नवरात्रि में मीट नहीं खाओगो तो घिस जाओगे क्या?: सांसद इमरान मसूद की मुस्लिमों को सलाह, बोले- मैं तो नहीं खाता, मुझे तो कुछ न हुआ – Saharanpur News h3>
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद
सहारनपुर सांसद इमरान मसूद ने नवरात्रि में मीट न खाने को लेकर बयान दिया है। इमरान ने कहा कि अगर आप 10 दिन मटन नहीं खाओगे तो कोई घिस नहीं जाओगे।
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मैं तो मीट नहीं खाता हूं मुझे तो कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे के धर्म और त्यौहारों का सम्मान करना चाहिए। सभी त्यौहार भारतीय संस्कृति का हिस्सा हैं।
इमरान मसूद सहारनपुर से कांग्रेस सांसद हैं और लगातार सुर्खियों में रहते हैं।
इमरान मसूद ने कहा, हमें एक-दूसरे के धर्म और पर्व का सम्मान करना चाहिए।नवरात्रि के समय अगर एक दिन मीट नहीं खाओगे तो दिक्कत क्या है? दूसरे को अगर इससे खुशी मिल रही है तो उसको खुशी देने में दिक्कत क्या है.
दिल्ली के साथ ही यूपी में भी नवरात्रि से पहले मटन को लेकर सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी ने जहां ईद पर मीठी सेवइयां खाने की सलाह दी है।
अब कांग्रेस के सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद का बयान आ गया है। बीजेपी की मांग है कि नवरात्रि की गरिमा को बनाए रखने के लिए मीट की दुकान बंद होनी चाहिए।
इमरान मसूद लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं।
अगर मीट शॉप मालिक मंगलवार को दुकान बंद करना चाहें तो मंगलवार को कर सकते हैं। यूपी के कई जिलों में खुले में मांसाहारी भोजन काटना, बेचना और पकाना बंद करना चाहिए। यह मीठी ईद है। जिसमें सेवईं खाई जाती हैं न कि बकरा ईद है। कहा गया कि हिंदुओं की भावनाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। नवरात्रि के दौरान मांसाहारी/ मटन की खुले में बिक्री और खाना पकाना बंद करना चाहिए।
प्रशासन से अनुरोध है कि नवरात्र में मीट की दुकानें बंद करवाएं। मीठी ईद में सेवइयां खाएं और बकरे की दुकानें बंद रखें।
सहारनपुर सांसद इमरान मसूद ने होली भी खेली थी
सहारनपुर स्टेशन का नाम बदलकर शाकंभरी देवी करने की मांग की
सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने लोकसभा में मांग की थी कि सहारनपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां शाकंभरी देवी किया जाए। क्योंकि सहारनपुर एक ऐतिहासिक जिला है। वहां मां शाकंभरी देवी का मंदिर है, जहां पर कई राज्यों से श्रद्धालु आते हैं। इसलिए स्टेशन का नाम बदल दिया जाए। इसके अलावा, देवबंद स्टेशन का नाम मौलाना हुसैन अहमद मदनी के नाम पर रखा जाए।
बोले थे- होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला
इसके पहले होली पर सहारनपुर में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा था होली खेलना मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है। इसमें मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। किसी को मुझसे व्यक्तिगत नाराजगी है तो बनी रहे।
जो विरोध कर रहे हैं, वो ये बोल रहे हैं कि “ला इलाहा इल अल्लाह मोहम्मद रसूलल्लाह।” इसके बाद किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। ये अल्लाह का काम है।
हम सियासत कर रहे हैं, सियासत की बात करेंगे। राजनीति में जो फैसले होंगे, वो मैं खुद लूंगा। जिसका जो काम है, वह अपना-अपना काम करे।
दरअसल, इमरान मसूद ने 14 मार्च को होली खेली थी। इसके बाद देवबंदी उलेमाओं ने उनके होली खेलने पर आपत्ति जताई थी। उलेमाओं ने होली खेलने को शरीयत के खिलाफ बताया था। इस टिप्पणी के बाद रविवार को सांसद का बयान आया है।
पहले भी विवादों में रहे हैं इमरान मसूद
यह पहली बार नहीं है, जब इमरान मसूद धार्मिक मुद्दों पर विवादों से घिरे हों। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान वह भगवान श्रीराम का गुणगान करते नजर आए थे।
मां शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया था। लेकिन, अब उनके बदले हुए रुख को पश्चिम उत्तर प्रदेश में सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
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NEWS4SOCIALइंटरव्यू-इमरान मसूद बोले- कांग्रेस रेस का घोड़ा, शादी का नहीं:यूपी में पार्टी इज्जत से समझौता नहीं करेगी; राहुल-प्रियंका पर भी दिया जवाब
यूपी में 80 में 17 का फॉर्मूला नहीं चलेगा। सम्मानजनक सीटें मिलेंगी, तभी 2027 में समाजवादी पार्टी के साथ समझौता होगा। कांग्रेस अपनी इज्जत के साथ समझौता नहीं करेगी। हम रेस के घोड़े हैं, शादी के नहीं।
कांग्रेस नेता और सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने ये बातें दैनिक NEWS4SOCIALसे कहीं। लोकसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस को 80 में से 17 सीटें दी थीं। पूरी खबर पढ़िए