नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर की खूबसूरती के पीछे इस शख्स का हाथ
NMACC की खूबसूरती के पीछे किसका हाथ ?
Vogue के साथ इंटरव्यू के दौरान मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की बेटी ईशा अंबानी (Isha Ambani) ने नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर के बारे में बातें की। उन्होंने बताया कि क्यों से आर्ट सेंटर अंबानी परिवार के लिए खास है? इस आर्ट सेंटर को काफी सोच-समझ कर डिजाइन किया गया है। नीता अंबानी और ईशा अंबानी ने इसके डिजाइन पर काफी काम किया है। आर्ट सेंटर के आर्किटेक पर बारीकी से काम किया गया है। NMACC का डिजाइन वर्ल्ड फेमल आर्किटेक रिचर्ड ग्लूकमैन (Richard Gluckman) ने तैयार किया है।
कौन हैं रिचर्ड ग्लूकमैन
रिचर्ड ग्लूकमैन दुनिया के टॉप आर्किटेक्चर में शामिल हैं। रिचर्ड अंबानी परिवार के बेहद करीबी हैं। रिचर्ड ने अंबानी परिवार के ड्रीम प्रोजेक्ट नीता मुकेश अंबानी कल्चर सेंटर का डिजाइन तैयार किया है। इससे पहले वो मुसी पिकासो (Musée Picasso) ,एंडी वारहोल संग्रहालय (Andy Warhol Museum) और मोरी कला संग्रहालय (Mori Art Museum) का डिजाइन तैयार किया है। आर्ट सेंटर के डिजाइन में भारतीय संस्कृति, सभ्यता और यहा की कलाकृतियों का खास ध्यान रखा गया है।
रिचर्ड-टीवीएस का कमाल
रिचर्ज ने टीवीएस डिजाइन कंपनी के साथ मिलकर म्यूजियम, आर्ट सेंटर को बेहतरीन लुक और मजबूती दी है। बिल्डिंग के स्ट्रक्चर फेम को अटलांटा बेस आर्किटेक्चर कंपनी टीवीएस ने तैयार किया है। वहीं लाइटिंग Buffalo बेस्ड लाइटिंग कंपनी ने की है । इसे तैयार करने में भारत की सभ्यता, विधिधता और संस्कृति को खास तौर से ध्यान में रखा गया है। ये NMACC का निर्माण बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में स्थित जियो वर्ल्ड गार्डन्स में किया गया है। NMACC के इटीरियर डिजाइनिंग में भारत के सबसे बड़े पिचवाई चित्रों में से एक ‘कमल कुंज’ पेटिंग खसा आकर्षण है। इसके अलावा प्रसिद्ध भारतीय और वैश्विक कलाकारों द्वारा तैयार पेटिंग से आर्ट सेंटर को सजाया गया है।
इन 3 तीन बातों पर खास फोकस
ईशा अंबानी ने बताया कि आर्ट सेंटर को तैयार करने में तीन बातों पर खास फोकस किया गया है। पहला प्रकृति, दूसरा मुंबई और तीसरा कम्यूनिटी। आर्ट सेंटर में रीना कलैत (Reena Kallat), वीभा गल्होत्रा (Vibha Galhotra) और एनएस हर्षा (N S Harsha) की कुछ विस्मयकारी रचनाएँ दर्शायी गई हैं। गौरतलब है कि नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर भारत में अपनी तरह का पहला सांस्कृतिक केंद्र है। इसमें भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रदर्शनी के लिए इसमें 16000 वर्गफुट में फैला एक चार मंजिला आर्ट हाउस तैयार किया गया है।