नीट पेपर लीक का किंगपिन संजीव मुखिया कहां है? पटना, कोलकाता समेत 4 शहरों में CBI की छापेमारी h3>
ऐप पर पढ़ें
नीट यूजी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार राकेश कुमार उर्फ रॉकी से मिले सुराग के आधार पर सीबीआई ने किंगपिन संजीव मुखिया समेत अन्य वांछितों को दबोचने के लिए पटना, दानापुर, कोलकाता समेत चार शहरों के दर्जनभर से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। गुरुवार से शुक्रवार के बीच ये छापे मारे गए। इस दौरान इन स्थानों पर कई लोगों से सघन पूछताछ भी की गई है। हालांकि सीबीआई के अधिकारी सूत्र इस दौरान किसी के गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। कुछ स्थानों से लैपटॉप समेत कुछ अन्य दस्तावेजों को जब्त करने की सूचना है। ये सभी स्थान सेटरों के ठिकाने रहे हैं या इन स्थानों पर पेपर लीक से जुड़ी कुछ न कुछ गतिविधि रही है।
बता दें कि रॉकी गुरुवार को पटना से गिरफ्तार हुआ था और 10 दिनों की रिमांड पर लेकर सीबीआई उससे पूछताछ कर रही है। सीबीआई की टीम रॉकी से खासतौर से पूछताछ कर रही है कि प्रश्नपत्र कब, कैसे और किसके माध्यम से उसे मिला। इसे हल कहां कराया गया था। सॉल्वर टीम में कौन-कौन तथा कहां के लोग थे। अब तक की जांच में यह साफ हो गया है कि अलग-अलग विषयों के प्रश्नपत्र अलग-अलग स्थानों पर भेजकर हल कराए गए थे, ताकि कम समय में जवाब तैयार किए जा सकें।
नीट परीक्षा के रसायन शास्त्र और भौतिकी के प्रश्नों को दो-तीन स्थानों पर भेजकर हल कराया गया था। इसमें कोटा समेत अन्य स्थानों के कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने वाले कुछ शिक्षकों के नाम भी सामने आ सकते हैं। इन संस्थानों की भूमिका भी संदिग्ध मिल रही है। अभी इससे जुड़ी सभी पहलुओं की जांच चल रही है। इसके बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
नीट पेपर लीक: सीबीआई के हाथ लगी बड़ी मछली, रॉकी गिरफ्तार, 10 दिन की रिमांड मिली
आमने-सामने बैठाकर पूछताछ
रॉकी के साथ चिंटू, मुकेश, आशुतोष समेत अन्य को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके साथ आमने-सामने बैठाकर भी रॉकी के साथ पूछताछ की जा सकती है। इससे कई तथ्यों की क्रॉस चेकिंग हो सकेगी। रॉकी से खासतौर से यह जानकारी प्राप्त की जा रही है कि इसने बिहार और झारखंड के अलावा किन-किन स्थानों पर उत्तर समेत प्रश्नपत्र के पीडीएफ को भेजा था। चिंटू के अतिरिक्त जिन लोगों को पीडीएफ भेजा था, उनके नाम और मोबाइल नंबर समेत अन्य जानकारी प्राप्त की जा रही है। कितने अभ्यर्थियों को उत्तर रटवाए गए थे। इसमें कितने अभ्यर्थी सफल रहे और उनकी मौजूदा स्थिति क्या है, इसकी जानकारी भी काफी हद तक मिल सकेगी।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
नीट यूजी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार राकेश कुमार उर्फ रॉकी से मिले सुराग के आधार पर सीबीआई ने किंगपिन संजीव मुखिया समेत अन्य वांछितों को दबोचने के लिए पटना, दानापुर, कोलकाता समेत चार शहरों के दर्जनभर से अधिक स्थानों पर छापेमारी की। गुरुवार से शुक्रवार के बीच ये छापे मारे गए। इस दौरान इन स्थानों पर कई लोगों से सघन पूछताछ भी की गई है। हालांकि सीबीआई के अधिकारी सूत्र इस दौरान किसी के गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। कुछ स्थानों से लैपटॉप समेत कुछ अन्य दस्तावेजों को जब्त करने की सूचना है। ये सभी स्थान सेटरों के ठिकाने रहे हैं या इन स्थानों पर पेपर लीक से जुड़ी कुछ न कुछ गतिविधि रही है।
बता दें कि रॉकी गुरुवार को पटना से गिरफ्तार हुआ था और 10 दिनों की रिमांड पर लेकर सीबीआई उससे पूछताछ कर रही है। सीबीआई की टीम रॉकी से खासतौर से पूछताछ कर रही है कि प्रश्नपत्र कब, कैसे और किसके माध्यम से उसे मिला। इसे हल कहां कराया गया था। सॉल्वर टीम में कौन-कौन तथा कहां के लोग थे। अब तक की जांच में यह साफ हो गया है कि अलग-अलग विषयों के प्रश्नपत्र अलग-अलग स्थानों पर भेजकर हल कराए गए थे, ताकि कम समय में जवाब तैयार किए जा सकें।
नीट परीक्षा के रसायन शास्त्र और भौतिकी के प्रश्नों को दो-तीन स्थानों पर भेजकर हल कराया गया था। इसमें कोटा समेत अन्य स्थानों के कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने वाले कुछ शिक्षकों के नाम भी सामने आ सकते हैं। इन संस्थानों की भूमिका भी संदिग्ध मिल रही है। अभी इससे जुड़ी सभी पहलुओं की जांच चल रही है। इसके बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
नीट पेपर लीक: सीबीआई के हाथ लगी बड़ी मछली, रॉकी गिरफ्तार, 10 दिन की रिमांड मिली
आमने-सामने बैठाकर पूछताछ
रॉकी के साथ चिंटू, मुकेश, आशुतोष समेत अन्य को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके साथ आमने-सामने बैठाकर भी रॉकी के साथ पूछताछ की जा सकती है। इससे कई तथ्यों की क्रॉस चेकिंग हो सकेगी। रॉकी से खासतौर से यह जानकारी प्राप्त की जा रही है कि इसने बिहार और झारखंड के अलावा किन-किन स्थानों पर उत्तर समेत प्रश्नपत्र के पीडीएफ को भेजा था। चिंटू के अतिरिक्त जिन लोगों को पीडीएफ भेजा था, उनके नाम और मोबाइल नंबर समेत अन्य जानकारी प्राप्त की जा रही है। कितने अभ्यर्थियों को उत्तर रटवाए गए थे। इसमें कितने अभ्यर्थी सफल रहे और उनकी मौजूदा स्थिति क्या है, इसकी जानकारी भी काफी हद तक मिल सकेगी।