार सुबह 8 बजे पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर में विस्फोट में इन्होंने अपनी जान गवां दी। पढ़ें पूरी खबर

देश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Breaking News News

Advertising