नालंदा में CM नीतीश के बेटे के समर्थन में नारेबाजी: मां की पुण्यतिथि पर पहुंचे थे कल्याण बिगहा, विधानसभा चुनाव के सवाल पर बोले- ठीक है – Bihar Sharif News

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नालंदा में CM नीतीश के बेटे के समर्थन में नारेबाजी:  मां की पुण्यतिथि पर पहुंचे थे कल्याण बिगहा, विधानसभा चुनाव के सवाल पर बोले- ठीक है – Bihar Sharif News
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नालंदा में CM नीतीश के बेटे के समर्थन में नारेबाजी: मां की पुण्यतिथि पर पहुंचे थे कल्याण बिगहा, विधानसभा चुनाव के सवाल पर बोले- ठीक है – Bihar Sharif News

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत के समर्थन में एक बार फिर नालंदा में जेडीयू कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की है। निशांत आज अपनी मां मंजू सिन्हा की पुण्यतिथि पर नालंदा के कल्याण बिगहा पहुंचे थे। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में नारेबाज

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निशांत के अलावा नीतीश कुमार भी अपनी पत्नी मंजू सिन्हा की पुण्यतिथि पर नालंदा में अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा पहुंचे थे। दोनों पटना से एक साथ आए थे। हालांकि जब नारेबाजी हो रही थी, तब नीतीश और निशांत साथ नहीं थे। सबसे पहले देवी स्थान पहुंचकर निशांत ने पूजा-अर्चना की। उसके बाद स्वर्गीय वैद्यराज रामलखन सिंह वाटिका पहुंचे। वहां पत्नी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं, नीतीश कुमार ने भी देवी स्थान पर पत्नी को याद किया। इसके बाद पिता स्व. रामलखन सिंह और मां स्व. परमेश्वरी देवी की प्रतिमा पर भी पुष्प अर्पित किया।

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साल 2024 से निशांत कुमार के JDU जॉइन करने की चर्चा

निशांत कुमार के JDU में आने की चर्चा पिछले साल से हो रही है। भागलपुर के गोपालपुर से जदयू विधायक गोपाल मंडल समेत कई अन्य नेता भी चाह रहे हैं कि निशांत राजनीति में आएं। हालांकि, पार्टी के कुछ बड़े नेता लगातार इस तरह की संभावनाओं को खारिज करते रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भी निशांत की राजनीति में आने की चर्चा ने जोर पकड़ा था।

बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत की जेडीयू में आने की चर्चा सियासी गलियारे में तेज हो गई है। हालांकि, निशांत खुद कई बार कह चुके हैं कि वो राजनीति में नहीं आएंगे।

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पिता के विधानसभा क्षेत्र हरनौत से चुनाव लड़ सकते हैं निशांत

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश की उम्र और कार्यकर्ताओं की डिमांड को देखते हुए निशांत कुमार को भी इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में उतार जा सकता है। संभावना है कि निशांत अपने पिता नीतीश कुमार के विधानसभा क्षेत्र हरनौत से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।

अगर ऐसा होता है तो साल 1985 के बाद ये पहली बार होगा, जब हरनौत से नीतीश कुमार के परिवार का कोई सदस्य चुनावी कैंडिडेट होगा। फिलहाल, इस विधानसभा सीट से जेडीयू के हरि नारायण सिंह विधायक हैं।

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CM नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1977 में नालंदा के हरनौत विधानसभा सीट से ही की थी। हालांकि, पहली बार चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद साल 1985 में नीतीश कुमार ने यहां से दोबारा चुनाव लड़ा और जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे।

निशांत को खुद को राजनीति में स्थापित करना बड़ी चुनौती

राजनीतिक जानकारों की मानें तो निशांत कुमार अगर राजनीति में आते हैं, तो जदयू को नया चेहरा मिलेगा। राजद पहले से ही परिवारवाद की राजनीति कर रहा है, जबकि भाजपा खुद को इससे अलग रखने की कोशिश करती रही है। ऐसे में निशांत कुमार की एंट्री से बिहार की सियासत में नया मोड़ आ सकता है।

राजनीति में आने के बाद निशांत कुमार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

पहला- निशांत को खुद को एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित करना होगा।

दूसरा- जदयू में उन्हें स्वीकार्यता हासिल करनी होगी। इसके अलावा, विपक्षी दल भी उन पर निशाना साध सकते हैं।

खासकर राजद और कांग्रेस के नेता उन्हें परिवारवाद का एक और उदाहरण कह सकते हैं। ऐसे में उन्हें अपनी अलग पहचान बनानी होगी और जनता के बीच अपनी छवि को मजबूत करना होगा।

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