तांत्रिक के डर से कांपती रहती थी सरकारी टीचर: 11वीं में जबर्दस्ती तांत्रिक ने हाथ देखा था, उसके बाद परिवार को खत्म करने की धमकी देकर डराता रहा – Alwar News h3>
मैं जब कक्षा 11वीं में पढ़ती थी। तब मैं बगड़ राजपूत में तांत्रिक देवीसहाय कुम्हार के घर किसी के साथ चली गई थी। उसने मेरा जबर्दस्ती से हाथ देख लिया। जबकि मुझे कोई परेशानी नहीं थी। तब हाथ देखने के बाद उसने वहीं तांत्रिक विद्या मेरे ऊपर कर दी थी। मेरी मौत
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ये सुसाइड लेटर अलवर शहर के निकट दिवाकरी स्कूल की सरकारी टीचर गुड्डी देवी का है। जिसने मरने के कई दिन पहले अपने परिवार के लोगों को मोबाइल पर भेजा था। गुड्डी देवी के भाई शिवराम पुत्र राम किशन मीणा निवासी हिंगोटा बिरजूपाड़ा दौसा ने रिपोर्ट दी कि मेरी बहन गुड्डी को तांत्रिक देवी सहाय ने अपने कब्जे में ले लिया। उसने इतना डरा दिया था कि गुड्डी ने जान दे दी। वहीं गुड्डी ने सुसाइड नोट में साफ लिखा है कि वह 11वीं पढ़ती थी। जब किसी के साथ तांत्रिक के पास पहुंची थी। तब तांत्रिक ने जबर्दस्ती उसका हाथ देखा और कहा शनिवार को आना। दिमाग अच्छे से काम करेगा। उसके बाद तबीयत बिगड़ती गई। गुड्डी के पति भी सरकारी टीचर हैं। यह घटना अलवर शहर मूंगस्का के सूरजमल कॉलानी की है। जो बख्तल की चौकी के पास पथरोडा स्कूल में टीचर थी।
गुड्डी देवी के भतीजी सीमा ने बताया कि कई साल पहले उनकी बुआ गुड्डी देवी अपने जीजाजी की तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोगों के साथ तांत्रिक देवी सहाय के पास गई थी। उस समय तांत्रिक ने उसे कहा था कि आपका दिमाग तेज काम करेगा। यह पुड़िया ले लेना। जब उसने एक पुड़िया ली। उसके बाद से बीमार रहने लग गई। उसके बाद गुड्डी की तबीयत बिगड़ती गई। बाद में बाबा पैसे की मांग करने लगा। इतना डरा दिया कि पैसे नहीं दिए तो पूरे परिवार को खत्म कर दूंगा। यही बात गुड्डी घर कहती थी कि बाबा को पैसे दे दो। नहीं तो पूरे परिवार
गुड्डी देवी ने 20 फरवरी के आसपास सुसाइड अटेम्ट करने की कोशिश की थी। सुसाइड लेटर भी लिखा था। जिसमें तांत्रिक के बारे में लिखा था कि वह उके परिवार को खत्म करना चाहता है। मेरी मौत का जिम्मेदार देवीसहाय हे। सबको सुसाइड लेटर वाट्सएप पर भेजा था। गुड्डी देवी के पति भी देवीसहाय के पास गए हैं। तांत्रिक हमारे पूरे परिवार के सामने पैसे नहीं मांगता था।
टीचर की भाभी ने कहा – पूरा परिवार डरा हुआ
गुड्डी की भाभी गीता का कहना है कि बाबा के पीछे पूरा परिवार घूमता रहा। गुड्डी से हमारे सामने पैसे नहीं लेता था। लेकिन गुड्डी गांव आने पर खाना तक नहीं खाती थी। वह बेचैन रहती थी। गुड्डी हर समय चिंता में रहती थी। पता नहीं तांत्रिक ने क्या कर दिया। उसके बाद तो पूरा परिवार डरने लग गया। अब भी परिवार में डर है। इसके बाद भाभी बिलखने लग गई।
गुड्डी के दो छोटे-छोटे बच्चे। जिनका भी सुसाइड लेटर में जिक्र करते हुए कहा कि इश्वर उनका ख्याल रखेगा।
युवक पिंटू भी तांत्रिक के पास जाने के बाद बीमार
गुड्डी के परिवार के सदस्य भतीजे पिंटू मीना ने कहा कि मैं भी तांत्रिक के संपर्क में आया हूं। उसके बाद मैं भी बीमार हो गया। पहले बुआजी बीमार थी। उसके बीमार होने पर मैं आकर मिला। उसके बाद तांत्रिक बुआजी से बराबर पैसे ले रहा था। मैं बाबा के संपर्क में आया तो बीमार होने लग गया। पूरा परिवार डर लगने लग गया। बुआजी तबीयत खराब होने पर मोबाइल पर मैसेज करती थी।
जिला अस्पताल में मृतका के पोस्टमार्टम से पहले गांव के लोग।
ये है सरकारी टीचर का लिखा पूरा सुसाइड नोट : पुलिस कर रही जांच
मैं जब कक्षा 11वीं में पढ़ती थी। तब मैं बगड़ राजपूत में तांत्रिक देवीसहाय कुम्हार के घर किसी के साथ चली गई थी। उसने मेरा जबर्दस्ती से हाथ देख लिया। जबकि मुझे कोई परेशानी नहीं थी। तब हाथ देखने के बाद उसने वहीं तांत्रिक विद्या मेरे ऊपर कर दी थी। पहले मेरे कोई बीमारी नहीं थी। हाथ देखने के बाद तांत्रिक विद्या कर दी थी। मुझे सात शनिवार बुलाया था। जब नहीं जाती तो मुझे जबर्दस्त परेशान कर देता था। मुझे मजबूर होकर उसके पास जाना पड़ता था। उसके बाद उसने सैकंड ईयर में फिर परेशान कर दिया। 50 हजार रुपए ले लिए। बीएड करते समय भी उसने तांत्रिक विद्या कर मुझे परेशान किया था। मुझे जबर्दस्ती तांत्रिक विद्या से परेशान करता है। उसके बाद मेरे नौकरी लगने के बाद 2017-18 में भी मुझे परेशान किया। तीन महीने ड्यूटी पर नहीं जाने दिया था। उस समय भी काफी परेशानियों का सामना कर रही थी। उसको 15 हजार रुपए देकर पीछा छुड़ाया था। उसके बाद सितंबर 2024 से परेशान किया था। अब मुझे बहुत ज्यादा परेशान करता है। उसके जाते ही 5 दिन 10 दिन सही कर देता है। बाद में फिर परेशान करने लगता है। अब 14 फरवरी को 50 हजार रुपए दिए। उसके बाद एक सप्ताह तक ठीक रखा। बाद में परेशान करने लगा। मैं इस परेशानी से छुटकारा पाना चाहती हूं। लेकिन मेरे बस की बात नहीं है। लेकिन तांत्रिक भंयकर परेशान करता है। दिमाग को बस में करता है। में उसके पास जाना नहीं चाहती हूं। जबर्दस्ती तांत्रिक विद्या से खींचता है। अब मेरे पास मरने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है। मै जबर्दस्त परेशान हूं। ये तांत्रिक विद्या मेरे पास आती है मुझे बुरा लगता है। मेरी मौत का जिम्मेदार देवीसहायक बगड राजपूत होगा। अब बस मेरे दो लाडले बेटा-बेटी को दुख मत देना। किसी भी चीज से कोई रखे। अच्छे से रखे। मेरी कमी बच्ों को महससू नहीं हो। बच्चों की तरफ काफी दिमाग जाता है। बच्चों को मेरी कमी महसूस होगी। लेकिन ईश्वर ही संभालेगा।
DSP ने कहा – जांच कर रहे
डीएसपी अंगद सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच कर रहे हैं। तांत्रिक पर परिवार का आरोप है पैसे भी लिए हैं और परेशान करने से मौत हुई है। इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।