दिल्ली वालों की बढ़ी मुसीबत, यमुना में अमोनिया और किचन में आने वाले पानी का क्या है कनेक्शन?
भारतीय मानक ब्यूरो BIS के अनुसार पीने के पानी में अमोनिया की स्वीकार्य अधिकतम सीमा 0.5 पीपीएम है। फिलहाल दिल्ली के वजीराबाद बैराज के पास यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा 8 ppm है। हर साल यमुना में अमोनियया का लेवल बढ़ने से कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है। वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड के पास 0.9 पीपीएम तक ही पानी साफ करने की क्षमता है। पिछले महीने 28 मार्च को वजीराबाद बैराज के पास यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर 6.8 ppm था और अब यह 8 के पास पहुंच गया है। अमोनिया का लेवल इतना पहले कभी नहीं पहुंचा। जल बोर्ड वजीराबाद और चंद्रावल जल शोधन संयंत्र के लिए पानी यमुना से उठाता है। अब अमोनिया का लेवल इस कदर बढ़ गया है कि जल आपूर्ति के लिए पानी उठाना जल बोर्ड ने बंद कर दिया है।
आखिर कैसे बढ़ता है पानी में अमोनिया का लेवल
शुद्ध और साफ पीने के पानी में अमोनिया नहीं पाया जाता है। दिल्ली यमुना नदी में अमोनिया का लेवल पहली बार नहीं बढ़ा है। यह समस्या काफी पुरानी है। यमुना में कई बार जब झाग दिखाई देता है तो इसके पीछे भी यह वजह है। आखिर क्या है अमोनिया के लेवल को कम नहीं किया जा सका है। औद्योगिक इलाकों से प्रदूषित पानी यमुना में छोड़े जाने की वजह से अमोनिया की मात्रा बढ़ती है। एक्सपर्ट के अनुसार फॉसिल फ्यूल जलाने, फैक्ट्री और सीवेज का पानी, डाई यूनिट, डिस्टिलरी की वजह से पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ता है।
अमोनिया बढ़ने से हो सकती हैं ये बीमारियां
पानी में अमोनिया के होने से लिवर पर इसका असर पड़ सकता है। हेपेटाइटिस और पीलिया जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। पानी में अमोनिया के होने से पेट दर्द, सांस लेने में तकलीफ, चलने में कठिनाई हो सकती है। अमोनिया से कैंसर का खतरा तो नहीं रहता है लेकिन दूसरी और कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। अमोनिया वाले पानी से न केवल इंसान बल्कि जानवरों को भी इससे खतरा है। मछली और दूसरे जल जीवों के लिए भी यह काफी खतरनाक होता है।
दिल्ली के इन इलाकों में हो सकती पानी की किल्लत
पानी में अमोनिया का लेवल बढ़ने से दिल्ली के सिविल लाइंस, हिंदू राव अस्पताल और आसपास के क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज और एनडीएमसी क्षेत्र, पुराना और नया राजिंदर नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार और अंबेडकर नगर शामिल हैं। इसके अलावा प्रह्लादपुर, रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी और आसपास के इलाके, छावनी क्षेत्र और दक्षिणी दिल्ली के इलाकों में भी जल आपूर्ति प्रभावित होगी।