नीतीश कैबिनेट विस्तार के बाद मंत्रियों में बंटेगा विभाग? सम्राट बोले- सरकार बन गई, सब हो जाएगा h3>
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बिहार में एनडीए सरकार के गठन को चार दिन हो गए हैं, मगर नए मंत्रियों को अभी तक विभाग नहीं बांटे गए हैं। अब खबर आ रही है कि पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार होगा, उसके बाद ही सभी मंत्रियों में विभागों का बंटवारा होगा। आगामी बजट सत्र से पहले यह काम हो जाएगा। बीजेपी नेताओं ने इसके संकेत दिए हैं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार का गठन हो गया है तो सबकुछ जल्द ही हो जाएगा। फिलहाल सभी की नजरें नीतीश कैबिनेट के विस्तार पर टिक गई हैं।
बीते रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ 8 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। इसमें से तीन-तीन नेता जेडीयू और बीजेपी के हैं, जबकि एक-एक निर्दलीय एवं HAM पार्टी के विधायक हैं। हालांकि, बीजेपी के वरिष्ठ नेता का कहना है कि पोर्टफोलियो का बंटवारा कैबिनेट विस्तार के बाद ही होगा। ये दोनों काम एक दिन के भीतर पूरे होने की संभावना है। माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा के बजट सत्र से पहले नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण और विभागों का बंटवारा कर दिया जाएगा। बजट सत्र 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ 3-4 दिन के लिए विभागों का बंटवारा करने का कोई तुक नहीं है, क्योंकि कैबिनेट विस्तार के बाद फिर से यह काम करना होगा। इस महीने के पहले सप्ताह में सबकुछ फाइनल हो जाएगा।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष एवं डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का कहना है कि कैबिनेट विस्तार पर काम जारी है, जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगा। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने भी यही बात कही है। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में सरकार का गठन हो गया है, इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। सबकुछ समय पर हो जाएगा। जेडीयू और बीजेपी में विभागों के बंटवारे को लेकर कोई तकरार नहीं है।
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विभागों का बंटवारा और कैबिनेट विस्तार प्रायोरिटी में है, बीजेपी जब चाहेगी उस दिन यह हो जाएगा। जेडीयू के मंत्रियों के विभागों में कुछ खास बदलाव नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि विभागों का बंटवारा 2020 के फॉर्मूले से होगा। उस समय भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी और बीजेपी से दो डिप्टी सीएम बने थे।
अगर 2020 का फॉर्मूला अपनाया जाता है तो नीतीश कुमार के पास सबसे प्रमुख गृह विभाग रहेगा। वहीं, वित्त, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे अहम विभाग बीजेपी के पास जा सकते हैं। 2005 के बाद से जेडीयू ने पहली बार शिक्षा विभाग को 2022 में आरजेडी को दिया था। इस विभाग को लेकर जेडीयू और आरजेडी में तकरार का माहौल भी बना था।
इसी तरह, 2022 में पहली बार वित्त विभाग जेडीयू के पास आया था और विजय चौधरी इसके मंत्री बने थे। इससे पहले तक एनडीए सरकार में यह विभाग बीजेपी के पास ही रहा है। जेडीयू नेता का कहना है कि अब बजट का समय आ गया है तो दोनों पार्टियां मिल बैठकर चीजों को हल करेंगी। एनडीए सरकार के लिए इस मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है।
सामाजिक विश्लेषक नवल किशोर चौधरी का कहना है कि विभागों के बंटवारे और कैबिनेट विस्तार में देरी से अच्छा मैसेज नहीं जाएगा। इससे जाहिर होता है कि गठबंधन में आपसी खींचतान की स्थिति बन रही है।
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बिहार में एनडीए सरकार के गठन को चार दिन हो गए हैं, मगर नए मंत्रियों को अभी तक विभाग नहीं बांटे गए हैं। अब खबर आ रही है कि पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार होगा, उसके बाद ही सभी मंत्रियों में विभागों का बंटवारा होगा। आगामी बजट सत्र से पहले यह काम हो जाएगा। बीजेपी नेताओं ने इसके संकेत दिए हैं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार का गठन हो गया है तो सबकुछ जल्द ही हो जाएगा। फिलहाल सभी की नजरें नीतीश कैबिनेट के विस्तार पर टिक गई हैं।
बीते रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ 8 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। इसमें से तीन-तीन नेता जेडीयू और बीजेपी के हैं, जबकि एक-एक निर्दलीय एवं HAM पार्टी के विधायक हैं। हालांकि, बीजेपी के वरिष्ठ नेता का कहना है कि पोर्टफोलियो का बंटवारा कैबिनेट विस्तार के बाद ही होगा। ये दोनों काम एक दिन के भीतर पूरे होने की संभावना है। माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा के बजट सत्र से पहले नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण और विभागों का बंटवारा कर दिया जाएगा। बजट सत्र 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ 3-4 दिन के लिए विभागों का बंटवारा करने का कोई तुक नहीं है, क्योंकि कैबिनेट विस्तार के बाद फिर से यह काम करना होगा। इस महीने के पहले सप्ताह में सबकुछ फाइनल हो जाएगा।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष एवं डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का कहना है कि कैबिनेट विस्तार पर काम जारी है, जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगा। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने भी यही बात कही है। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में सरकार का गठन हो गया है, इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। सबकुछ समय पर हो जाएगा। जेडीयू और बीजेपी में विभागों के बंटवारे को लेकर कोई तकरार नहीं है।
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विभागों का बंटवारा और कैबिनेट विस्तार प्रायोरिटी में है, बीजेपी जब चाहेगी उस दिन यह हो जाएगा। जेडीयू के मंत्रियों के विभागों में कुछ खास बदलाव नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि विभागों का बंटवारा 2020 के फॉर्मूले से होगा। उस समय भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी और बीजेपी से दो डिप्टी सीएम बने थे।
अगर 2020 का फॉर्मूला अपनाया जाता है तो नीतीश कुमार के पास सबसे प्रमुख गृह विभाग रहेगा। वहीं, वित्त, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे अहम विभाग बीजेपी के पास जा सकते हैं। 2005 के बाद से जेडीयू ने पहली बार शिक्षा विभाग को 2022 में आरजेडी को दिया था। इस विभाग को लेकर जेडीयू और आरजेडी में तकरार का माहौल भी बना था।
इसी तरह, 2022 में पहली बार वित्त विभाग जेडीयू के पास आया था और विजय चौधरी इसके मंत्री बने थे। इससे पहले तक एनडीए सरकार में यह विभाग बीजेपी के पास ही रहा है। जेडीयू नेता का कहना है कि अब बजट का समय आ गया है तो दोनों पार्टियां मिल बैठकर चीजों को हल करेंगी। एनडीए सरकार के लिए इस मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है।
सामाजिक विश्लेषक नवल किशोर चौधरी का कहना है कि विभागों के बंटवारे और कैबिनेट विस्तार में देरी से अच्छा मैसेज नहीं जाएगा। इससे जाहिर होता है कि गठबंधन में आपसी खींचतान की स्थिति बन रही है।