दिल्ली में नीचे चलेंगी गाड़ियां, ऊपर दौड़ेगी मेट्रो… इसी साल बनकर तैयार हो जाएगा डबल डेकर फ्लाईओवर
ग्राफिक्स से समझिए पूरी बात।
डबल डेकर फ्लाईओवर से फायदे
इस यूनिक फ्लाईओवर के बन जाने से उत्तर और पूर्वी दिल्ली की प्रमुख सड़कों पर यातायात की मुश्किल आसान हो जाएगी और नोएडा-गाजियाबाद के लिए एक आसान रूट मिल सकेगा। जब हमारे सहयोगी अखबार TOI की टीम ने साइट पर जाकर देखा तो पता चला कि सिग्नेचर ब्रिज की तरफ से फ्लाईओवर और दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर को सपोर्ट करने वाले पिलर खड़े हो चुके हैं। कुछ हिस्से में फर्श का काम भी शुरू हो चुका है। जगह कम होने के कारण डबल-डेक डिजाइन बनाने की प्लानिंग की गई है। यह काफी सघन आबादी वाला और कॉमर्शियल क्षेत्र है। शहर के इस कोने में यह इस तरह की पहली सुविधा है और दिल्ली मेट्रो के फेज 4 कॉरिडोर का एक हिस्सा होगा।
DMRC के प्रिंसिपल एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कॉरपोरेट कम्युनिकेशन) अनुज दयाल ने बताया कि इस हिस्से पर काम तेजी से चल रहा है। 50 प्रतिशत सिविल वर्क पूरा हो चुका है। सभी 41 पियर (पिलर पर बना प्लेटफॉर्म) की ढलाई का काम पूरा हो गया है। इस समय, फ्लाईओवर के लेवल क्रॉस आर्म, मेट्रो पियर कैप, T-गर्डर और U-गर्डर लगाने का काम चल रहा है। फ्लाईओवर के डेक स्लैब की ढलाई का भी काम शुरू है।
फ्लाईओवर का डिजाइन है खास
PWD को यह प्रोजेक्ट इसी साल पूरा करने की डेडलाइन दी गई है। वैसे, DMRC इस पर काम करने वाली प्रमुख एजेंसी है। डीएमआरसी अधिकारियों के मुताबिक फेज-4 के मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर के तहत डबल डेकर पुल बन रहा है। फ्लाईओवर पर ट्रेन कॉरिडोर के नीचे गाड़ियों का ट्रैफिक चलेगा। सड़क के बीच में खड़े पिलरों को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। पिलर की आधी ऊंचाई पर एक स्क्वॉयर का शेप दिखाई देता है और बाकी हिस्सा गर्डर के प्लेटफॉर्म को सपोर्ट करने के लिए अलग से है। सर्कुलर शेप वाले पिलर के ऊपर मेट्रो दौड़ेगी।
व्यस्त बाजार वाले क्षेत्रों से गुजरने वाला यह फ्लाईओवर जीटी रोड पर आ रहे ट्रैफिक के लिए सुगम रास्ता उपलब्ध कराएगा। पूर्वी दिल्ली के क्षेत्रों में गाड़ी वाले आसानी से आ-जा सकेंगे। फ्लाईओवर का काम पूरा होने के बाद उत्तरपूर्व दिल्ली से उत्तर और मध्य दिल्ली के बीच आना जाना काफी आसान और सुविधाजनक हो जाएगा। गोकुलपुरी चौराहे और भजनपुरा-गोकुलपुरी के बीच लगने वाले जाम से राहत मिल जाएगी। इस समय इन इलाकों में दिन में लगभग हर समय ट्रैफिक रहता है।
ब्लूप्रिंट के मुताबिक डबल डेकर फ्लाईओवर में तीन लेन बनाए जाएंगे और प्रत्येक पर दो कैरिजवे होंगे। इस स्ट्रेच की लंबाई करीब 1.4 किमी होगी। ऊपरी हिस्से में बनने वाला मेट्रो पुल जमीन से 18.5 मीटर ऊंचा होगा, जबकि निचले डेक पर सड़क 9.5 मीटर ऊंचाई पर होगी।