दिल्ली एयरपोर्ट पर अगले साल से नहीं दिखेगी भीड़, चार रनवे वाला देश का पहला एयरपोर्ट बनेगा IGI, बढ़ेंगी एक्स-रे मशीनें h3>
2022 : एयरपोर्ट पर रेलवे स्टेशन जैसा दिखा नजारा
कोरोना आने के बाद 2020 और 2021 में दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या सीमित रही। जनवरी 2022 से यात्रियों की संख्या में उछाल आना शुरू हुआ। सितंबर के बाद से यात्रियों की संख्या में उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़ोतरी होना शुरू हो गई। दिसंबर आते-आते इस वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट में यात्रियों के लिए संसाधनों की कमी पड़ने लगी। खासतौर से टी-3 के अंदर यात्रियों की कतारें दिखने लगीं। इसकी मुख्य वजह यहां जगह की कमी होना बताया गया। एनबीटी ने पहल करते हुए इस समस्या को जोर-शोर उठाया। इसके बाद फिर यहां सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया का दौरा हुआ। टी-3 में एक्स-रे मशीनों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए गए। टी-3 के तमाम एंट्री गेटों पर वेटिंग टाइम की जानकारी देने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए। अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर हैं। लेकिन, कोहरे की वजह से फ्लाइट्स के कैंसल और डिले होने के रूप में समस्या फिर से आ सकती है।
2023 : कुछ ऐसी होगी तस्वीर
T-3 पर 18 से बढ़ाकर 23 की जाएगी एक्स-रे मशीनों की संख्या
सुरक्षा जांच के लिए यात्रियों के इंतजार को कम करने के लिए टी-3 पर एक्स-रे मशीनों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। यात्रियों की भीड़ की समस्या गहराने के बाद एक्स-रे मशीनों की संख्या बढ़ाकर 18 तो कर दी गई है। अब नए साल में इन्हें 18 से बढ़ाकर 23 तक किया जाना है। इसके लिए टी-3 के अंदर जगह बढ़ाने के लिए टर्मिनल मैनेजर और वीआईपी लाउंज को तोड़ा जा चुका है। अब सीआईएसएफ कमांडेंट का ऑफिस गिराया जाना है। इन जगहों पर और एक्स-रे मशीनें लगाई जाएंगी। साथ ही यहां इमिग्रेशन काउंटरों और इनमें बैठने वाले अफसरों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी, ताकि इमिग्रेशन क्लियरेंस के दौरान यात्रियों की कतारें ना लगें।
चौथे रनवे से फ्लाइट्स का टेक ऑफ होगा शुरू
दिल्ली एयरपोर्ट पर नए साल में एक और जो बड़ा काम होने वाला है, वह है यहां बनकर लगभग तैयार हो चुके चौथे रनवे से फ्लाइट्स का टेक ऑफ और लैंडिंग शुरू की जाएगी। इसी के साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट भी बन जाएगा, जहां चार रनवे होंगे। अभी रनवे का कुछ काम बाकी है। इसके बाद डीजीसीए की ओर से रनवे को कमर्शल ऑपरेशन के लिए ग्रीन सिग्नल दिया जाएगा। इसके शुरू होने के बाद फ्लाइट्स को न तो टेक ऑफ के लिए इंतजार करना पड़ेगा और ना ही लैंड करने के लिए हवा में चक्कर लगाने पड़ेंगे। इससे पहले यहां नया एटीसी टावर शुरू हो चुका है। चौथे रनवे के शुरू होने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट से 24 घंटे में 1500 से अधिक फ्लाइट्स टेक ऑफ और लैंड कर सकेंगी।
नए साल में शुरू हो जाएगा एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे
टी-3 जाते वक्त आपने देखा होगा कि बीच रास्ते में एक फ्लाईओवर जैसा ब्रिज बनाया जा रहा है। यह 2.1 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे (ईसीटी) है। इसके ऊपर से नए साल में हवाई जहाज इधर से उधर आते-जाते दिखाई देंगे और इस ब्रिज के नीचे से आपकी कारें फर्राटा भर रही होंगी। यह भी देश में दिल्ली एयरपोर्ट पर ही पहली बार बनाया जा रहा है। इसके पूरा होने के बाद यात्रियों से भरी फ्लाइट को टी-1 से रनवे-29 की ओर आने-जाने के लिए 9 किलोमीटर लंबा चक्कर काटकर नहीं आना पड़ेगा बल्कि यह दूरी फिर दो किलोमीटर में ही सिमट जाएगी। कोहरे में इसका बड़ा फायदा होगा। इसके शुरू होने के बाद फ्यूल भी कम लगेगा और हर साल कम से कम 55 हजार टन कार्बन डाईऑक्साइड गैस जनरेट होने से भी बच सकेगी। यह डबल लेन बनाया जा रहा है, ताकि एक ही वक्त में दो हवाई जहाज इधर से उधर आ-जा सकें।
टी-1 का काम पूरा हो जाएगा
दिल्ली एयरपोर्ट के टी-3 और टी-2 पर यात्रियों की जो कतारें लगीं, उसकी एक वजह टी-1 के अपनी क्षमता से आधा ही संचालित होना रहा। मास्टर प्लान के तहत यहां टी-1 पर यात्री क्षमता बढ़ाने का काम किया जा रहा है। इस कारण मौजूदा समय में टी-1 के आधे हिस्से में निर्माण कार्य चल रहा है। आधे हिस्से से ही यात्रियों का मूवमेंट होने के चलते भी टी-3 और टी-2 पर बोझ बढ़ गया। अगले साल के आखिर तक टी-1 का काम पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद फिर से टी-1 से डोमेस्टिक फ्लाइट्स की उड़ानों में बढ़ोतरी होगी। जिससे टी-3 और टी-2 पर फ्लाइट्स का दबाव कम होगा। इसमें यात्रियों को एयरोब्रिज की भी सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा और भी कई सुविधाएं यहां नई शुरू की जाएंगी।
एयरपोर्ट के तीनों टर्मिनलों का डेटा
टी-1
– 8 एक्स-रे मशीन लगी हैं
– इनमें एक मशीन वीआईपी के लिए
– इन आठ मशीनों में 11 फ्रिस्किंग बूथ पुरुष यात्रियों के लिए
– पांच फ्रिस्किंग बूथ महिला यात्रियों के लिए
टी-2
– यहां 14 एक्स-रे मशीन लगी हैं
– इनमें दो मशीनें एक्सप्रेस यात्रियों के लिए
– इनमें 16 फ्रिस्किंग बूथ पुरुष यात्रियों के लिए
– 6 फ्रिस्किंग बूथ महिला यात्रियों के लिए
टी-3
– टी-3 में डोमेस्टिक फ्लाइट के लिए एक्स-रे मशीनों की संख्या 18
– टी-3 में इंटरनैशनल के लिए एक्स-रे मशीनों की संख्या 18 है
– घरेलू पुरुष यात्रियों के लिए फ्रिस्किंग बूथों की संख्या 25
– घरेलू महिला यात्रियों के लिए फ्रिस्किंग बूथों की संख्या 13
– अंतरराष्ट्रीय पुरुष यात्रियों के लिए फ्रिस्किंग बूथों की संख्या 18
– अंतरराष्ट्रीय महिला यात्रियों के लिए फ्रिस्किंग बूथों की संख्या 10
पूरे दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षा इंतजाम
– पांच हजार से अधिक सीआईएसएफ के जवान तैनात हैं
– इनमें डेढ़ हजार से अधिक जवान टी-1, कार्गो और जीए टर्मिनल के लिए
– तीन हजार से ज्यादा जवान टी-3 और टी-2 के लिए
– चार हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे
– 24 घंटे में दिल्ली एयरपोर्ट से टेक ऑफ और लैंड करने वाली फ्लाइट की संख्या 1200 तक पहुंची
– 24 घंटे में दो लाख 20 हजार से अधिक यात्रियों की आवाजाही