दावा – डेवलपमेंट के लिए नगर निगम को पंजाब सरकार से 50 करोड़ की ग्रांट मिलेगी – Patiala News h3>
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नियम है कि नगर निगम के बजट में 60 फीसदी पैसा डेवलपमेंट के कामों के लिए रखना होता है, जबकि 40 फीसदी अन्य खर्चों के लिए, लेकिन पिछले कई सालों से निगम इस नियम को ताक पर रख बजट पास करता आ रहा है। आज दोपहर ढाई बजे आम आदमी पार्टी के मेयर कुंदन गोगिया अपना पहला बजट पेश करने जा रहे हैं। इसमें भी डेवलपमेंट के लिए 60 फीसदी की जगह सिर्फ 22 फीसदी पैसा रखा गया है। इधर, अन्य खर्चों (विभागीय स्टाफ की सैलरी व अन्य बकायों के भुगतान) के लिए 40 फीसदी की जगह 74 फीसदी पैसा रखा गया है। 145 करोड़ के बजट में विभागीय स्टाफ के लिए 108 करोड़ और डेवलपमेंट के लिए सिर्फ 33 करोड़ रखे हैं। करीब साढ़े 4 करोड़ आकस्मिक खर्चे के लिए रखा गया है। हालांकि इस बजट में दावा किया गया है कि साल 2025-26 में शहर की डेवलपमेंट के लिए नगर निगम को पंजाब सरकार से 50 करोड़ की ग्रांट मिलेगी। इससे बहुत सारे विकास कार्य करवाए जाएंगे, लेकिन यह दावा सच होगा या नहीं, इसका जवाब किसी के पास नहीं हैं।
साल 2024 कुल बजट- 134 करोड़ स्टाफ के लिए- 95 करोड़ 40 लाख (70%) डेवलपमेंट के लिए- 50 करोड़ (30%) साल 2023- कुल बजट- 127 करोड़ स्टाफ के लिए- 93 करोड़ 69 लाख (74%) डेवलपमेंट के लिए- 30 करोड़ 44 लाख (23%) साल 2022- कुल बजट- 121 करोड़ स्टाफ के लिए- 81 करोड़ 42 लाख (67%) डेवलपमेंट के लिए- 36 करोड़ 64 लाख (29%) भास्कर- बजट में 60 फीसदी पैसा डेवलपमेंट के लिए रखना होता है, आपने तो सिर्फ 22 फीसदी रखा है। बाकी सारा पैसा विभागीय खर्चे में लगा दिया, यह पब्लिक का बजट है या मुलाजिमों का? मेयर- मुलाजिम भी शहर के नागरिक हैं। कई पे-कमीशन लागू होने, पिछले बकायों की अदायगी, मेडिकल बिल, पेंशनर्स के भुगतान होने की वजह से हर साल विभागीय खर्चा बढ़ता जा रहा है, हमारे पास कोई दूसरा विकल्प ही नहीं हैं। भास्कर- फिर बजट में 60/40 की रेशो को कैसे लागू करेंगे? मेयर- मुझे अभी 2 महीने ही हुए हैं। मेरी पूरी कोशिश है कि हम 2026 के बजट में शहर की डेवलपमेंट के लिए पैसे को बढ़ाएंगे। उसके लिए हम निगम की रिकवरी बढ़ाएंगे। निगम की आमदन बढ़ेगी तो डेवलपमेंट के लिए पैसा बढ़ेगा। यह पहली बार नहीं है, पिछले 4 सालों से यही चलता आ रहा है। हां, अब बस विभागीय खर्चे के लिए रखी गई पैसों की यह रेशो जरूर पिछले सालों के मुकाबले बढ़ गई है। उदाहरणतः 2022 में नगर निगम के बजट में विभागीय स्टाफ के लिए 67 फीसदी, डेवलपमेंट के लिए 29 फीसदी पैसा रखा गया था। 2023 में विभागीय स्टाफ के लिए 74 फीसदी, डेवलपमेंट के लिए 23 फीसदी पैसा रखा। पिछले साल 2024 में विभागीय स्टाफ के लिए 71 फीसदी और शहर की डेवलपमेंट के लिए 37 फीसदी पैसा रखा गया था। पिछले सालों के आंकड़े पिछले बजट में निगम ने विभागीय खर्चे के लिए 95 करोड़ 49 लाख रुपए रखे थे, लेकिन 31 दिसंबर 2024 तक स्टाफ पर 73 करोड़ 41 लाख खर्च हो चुका है और निगम को 31 मार्च 2025 तक इस मद में 97 करोड़ 88 लाख खर्च होने की संभावना दिख रही है। ऐसे में बेलगाम विभागीय खर्चों को देखते हुए इस बार इस मद में 108 करोड़ रख दिए गए हैं। कुंदन गोगिया, मेयर
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नियम है कि नगर निगम के बजट में 60 फीसदी पैसा डेवलपमेंट के कामों के लिए रखना होता है, जबकि 40 फीसदी अन्य खर्चों के लिए, लेकिन पिछले कई सालों से निगम इस नियम को ताक पर रख बजट पास करता आ रहा है। आज दोपहर ढाई बजे आम आदमी पार्टी के मेयर कुंदन गोगिया अपना पहला बजट पेश करने जा रहे हैं। इसमें भी डेवलपमेंट के लिए 60 फीसदी की जगह सिर्फ 22 फीसदी पैसा रखा गया है। इधर, अन्य खर्चों (विभागीय स्टाफ की सैलरी व अन्य बकायों के भुगतान) के लिए 40 फीसदी की जगह 74 फीसदी पैसा रखा गया है। 145 करोड़ के बजट में विभागीय स्टाफ के लिए 108 करोड़ और डेवलपमेंट के लिए सिर्फ 33 करोड़ रखे हैं। करीब साढ़े 4 करोड़ आकस्मिक खर्चे के लिए रखा गया है। हालांकि इस बजट में दावा किया गया है कि साल 2025-26 में शहर की डेवलपमेंट के लिए नगर निगम को पंजाब सरकार से 50 करोड़ की ग्रांट मिलेगी। इससे बहुत सारे विकास कार्य करवाए जाएंगे, लेकिन यह दावा सच होगा या नहीं, इसका जवाब किसी के पास नहीं हैं।
साल 2024 कुल बजट- 134 करोड़ स्टाफ के लिए- 95 करोड़ 40 लाख (70%) डेवलपमेंट के लिए- 50 करोड़ (30%) साल 2023- कुल बजट- 127 करोड़ स्टाफ के लिए- 93 करोड़ 69 लाख (74%) डेवलपमेंट के लिए- 30 करोड़ 44 लाख (23%) साल 2022- कुल बजट- 121 करोड़ स्टाफ के लिए- 81 करोड़ 42 लाख (67%) डेवलपमेंट के लिए- 36 करोड़ 64 लाख (29%) भास्कर- बजट में 60 फीसदी पैसा डेवलपमेंट के लिए रखना होता है, आपने तो सिर्फ 22 फीसदी रखा है। बाकी सारा पैसा विभागीय खर्चे में लगा दिया, यह पब्लिक का बजट है या मुलाजिमों का? मेयर- मुलाजिम भी शहर के नागरिक हैं। कई पे-कमीशन लागू होने, पिछले बकायों की अदायगी, मेडिकल बिल, पेंशनर्स के भुगतान होने की वजह से हर साल विभागीय खर्चा बढ़ता जा रहा है, हमारे पास कोई दूसरा विकल्प ही नहीं हैं। भास्कर- फिर बजट में 60/40 की रेशो को कैसे लागू करेंगे? मेयर- मुझे अभी 2 महीने ही हुए हैं। मेरी पूरी कोशिश है कि हम 2026 के बजट में शहर की डेवलपमेंट के लिए पैसे को बढ़ाएंगे। उसके लिए हम निगम की रिकवरी बढ़ाएंगे। निगम की आमदन बढ़ेगी तो डेवलपमेंट के लिए पैसा बढ़ेगा। यह पहली बार नहीं है, पिछले 4 सालों से यही चलता आ रहा है। हां, अब बस विभागीय खर्चे के लिए रखी गई पैसों की यह रेशो जरूर पिछले सालों के मुकाबले बढ़ गई है। उदाहरणतः 2022 में नगर निगम के बजट में विभागीय स्टाफ के लिए 67 फीसदी, डेवलपमेंट के लिए 29 फीसदी पैसा रखा गया था। 2023 में विभागीय स्टाफ के लिए 74 फीसदी, डेवलपमेंट के लिए 23 फीसदी पैसा रखा। पिछले साल 2024 में विभागीय स्टाफ के लिए 71 फीसदी और शहर की डेवलपमेंट के लिए 37 फीसदी पैसा रखा गया था। पिछले सालों के आंकड़े पिछले बजट में निगम ने विभागीय खर्चे के लिए 95 करोड़ 49 लाख रुपए रखे थे, लेकिन 31 दिसंबर 2024 तक स्टाफ पर 73 करोड़ 41 लाख खर्च हो चुका है और निगम को 31 मार्च 2025 तक इस मद में 97 करोड़ 88 लाख खर्च होने की संभावना दिख रही है। ऐसे में बेलगाम विभागीय खर्चों को देखते हुए इस बार इस मद में 108 करोड़ रख दिए गए हैं। कुंदन गोगिया, मेयर