तुम मुझे खुश रखो मैं तुम्हें… ऐसे विवादों में फंसते चले गए गए संदीप सिंह, जानिए महिला कोच ने क्या लगाए थे आरोप
खेल मंत्री की ओर से कोच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद शनिवार को हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने एक समिति का गठन किया था। मंत्री ने शिकायत में दावा किया था कि कोच ने उनकी छवि खराब की है। संदीप सिंह ने कहा कि जब तक समिति अपनी रिपोर्ट नहीं दे देती, तब तक वह नैतिकता के आधार पर अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप रहे हैं।
‘मेरी छवि खराब करने के लिए माहौल बनाया गया’
संदीप सिंह ने कहा कि ‘आप सबको पता है कि मेरी छवि खराब करने के लिए एक माहौल क्रिएट किया गया है। एक जूनियर कोच ने झूठे आरोप लगाए हैं। मैं चाहता हूं कि झूठे आरोपों की जांच हो। दूध का दूध पानी का पानी होने के बाद मुख्यमंत्री जी फैसला लेंगे।’
उधर महिला कोच ने अंबाला में गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की। महिला कोच ने कहा, उन्होंने (संदीप सिंह) मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैंने उन्हें नजरअंदाज करने की कोशिश की लेकिन वह लगातार मुझे परेशान करते रहे। मुझे उम्मीद है कि कार्रवाई होगी। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, ‘मैंने उनकी (महिला कोच) शिकायत सुनी। मैं इस मामले में सीएम से बात करूंगा। हम न्याय सुनिश्चित करेंगे।’
सरकारी आवास में बुलाकर छेड़खानी का आरोप
गौरतलब है कि 29 दिसंबर को नैशनल एथलीट और हरियाणा में नियुक्त जूनियर कोच ने खेल मंत्री संदीप सिंह पर संगीन आरोप लगाए थे जिससे हड़कंप मच गया। नैशनल एथलीट ने आरोप लगाया था कि राज्य के खेल मंत्री संदीप सिंह ने उन्हें अपने सरकारी आवास में बुलाकर छेड़छाड़ की। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि संदीप सिंह ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे कॉन्टैक्ट किया था। पीड़िता ने इनेलो नेता अभय चौटाला के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खेल मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
‘इंस्टाग्राम के जरिए किया था कॉन्टैक्ट’
400 मीटर नैशनल एथलीट ने हरियाणा एथलेटिक्स कोच पंचकुला जॉइन किया था। महिला कोच ने बताया था कि खेल मंत्री संदीप सिंह ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे कॉन्टैक्ट किया। पीड़िता ने बताया था कि खेल मंत्री ने वेनिश मोड पर बात की जिससे 24 घंटे बाद मेसेज डिलीट हो गया। पीड़िता के मुताबिक, ‘उन्होंने मुझसे स्नैपचैट पर बात करने को कहा। फिर मुझे चंडीगढ़ सेक्टर 7 लेक साइड पर मिलने को कहा। मैं नहीं गई तो वो मुझे इंस्टाग्राम पर ब्लॉक और अनब्लॉक करते रहे।’
‘मेरे पैर पर अपना हाथ रखा’
महिला कोच ने आगे बताया था, ‘फिर मुझे एक डॉक्यूमेंट के बहाने घर बुलाया। वहां वह मुझे अलग केबिन में लेकर गए और मेरे साथ बदतमीजी की। मेरे पैर पर हाथ रखा और मुझसे कहा कि तुम मुझे खुश रखो मैं तुम्हे खुश रखूंगा।’ पीड़िता के अनुसार, ‘मैं किसी तरह खुद को बचा कर भागी। स्टाफ मेरी हालत देख कर हंसता रहा। मैंने डीजीपी से लेकर सीएम ऑफिस में कॉल किया लेकिन कोई मदद नहीं मिली।’
नैशनल एथलीट ने कहा, ‘जब मैंने संदीप सिंह की बात नहीं मानी, उसके बाद मेरा तबादला कर दिया गया और ट्रेनिंग तक रोक दी गई। मेरा ट्रांसफर झज्जर कर दिया गया है जहां 100 मीटर का भी ग्राउंड नहीं है।’
खेल मंत्री ने खारिज किए आरोप
उस वक्त भी हरियाणा के खेल मंत्री ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप खारिज किए थे। उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ षडयंत्र किया जा रहा है। संदीप सिंह ने दावा किया था कि महिला कोच की ओर से लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से झूठ हैं और वह उनसे कभी नहीं मिले।
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ केस
महिला कोच ने चंडीगढ़ के एसपी से मुलाकात कर खेल मंत्री के खिलाफ शिकायत दी थी। महिला कोच की ओर से की गई शिकायत के मामले में धारा 354, 354ए, 354बी, 342, 506 आईपीसी थाना सेक्टर 26, चंडीगढ़ के तहत मामला दर्ज किया गया।