नर्मदा किनारे गुड़ला में टाइगर का मूवमेंट: तीन मवेशियों का किया शिकार, दहशत में ग्रामीण, फॉरेस्ट ने लगाए कैमरे – narmadapuram (hoshangabad) News

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नर्मदा किनारे गुड़ला में टाइगर का मूवमेंट:  तीन मवेशियों का किया शिकार, दहशत में ग्रामीण, फॉरेस्ट ने लगाए कैमरे – narmadapuram (hoshangabad) News

नर्मदा किनारे गुड़ला में टाइगर का मूवमेंट: तीन मवेशियों का किया शिकार, दहशत में ग्रामीण, फॉरेस्ट ने लगाए कैमरे – narmadapuram (hoshangabad) News

नर्मदा किनारे खेत बाघ के पगमार्ग मिले।

नर्मदापुरम जिला मुख्यालय से करीब 30किमी दूर गुडला गांव में एक बार फिर बाघ का मूवमेंट हो रहा है। नर्मदा नदी के किनारे खेतों में बाघ के पगमार्क मिले हैं। बाघ ने दो बड़े और एक छोटे मवेशी का शिकार भी किया है। लगातार बाघ के मूवमेंट से ग्रामीण दहशत में है।

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मवेशी का बाघ के शिकार किया।

तीन साल पहले बाघ का मूवमेंट हुआ था बता दें माखननगर तहसील के ग्राम गुड़ला, चीलाचौन, शुक्रकरवाड़ा, गोरा गांव के आसपास तीन साल पहले भी बाघ का मूवमेंट हुआ था। तब भी वन विभाग के नाइट विजन कैमरे में बाघ नजर आया था। कुछ दिन बाद बाघ वापस चला गया था। अब फिर 17 मार्च के बाद से फिर बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। गांव के प्रकाश के खेत में बाघ ने एक मवेशी का शिकार भी किया। दो दिन बाद दो ओर मवेशी मरे मिले। करीब एक सप्ताह बाद खेतों में गेहूं की कटाई होनी है। ऐसे में बाघ के मूवमेंट से गांव में दहशत का माहौल है। बचाव के लिए दो दिन पहले फॉरेस्ट एडीओ रचना शर्मा, रेंजर सुमित पांडे ने मौके पर पहुंचे भी थे।

फॉरेस्ट कर्मी ग्रामीणों के साथ मिलकर गश्त कर रहे।

गांव में मुनादी कराई, वनकर्मी की लगाई ड्यूटी

रेंजर सुमित पांडे ने बताया गांव में बाघ के मूवमेंट और पगमार्क मिलने के बाद एसडीओ के निर्देश पर गांव में दो डिप्टी रेंजर और फॉरेस्ट गार्ड की ड्यूटी गांव में लगा दी है। एसडीओ मैडम के साथ में हमने भी गांव में जाकर मौका स्थल देखा।

भोपाल कार्यालय को पत्र लिखेंगे तीन मवेशी का शिकार हुआ है। गांव में मुनादी कराकर लोगों को सलाह दी जा रही कि रात के अंधेरे में अकेले न निकले। 4 कैमरे भी लगाएं हैं। बाघ का लगातार मूवमेंट दिखने पर उसे पकड़ने के लिए भोपाल कार्यालय को पत्र लिखेंगे।

रात में भी वनकर्मी गांव में ड्यूटी कर रहे।

नर्मदा नदी पार होकर आ जाते हैं बाघ

गुड़ला गांव नर्मदा नदी किनारे पर है। नर्मदा नदी के दूसरे किनारे पर शाहगंज का क्षेत्र आता है। जहां से रातापानी टाइगर रिजर्व का जंगल लगा हुआ है। गर्मियों में नर्मदा नदी का पानी कम होने पर टाइगर नदी पार कर गुड़ला, गौरा गांव की ओर आ जाते हैं।

खेत और जंगल में सर्चिंग जारी है।

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