नयी पहल : जनसंवाद की तरह 15 से माध्यमिक स्कूलों में चलेगा ‘शिक्षा संवाद

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नयी पहल : जनसंवाद की तरह 15 से माध्यमिक स्कूलों में चलेगा ‘शिक्षा संवाद

नयी पहल : जनसंवाद की तरह 15 से माध्यमिक स्कूलों में चलेगा ‘शिक्षा संवाद


हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव:
नयी पहल : जनसंवाद की तरह 15 से माध्यमिक स्कूलों में चलेगा ‘शिक्षा संवाद

संयुक्त सचिव ने डीएम, डीडीसी व डीईओ को तैयारी करने का दिया आदेश

हर दिन 3 हाईस्कूलों में होंगे कार्यक्रम, शिक्षा के क्षेत्र में चल रहे कल्याणकारी योजनाओं पर होगी चर्चा

हर कार्यक्रम में जिला के दो प्रशासनिक अधिकारी व शिक्षा विभाग के अधिकारी रहेंगे शामिल

फोटो :

डीईओ ऑफिस : जिला शिक्षा कार्यालय का भवन।

बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।

जनसंवाद कार्यक्रम की तर्ज पर जिले के सभी हाईस्कूलों व प्लस-टू स्कूलों में ‘शिक्षा संवाद कार्यक्रम 15 जनवरी से आयोजित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव रजनीश कुमार मंगलवार को डीएम शशांक शुभंकर, डीडीसी वैभव श्रीवास्तव व डीईओ जियाउल होदा खां के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर कार्यक्रम की सफलता की तैयारी करने का आदेश दिया।

डीईओ ने बताया कि जिले में 280 माध्यमिक स्कूलों हैं। हर स्कूल में शिक्षा संवाद कार्यक्रम कराने की तैयारी की जा रही है। प्रत्येक दिन तीन शिफ्टों में तीन माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा संवाद कार्यक्रम संचालित कराया जाएगा। इसमें शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाए जा रहीं लोक कल्याणकारी योजनाओं की बारे में छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी जाएगी। ताकि, कोई भी लाभुक पात्रता रखते हुए योजना के लाभ से वंचित नहीं हो सके।

तीन शिफ्टों में होंगे कार्यक्रम :

कार्यक्रम सुबह नौ से 11, दूसरा शिफ्ट 12 से दो बजे तो तीसरा शिफ्ट अपराहन तीन से पांच बजे तक होगा। सभी स्कूलों के कार्यक्रम में कम से कम जिला के दो प्रशासनिक अधिकारी व शिक्षा विभाग के दो अधिकारी शामिल रहेंगे। डीईओ ने बताया कि कार्यक्रम की सफलता के लिए 15 से 22 जनवरी तक का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। शिक्षा संवाद होने से छात्रों को उनके अधिकार जानने का मौका मिलेगा। समय रहते योजनाओं का लाभ लेने के लिए जागरूक होंगे।

एलईडी पर लाइव प्रसारण :

डीईओ ने बताया कि कार्यक्रम में एलईडी (टीवी) के माध्यम डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। लोगों की समस्याएं भी सुनी जाएंगी। इससे स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की कमी के बारे में भी ग्रामीण वहां पहुंचे अधिकारियों को अवगत कराएंगे। जनसंवाद की तरह यदि इस कार्यक्रम में भी बुद्धिजीवियों को स्कूलों में सुधार के संबंध में अपने विचार रखने का मौका मिलेगा। उनके विचारों पर अधिकारियों द्वारा पहल की गयी तो काफी हद शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हो सकता है।

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