तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन का 10 महीने में 26 किलो वज़न घटा, जेल में सिर्फ ये खाते हैं पूर्व मंत्री

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तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन का 10 महीने में 26 किलो वज़न घटा, जेल में सिर्फ ये खाते हैं पूर्व मंत्री

तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन का 10 महीने में 26 किलो वज़न घटा, जेल में सिर्फ ये खाते हैं पूर्व मंत्री

नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का 10 महीने में 26 किलो वजन कम हो गया है। ईडी द्वारा गिरफ्तार करने के बाद उन्हें जब तिहाड़ जेल लाया गया था। तब उनका वजन 97 किलो से थोड़ा अधिक था। अब उनका वजन 26 किलो घटकर 71 किलो रह गया है। जेल अधिकारी इसे दो तरह से देख रहे हैं। एक तो वजन कम होने से इसे उनके अच्छे स्वास्थ्य रहने के रूप में देखा जा रहा है, जबकि दूसरी ओर घटते वजन से अधिकारी चिंतित भी हैं।Gujarat: उम्रकैद की सजा के बाद साबरमती जेल पहुंचा माफिया अतीक अहमद, जानिए क्या कुछ बदल गया
सूत्रों ने बताया कि तिहाड़ की जेल नंबर-7 में बंद दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का लगातार वजन घट रहा है। इसका एक बड़ा कारण जेल में रहते हुए उनका खान-पान है। वह किसी भी तरह का अन्न नहीं खा रहे हैं। बल्कि सुबह-शाम केवल फल और सलाद खाते हैं। उनसे कई बार कहा भी गया है कि वह खाने में रोटी, चावल-दाल या अन्य जो भी खाना जेल में उपलब्ध होता है, वह खाएं। लेकिन जेल अधिकारियों से उनका कहना है कि वह जेल में रहते हुए अन्न नहीं खा सकते। जेल अधिकारियों को उन्होंने इसकी वजह धार्मिक मामला बताया। इस बात को देखते हुए उन्हें जेल अधिकारी और डॉक्टर भी अधिक दबाव नहीं डालते। हालांकि, उनके गिरते वजन को देखते हुए उनके स्वास्थ्य पर डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी रख रही है। ताकि उन्हें हेल्थ संबंधित कोई गंभीर समस्या न हो जाए। जरूरत के मुताबिक उनकी जांच की जाती है। वह यहां हर दिन सूर्यास्त होने से पहले फल और सलाद खा लेते हैं। सूर्यास्त होने के बाद वह कुछ नहीं खाते। हालांकि, इस तरह से उनका इतना अधिक वजन कम होने के मामले में उन्होंने अभी तक जेल अधिकारियों को कोई शिकायत नहीं की है।

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जेल में रहते हुए वह अधिकतर वक्त अपनी सेल में ही रहते हैं और टीवी देखकर अपना समय काटते हैं। जरूरत के हिसाब से वह अपनी सेल के बाहर जेल के अंदर ही पार्क में थोड़ा टहल भी लेते हैं। लेकिन अधिकतर वक्त वह अपनी सेल में अकेले ही रहना पसंद करते हैं। जेल में उन्हें कथित रूप से दी जा रही वीआईपी सुविधाओं वाले मामले सुर्खियों में आने के बाद उनके वॉर्ड से उन तमाम कैदियों का ट्रांसफर कर दिया गया था, जिन पर उनकी सेवा करने का आरोप लगा था। जेल के उन 40 से अधिक स्टाफ का भी इस जेल से दूसरी जेलों में ट्रांसफर किया गया था, जिनसे जेल में रहते हुए इनके प्रभाव में आने की बात कही जा रही थी या इनके प्रभाव में आने का संदेह था।

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