दिल्ली में रह रहे मणिपुरी वीडियो आने के बाद डरे, पुलिस ने जारी किया अलर्ट
दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट लाइरंजेन कहती हैं, दो महिलाओं का जो विडियो वायरल हो रहा है, यह खौफनाक है। यह बीमार और क्रूर मानसिकता है, चाहे किसी भी कम्युनिटी की हो। इस विडियो से वहां की स्थिति फिर से खराब हो सकती है, हिंसा हो सकती है। वहां पहाड़ी, मैदानी इलाके के दोनों कम्यूनिटी के लोग डर रहे हैं, पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। मणिपुर को शुरुआत से ही राज्य और केंद्र सरकार ने नजरअंदाज किया है।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट जैकसन कहते हैं, ढाई महीने हो चुके हैं, हिंसा की कई घटनाएं हमने सुनीं, कुछ की विडियो फुटेज भी देखी। मगर यह विडियो जैसे ही मैंने देखी, तुरंत डिलीट कर दी। मैं इसे देखकर हिल गया हूं। कम्युनिटी कोई भी हो, यह इंसानियत का मामला है। सरकार फेल है। यह विडियो शायद इसी वजह से देरी से आई है क्योंकि वहां इंटरनेट नहीं चल रहा है। यहां कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो एक महीने के ब्रेक के बावजूद अपने घरों में नहीं जा पा रहे हैं।
मुखर्जी नगर में कॉम्पिटेशन की तैयारी कर रहे मणिपुर के स्टूडेंट गाउलेन का कहना है, यह विडियो दर्दनाक है, इसे आज पूरा देश देख रहा है, आगे दुनिया भी देखेगी। उन दो कुकी महिलाओं के बारे में सोचकर ही डर लगता है। लोगों को सुरक्षा ना देने के लिए मणिपुर के सीएम जिम्मेदार हैं। दो कम्युनिटी के बीच की इस लड़ाई में राजनीति चल रही है और लोग मर रहे हैं। 4 मई की यह घटना अब सामने आयी है, सोचिए इसे कितना दबा कर रखा गया। कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन, दिल्ली ने महिलाओं के खिलाफ इस हिंसा में शामिल लोगों पर तुरंत एक्शन और कानूनी कार्रवाई की मांग की है। मणिपुर स्टूडेंट्स असोसिएशन दिल्ली के एक मेंबर बताते हैं कि दिल्ली पुलिस ने उन इलाकों पर नजर रखी है, जहां मणिपुरी लोग रहते हैं, ऐसे में वे प्रदर्शन भी नहीं कर पा रहे हैं।
दिल्ली के सभी जिलों में मैतेई और कुकी, दोनों कम्युनिटी के बीच टकरार के अंदेशे पर दिल्ली पुलिस अलर्ट है। हाल ही में इसे लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली में मुनिरका, सफदरजंग एन्क्लेव, किशनगढ़, विजय नगर, महिपालपुर, खिड़की एक्सटेंशन, मुखर्जी नगर, सनलाइट कॉलोनी, गांधी विहार, शांति निकेतन जैसे कुछ इलाकों में मणिपुर की एक बड़ी आबादी रहती है। जेएनयू और डीयू नॉर्थ कैंपस में भी मणिपुर से स्टूडेंट्स हैं।