दिल्‍ली-NCR होगा सबसे ज्‍यादा आबादी वाला इलाका, जानें अगले 7 साल में कितनी बदल जाएगी दुनिया

78
दिल्‍ली-NCR होगा सबसे ज्‍यादा आबादी वाला इलाका, जानें अगले 7 साल में कितनी बदल जाएगी दुनिया

दिल्‍ली-NCR होगा सबसे ज्‍यादा आबादी वाला इलाका, जानें अगले 7 साल में कितनी बदल जाएगी दुनिया

नया साल आ चुका है। पहले दिन लोग पूरे साल का प्‍लान बनाते हैं, हम थोड़ा और आगे की बात करते हैं। दिल्‍ली-एनसीआर की गिनती दुनिया के सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरी समूहों में होती है। असल में, पूरी दुनिया में दिल्‍ली-एनसीआर दूसरे नंबर पर है। यहां आबादी बढ़ने की यही रफ्तार रही तो 2030 तक दिल्‍ली-एनसीआर टॉप पर होगा। मतलब, पूरी दिल्‍ली-NCR दुनिया में सबसे ज्‍यादा आबादी वाला शहरी समूह बन जाएगा। NCR यानी राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्‍ली के अलावा मुख्‍य रूप से उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा में फैला है। 2020 में दिल्‍ली-एनसीआर की अनुमानित आबादी 3 करोड़ थी, पूरी दुनिया में टोक्‍यो के बाद सबसे ज्‍यादा। संयुक्त राष्ट्र (UN) का अनुमान है कि अगले सात सालों में दिल्‍ली-एनसीआर में 90 लाख लोग और बसेंगे और यह जापान की राजधानी से आगे निकल जाएगा।

1950 से 2030 तक… कितनी बदल चुकी होगी दुनिया?

  • UN के डेटा में एक दिलचस्‍प पैटर्न नजर आता है। 1950s में दुनिया के ज्‍यादातर अर्बन सेंटर्स वेस्‍टर्न देशों या एडवांस्‍ड अर्थव्‍यवस्‍थाओं में हुआ करते थे। अब वे पूर्व की ओर बढ़ रहे हैं। 2030 तक शहरी समूहों का सीन बिल्‍कुल बदल चुका होगा। तब दुनिया के 10 सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरी समूहों में से 9 विकासशील देशों में होंगे।
  • संयुक्‍त राष्‍ट्र का अनुमान है कि 2030 तक केवल दिल्‍ली-एनसीआर, टोक्‍यो और शंघाई ही वे शहरी समूह होंगे जिनकी आबादी 3 करोड़ से ज्‍यादा होगी। इनके बाद ढाका, काहिरा, मुंबई, बीजिंग, मेक्सिको सिटी, साओ पाउलो, किन्‍हासा का नंबर होगा। इन शहरों में 2 से 3 करोड़ लोग बसे होंगे।
  • 1950 में दुनिया बेहद अलग थी। उस वक्‍त सबसे ज्‍यादा शहरी आबादी न्‍यूयॉर्क में रहती थी और टोक्‍यो दूसरे नंबर पर था। लंदन, ओसाका, पेरिस, मॉस्‍को, शिकागो, ब्‍यूनस आयर्स, कोलकाता और शंघाई भी टॉप 10 में थे। लेकिन विकासशील देशों में आबादी और अर्थव्‍यवस्‍था, दोनों के तेजी से बढ़ने का नतीजा हुआ कि लोग प्रमुख शहरों की तरफ नौकरियों के लिए गए। दिल्‍ली-एनसीआर की आबादी बढ़ने की यही वजह है।

सबसे तेजी से किन शहरों की आबादी बढ़ेगी?

96660658 -

2030 में एक करोड़ से ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सबसे तेजी से चीन का शेन्झेन बढ़ रहा होगा। 1950 से 2030 के बीच उसकी जनसंख्‍या में वार्षिक इजाफे की दर 11.1% होगी। शेन्झेन के बाद डार एस सलाम, किन्‍हासा, लुआंडा, ढाका और लागोस होंगे। इन सबकी पॉपुलेशन ग्रोथ 5% से ज्‍यादा की रफ्तार से होगी। दिल्‍ली-एनसीआर, बेंगलुरु, लाहौर और बोगटा की जनसंख्‍या वृद्धि दर 3% से 5% के बीच रहेगी।

शहरों का दायरा बढ़ रहा, आबादी भी

96661110 -

UN के यह अनुमान दुनिया में तेजी से होते शहरीकरण को दर्शाते हैं। 1950 में दुनिया के केवल 76 शहर ऐसे थे जिनकी आबादी 10 लाख से ज्‍यादा थी। 2030 तक इनकी संख्‍या बढ़कर 706 हो जाने का अनुमान है। चीन में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले 173 शहर होंगे जबकि भारत में 70। अमेरिका में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले शहरों की संख्‍या 55 पहुंच जाएगी।

7 साल बाद भारत में सबसे ज्‍यादा आबादी कहां होगी?

7-

दिल्‍ली-एनसीआर के बाद सबसे ज्‍यादा लोग मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में होंगे। चेन्‍नै पांचवें पायदान पर खिसक जाएगी जबकि हैदराबाद और अहमदाबाद छठे और सातवें नंबर पर रहेंगे। भारत के 10 सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सूरत, पुणे और कोझिकोड़ भी होंगे।

कौन से शहरों की आबादी तेजी से बढ़ेगी?

96660657 -

2030 तक केरल के तीन शहरों की आबादी 10 लाख का आंकड़ा पार कर सकती है। भारत शहरों में सबसे तेज रफ्तार से आबादी अल्‍लापुझा जिले के चेरथला (6.5%) की बढ़ रही है। इसके अलावा मल्‍लापुरम और कोल्‍लम की आबादी भी 10 लाख का आंकड़ा छू सकती है। 2030 तक भारत में 10 लाख से ज्‍यादा जनसंख्‍या वाले 71 शहर होंगे जिनमें से 11 उत्‍तर प्रदेश के और नौ केरल के होंगे।

दिल्ली की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News