दादरी में बठिंडा प्लेन क्रैश के प्रत्यक्षदर्शी आए सामने: बोले- मंडी के ऊपर चक्कर लगाता रहा, एक युवक की मौत, चार साथी घायल – Charkhi dadri News h3>
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गोविंद के शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लेकर जाते हुए।
दादरी में बठिंडा के पास प्लेन क्रैश देखने वाले प्रत्यक्षदर्शी सामने आए हैं, जिनका कहना है कि क्रैश होने से पहले प्लेन ने मंडी के ऊपर से चक्कर लगाए थे, जिससे सभी लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे और अफरा-तफरी मच गई थी। बाद में प्लेन मंडी से थोड़ी दूरी पर खेतो
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इस घटना में कई लोगों को चोट लगी, जिससे वे घायल हो गए। जबकि गोविंद को सिर में चोट लगने के कारण उसकी मौत हो गई। वीरवार को दादरी में उसका अंतिम संस्कार किया गया है।
गोविंद का अंतिम संस्कार करते हुए।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया आंखों देखा हाल चरखी दादरी शहर के कबीर नगर निवासी करीब 32 वर्षीय गोविंद अपने चार साथियों के साथ पंजाब की गोनियाना मंडी में अनाज लोडिंग का काम करने के लिए गया था। जहां प्लेन क्रैश होने से चपेट में आने के कारण उसकी मौत हो गई। गोविंद के साथ वहां मौजूद संदीप जिसने पूरी घटना को देखा था उसने दादरी पहुंचने के बाद जानकारी देते हुए बताया कि गोविंद सहित वे पांच लोग मंडी में काम करने के लिए गए थे। मंडी में सैकड़ों श्रमिक झुग्गी डालकर वहीं रहते थे।
उसने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे एक प्लेन मंडी के ऊपर से चक्कर लगाने लगा, जिसकी तेज आवाज से सभी की नींद खुल गए और सभी डर गए। इस दौरान सभी शोर मचाने लगे कि प्लेन मंडी में गिरेगा, जिससे लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे और अफरा-तफरा का माहौल बन गया। बाद में प्लेन मंडी से करीब 400-500 मीटर की दूरी पर खेतों में गिर गया।
पिता की मौत पर रोते हुए उनकी बेटी परी।
प्लेन में धमाका हुआ प्रत्यक्षदर्शी संदीप ने बताया कि प्लेन गिरने के कुछ देर बाद उसमें धमाका हुआ और मलबा दूर तक गया, जिससे कई लोगों को चोटें लगी। वहीं पानी की बोतल लेकर शौच के लिए खेतों की ओर गए गोविंद के भी सिर में चोट लगी और उसकी मौत हो गई। संदीप की माने तो प्लेन क्रैश होने के करीब दो घंटे बाद तक रुक रुककर धमाके होते रहे और बुधवार को दिन में भी दो धमाके हुए।
मृतक गोविंद अपने परिवार के साथ, फाइल फोटो।
संदीप ने बताया कि प्लेन क्रैश होने के बाद वहां पर जब लोगो से सुना कि एक व्यक्ति की मौत हो गई है तो वे उस और गए और देखा तो वहां पर गोविंद पड़ा था। बाद में पुलिस भी वहां पहुंच गई थी और उसे अस्पताल पहुंचा, जिसके बाद वे भी अस्पताल गए और उनका पूरा दिन अस्पताल में ही बीता।
मोबाइल फोन नहीं मिला गोविंद के साथियों ने बताया कि उसके सिर में चोट लगी और शरीर भी कई स्थानों से जला हुआ था। उसका फोन उन्हें वहां पर नहीं मिला। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि अफरा-तफरा के दौरान उसका फोन कहीं गिर गया या किसी ने ले लिया है।
मृतक गोविंद का फाइल फोटो।
आज हुआ अंतिम संस्कार गोविंद का शव बीती देर रात चरखी दादरी के वार्ड 12 स्थित कबीर नगर में उनके घर पहुंचा। शव पहुंचने के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वीरवार को चरखी दादरी के रामबाग में गमगीन माहौल में उसका अंतिम संस्कार किया गया। करीब 5 वर्षीय उनके बेटे प्रशांत ने उनको मुखाग्नि दी।
चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था गोविंद चार भाई बहनों में सबसे छोटा था। बचपन में ही उसके पिता ओमप्रकाश की मौत हो गई थी। वहीं उसके तीन-चार साल बाद ही उसकी मां मुन्नी की मौत हो गई थी। बचपन में मां-बाप को खोने के बाद उसने पढ़ाई की बजाए की मजदूरी करनी पड़ी। वह चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था।
सबसे बड़ी बहन बबीता, उसके बाद कर्मबीर, रीना और सबसे छोटा गोविंद था। गोविंद की शादी भिवानी निवासी ममता के साथ हुई थी और उसके बेटी परी व बेटा प्रशांत दो बच्चे हैं।