डल्लेवाल की ज्यादातर नसें ब्लॉक: पैरों में ड्रिप लगाने की कोशिश, 75 दिनों से आमरण अनशन पर; आज किसान सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे – Punjab News

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डल्लेवाल की ज्यादातर नसें ब्लॉक:  पैरों में ड्रिप लगाने की कोशिश, 75 दिनों से आमरण अनशन पर; आज किसान सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे – Punjab News
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डल्लेवाल की ज्यादातर नसें ब्लॉक: पैरों में ड्रिप लगाने की कोशिश, 75 दिनों से आमरण अनशन पर; आज किसान सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे – Punjab News

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 75 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।

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फसलों पर MSP की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की ज्यादातर नसें ब्लॉक हो गई हैं। वह 75 दिनों से अनशन पर हैं, और उन्होंने मेडिकल सहायता लेना छोड़ दिया है।

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डॉक्टरों का कहना है कि पिछले करीब 6 दिनों से उन्हें ड्रिप लगाने में दिक्कत आ रही है, क्योंकि उनकी नसें ही नहीं मिल रहीं। हाथ की ज्यादातर नसें ब्लॉक हैं, इसलिए उनकी पैरों की नसों में ड्रिप लगाने की कोशिश की जा रही है।

इधर, डल्लेवाल की सेवा में लगे एक किसान का एक्सीडेंट हो गया। उसे PGI चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया है। वहीं, केंद्र सरकार की कृषि मार्केटिंग पॉलिसी ड्राफ्ट के खिलाफ आज संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से देशभर के लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

पंजाब में एक शादी के दौरान किसान आंदोलन और शंभू बॉर्डर पर पहुंचने का संदेश देते आयोजक।

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शादी के कार्ड के बाद अब DJ पर भी गूंजा किसान आंदोलन इसके अलावा पंजाब और हरियाणा में किसानों के आंदोलन से जुड़ने के लिए अलग-अलग मंचों से अपील की जा रही है। विवाह-शादियों के कार्ड पर किसान नेता डल्लेवाल का फोटो छापा जा रहा है। अब DJ पर भी किसान आंदोलन की अलख जगाई जा रही है।

किसान नेता शादियों में जाकर लोगों को शंभू और खनौरी मोर्चे पर किसानों के समर्थन में जुटने का संदेश दे रहे हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कुछ समय पहले पंजाबी सिंगरों, कलाकारों और DJ संचालकों से अपील की थी कि कहीं भी उनके प्रोग्राम होते हैं, वहां स्टेज से किसान आंदोलन के बारे में लोगों को जागरूक करें। इसके बाद से कई सिंगर आंदोलन से जुड़े भी हैं।

वहीं, जल यात्रा के चौथे चरण में आज हरियाणा के किसान खेतों के टयूबवेल का जल लेकर खनौरी मोर्चे पर पहुंचेंगे।

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किसान का एक्सीडेंट, PGI रेफर किसान नेता डल्लेवाल की सेवा करने वाले फतेहगढ़ साहिब के किसान चरणजीत सिंह काला का शुक्रवार को एक्सीडेंट हो गया था। उन्हें गंभीर हालत में PGI रेफर किया गया था, लेकिन वहां उन्हें वेंटिलेटर नहीं मिल पाया है। इससे दोनों मोर्चे के नेताओं ने नाराजगी जताई है।

पीजीआई में भर्ती किसान चरणजीत सिंह काला। इनका शुक्रवार को एक्सीडेंट हुआ था।

अगले हफ्ते इस तरह चलेगा किसान आंदोलन किसानों की इसी हफ्ते 14 फरवरी यानी शुक्रवार को केंद्र सरकार के साथ चंडीगढ़ में मीटिंग होने जा रही है। इससे पहले किसान आंदोलन तेज करने के मूड में हैं। किसानों ने आंदोलन से पहले 3 बड़ी महापंचायत कर शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा।

11 फरवरी को किसान फिरोजपुर SSP दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेंगे। क्योंकि, 2022 में प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक मामले में किसानों पर केस दर्ज किया गया है, जिसे किसान नेता गलत बता रहे हैं।

दूसरी तरफ इसी दिन रतनपुरा मोर्चे पर महापंचायत होगी। 12 फरवरी को खनौरी और 13 को शंभू बॉर्डर पर महापंचायत की तैयारी है। डल्लेवाल भी मंच से महापंचायत में शामिल होने को लेकर लोगों को तीन बार संदेश दे चुके हैं।

अब तक किसान आंदोलन में क्या-क्या हुआ…

पिछले साल फरवरी में शुरू हुआ आंदोलन पिछले साल 13 फरवरी को किसानों ने फसलों की MSP समेत 13 मांगों को लेकर अपना आंदोलन शुरू किया था। क्योंकि, उस समय लोकसभा चुनाव होने थे। ऐसे में केंद्र सरकार ने शुरू में तत्परता दिखाई। साथ ही तत्कालीन कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा समेत सीनियर नेता चंडीगढ़ भेजे।

उन्होंने सेक्टर-26 में किसान नेताओं से मीटिंग की। इन मीटिंगों में पंजाब के CM भगवंत मान भी मौजूद रहे। यह मीटिंग देर रात दो बजे तक चलती रही थी, लेकिन जब किसानों की सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने दिल्ली जाने का फैसला लिया था, लेकिन हरियाणा सरकार ने बैरिकेड लगाकर किसानों को बॉर्डर पर ही रोक दिया।

सुप्रीम कोर्ट में चल रहा मामला, अब तक 10 बार सुनवाई हरियाणा सरकार ने दलील दी थी कि किसानों ने अपने ट्रैक्टर मॉडिफाई किए हुए हैं। अगर किसान आगे आते हैं तो राज्य का माहौल खराब होगा। इस दौरान खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और किसानों की झड़प में युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई। हालांकि, जब किसान वहीं रुक गए तो उन दोनों रास्तों से पंजाब-हरियाणा का संपर्क टूट गया। इस वजह से कारोबारियों को नुकसान होने लगा।

इसके बाद मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंच गया। 10 जुलाई को हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बैरिकेड खोलने के आदेश दिए तो सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हाई पावर कमेटी गठित की। इस मामले में अब तक करीब 10 बार सुनवाई हो चुकी हैं।

26 नवंबर से डल्लेवाल का अनशन शुरू हुआ 26 नवंबर से किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आमरण अनशन शुरू किया। साथ ही किसी तरह की मेडिकल सुविधा न लेने का फैसला लिया। लेकिन जैसे ही संघर्ष को 50 दिन पूरे हुए तो केंद्र सरकार के अधिकारी खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे।

उन्होंने किसानों को मीटिंग के लिए न्योता दिया। इसके बाद डल्लेवाल ने अनशन जारी रखने व मेडिकल सुविधा लेने का फैसला लिया। साथ ही 26 जनवरी को पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। वहीं, अब किसानों की जल यात्रा चल रही है।

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हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शुक्रवार (10 जनवरी) को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है।’ पूरी खबर पढ़ें…​​​​​​​

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