नासिर हुसैन ‘बैजबॉल’ से हुए नाराज तो ब्रेंडन मैक्कलम ने यूं किया रिएक्ट, बोले- हम अपने स्टाइल में…
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इंग्लैंड को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एशेज टेस्ट में 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने इस हार के बाद ‘बैजबॉल’ को लेकर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि हमने साल 2001 से राने ढंग से खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड में हराया है। हमें ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए बैजबॉल’ की जरूरत नहीं। नासिर के ‘बैजबॉल’ पर सवाल उठाने के बाद इंग्लैंड के हेड कोच और पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्कलम ने अपनी टीम की रणनीति का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि हमारी रणनीति सही थी और इंग्लैंड टीम इसी स्टााइल को जारी रखेगी।
बता दें कि इंग्लैंड की आक्रामक क्रिकेट शैली को ‘बैजबॉल’ कहा जाता है। बेन स्टोक्स के कप्तान और मैक्कलम के कोच बनने के बाद से इंग्लैंड इस तरह के ब्रांड का क्रिकेट खेल रहा है। दोनों के नेतृत्व संभालने के बाद से इंग्लैंड ने 15 में से 11 टेस्ट जीते हैं। जो रूट के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद से इंग्लैंड काफी बेहतर और खतरनाक टीम नजर आ रही है। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के मुताबिक, मैक्कलम ने कहा, “हम अपने स्टाइल में खेले, जो गेम को आगे ले जाने के लिए है। हम जिस तरह से खेले, उसने हमारी खेल शैली को भी मान्य किया।” उन्होंने कहा, ”कई बार कुछ चीजें हमारे अनुकूल नहीं रहीं मगर यह गेम का नेचर है।”
मैक्कलम ने कहा कि इंग्लैंड दूसरे टेस्ट में अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और भी हार्ड खेलेगा। बता दें कि एशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर आयोजित किया जाएगा, जिसका आगाज 28 जून से होगा। गौरतलब है कि इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के पहले दिन अपनी पारी 92.3 ओवर में 393/8 के स्कोर पर घोषित कर दी थी, जिसपर कई लोगों ने हैरानी जताई थी। इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर सिर्फ 7 रन की बढ़त मिली थी। इंग्लैंड की दूसरी पारी 273 पर सिमट गई थी, जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया को 281 रन का लक्ष्य मिला।
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कप्तान स्टोक्स के पहली पहली पारी घोषित करने के बाद कोई मलाल नहीं था। मैच गंवाने के बाद स्टोक्स ने कहा, ”मुझे इसका बिल्कुल पछतावा नहीं है, मैंने इसे ऑस्ट्रेलिया पर झपटने के मौके के रूप में देखा। किसी के लिए बाहर जाकर 20 मिनट बल्लेबाजी करना कभी आसान नहीं होता। कौन जानता है? हो सकता है कि रूट और जिम्मी आउट हो जाते और हम उसी जगह होते।’
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इंग्लैंड को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एशेज टेस्ट में 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने इस हार के बाद ‘बैजबॉल’ को लेकर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि हमने साल 2001 से राने ढंग से खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड में हराया है। हमें ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए बैजबॉल’ की जरूरत नहीं। नासिर के ‘बैजबॉल’ पर सवाल उठाने के बाद इंग्लैंड के हेड कोच और पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्कलम ने अपनी टीम की रणनीति का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि हमारी रणनीति सही थी और इंग्लैंड टीम इसी स्टााइल को जारी रखेगी।
बता दें कि इंग्लैंड की आक्रामक क्रिकेट शैली को ‘बैजबॉल’ कहा जाता है। बेन स्टोक्स के कप्तान और मैक्कलम के कोच बनने के बाद से इंग्लैंड इस तरह के ब्रांड का क्रिकेट खेल रहा है। दोनों के नेतृत्व संभालने के बाद से इंग्लैंड ने 15 में से 11 टेस्ट जीते हैं। जो रूट के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद से इंग्लैंड काफी बेहतर और खतरनाक टीम नजर आ रही है। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के मुताबिक, मैक्कलम ने कहा, “हम अपने स्टाइल में खेले, जो गेम को आगे ले जाने के लिए है। हम जिस तरह से खेले, उसने हमारी खेल शैली को भी मान्य किया।” उन्होंने कहा, ”कई बार कुछ चीजें हमारे अनुकूल नहीं रहीं मगर यह गेम का नेचर है।”
मैक्कलम ने कहा कि इंग्लैंड दूसरे टेस्ट में अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और भी हार्ड खेलेगा। बता दें कि एशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर आयोजित किया जाएगा, जिसका आगाज 28 जून से होगा। गौरतलब है कि इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के पहले दिन अपनी पारी 92.3 ओवर में 393/8 के स्कोर पर घोषित कर दी थी, जिसपर कई लोगों ने हैरानी जताई थी। इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर सिर्फ 7 रन की बढ़त मिली थी। इंग्लैंड की दूसरी पारी 273 पर सिमट गई थी, जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया को 281 रन का लक्ष्य मिला।
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कप्तान स्टोक्स के पहली पहली पारी घोषित करने के बाद कोई मलाल नहीं था। मैच गंवाने के बाद स्टोक्स ने कहा, ”मुझे इसका बिल्कुल पछतावा नहीं है, मैंने इसे ऑस्ट्रेलिया पर झपटने के मौके के रूप में देखा। किसी के लिए बाहर जाकर 20 मिनट बल्लेबाजी करना कभी आसान नहीं होता। कौन जानता है? हो सकता है कि रूट और जिम्मी आउट हो जाते और हम उसी जगह होते।’