टीवी के नामचीन सितारों को चाहिए दूसरी नौकरी, कुछ के लिए इसमें गारंटी नहीं..किसी का है साइड बिजनेस
एक्टिंग के साथ-साथ मैं प्रोफेशनल डाइवर भी हूं
-आदित्य शुक्ला
मुझे लगता है कि एक एक्टर के पास आय का दूसरा जरिया होना ही चाहिए क्योंकि एक्टिंग फील्ड बहुत अनिश्चित है। हां, इस क्षेत्र में बहुत कॉम्पटिशन है। एक एक्टर को भूमिका पाने के लिए हजारों अन्य अभिनेताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती है और आप प्रोजेक्ट पा भी लेते है, तो यह तय नहीं होता है कि यह कितने समय तक चलेगा? आप ये कभी नहीं जान सकते कि दर्शकों द्वारा कौन-सा शो पसंद किया जाएगा । यही वजह है कि निजी तौर पर मेरे पास करियर का एक और विकल्प है। मैं एक प्रोफेशनल डाइवर (पेशेवर गोताखोर) हूं। इस पेशे में हम ऑइल रिग (समंदर में एक बड़ा प्लैटफॉर्म, जहां मशीनों के जरिए तेल निकाला जाता है) का काम करते हैं। यह एक बहुत ही रोचक क्षेत्र है। बहुत से लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं। मेरी मां शैली शुक्ला पिछले 30 साल से एक्टिंग कर रही हैं। फिर मेरे बड़े भाई सिद्धार्थ शुक्ला हैं। मुझे यकीन है कि आखिरकार मुझे अभिनय करते देख वह बहुत खुश हुए होंगे।
आर्थिक संघर्ष के कारण कलाकार डिप्रेशन में चला जाता है
-मिताली नाग
नौकरी की अनिश्चितता मनोरंजन इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि सभी इंडस्ट्री में आम है लेकिन कलाकारों को इसके लिए और अधिक तैयार रहने की जरूरत है, क्योंकि हमारे प्रॉजेक्ट इंडस्ट्री की तुलना में छोटे होते हैं। उसके बाद अगला क्या, इसे पाने की बहुत बड़ी चुनौती होती है। आय का दूसरा स्रोत होने से हमेशा दो प्रॉजेक्ट्स के बीच का जो समय होता है, जो खाई होती है, उसे पाटने में मदद मिलती है। आर्थिक संघर्ष कई बार इतना बड़ा मुद्दा होता है कि वह आपको मानसिक तौर पर बीमार कर देता है।
अभिनय में काम नहीं मिला, तो दूसरे जॉब किए
एकता शर्मा
बहुत अनिश्चितता और प्रतिस्पर्धा है, मैं इस बात से सहमत हूं लेकिन इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि बहुत सारे चैनल और काम भी हैं, आपको बस सही समय पर सही जगह पर होना है। मगर निश्चित रूप से एक वैकल्पिक करियर होने में कोई बुराई नहीं है। कोविड के दौरान जब एक्टिंग का कोई काम नहीं था, तो मैंने दूसरे जॉब भी किए। वैकल्पिक करियर सभी के पास होना चाहिए। अभिनय मेरा पैशन रहा है, मगर मैं हमेशा से सोचती हूं कि जब काम नहीं मिले तो सर्वाइवल के लिए कोई अल्टरनेटिव काम होना जरूरी होता है।
अचानक शो बंद हो जाए, तो कलाकार आधार में लटक जाता है
-स्नेहा जैन
मुझे लगता है कि आजकल सोशल मीडिया और ओटीटी पर इतने अच्छे-अच्छे कंटेंट और अंतरराष्ट्रीय चीजों तक पहुंच की वजह से लोग स्मार्ट हो गए हैं। इसलिए आजकल लोग एक ही तरह की लव स्टोरी, हॉरर या कॉमिडी नहीं देखना चाहते हैं। मैं टीवी से जुड़ी हूं, मुझे लगता है कि लोग टीवी पर भी अधिक प्रासंगिक चीजें देखना चाहते हैं। जब लोग अनुपमा जैसे शो देखते हैं, तो वह दर्शकों के लिए प्रासंगिक होती हैं। कई बार अनुपमा जैसे शो सालों-साल चल पड़ते हैं, मगर कुछ शो 3 महीने भी होल्ड नहीं कर पाते, तब कलाकार आधार में लटक जाता है। दूसरे शब्दों में कहूं, तो लोगों की पसंद को समझना वास्तव में चुनौतीपूर्ण है। इंडस्ट्री बहुत अनिश्चित है। मुझे लगता है कि उनके पास एक और विकल्प होना चाहिए जैसे साइड बिजनेस, निवेश और जो कुछ भी, जिसमे वे रुचि रखते हैं। इसके अलावा कोई नया हुनर सीखें, लोगों से मिलें, डांस सीखें, वर्कशॉप में जाएं, क्योंकि ये सभी चीजें एक्टर्स के लिए इंवेस्टमेंट हैं। एक अभिनेता के रूप में ये चीजें आपके करियर ग्राफ में आपकी मदद करती हैं।इसके साथ ही अपने पैसे को अलग-अलग चीजों में निवेश करें और एक टीम बनाएं, जो इसे आपके लिए मैनेज कर सके।
कमाई का दूसरा जरिया होना जरूरी है
-अनिरुद्ध दवे
एक कलाकार का जीवन अनिश्चित होता है। ‘कभी अर्श पर तो कभी फर्श पर’ भले ही आप आर्थिक रूप से बहुत सुरक्षित हों, फिर भी आप अपने जीवन में समय पर भरोसा नहीं कर सकते। कई बार चीजें काम करती है, कई बार नहीं। यह केवल कॉर्पोरेट जगत में ही नहीं बल्कि मनोरंजन उद्योग में भी होता है। कई स्टार्टअप ऐसे हैं, जो शुरू होते ही बंद हो जाते हैं और बड़ी-बड़ी कंपनियां बंद हो जाती हैं। मुझे लगता है कि उतार-चढ़ाव जीवन का हिस्सा हैं। ऐसा नहीं है कि यह ऐसा सिर्फ एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में ही होता है। यहां सिर्फ इतना ही अलग है कि यहां बहुत प्रतिस्पर्धा है। यहां पर भी ऐसे समय आते हैं, जब अच्छी क्वालिटी वाला कंटेंट काम नहीं करता है और ऐसे समय भी होते हैं जब औसत क्वालिटी के कंटेंट चल पड़ते है, तो यह सब समय और भाग्य की बात है। भाग्य भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मुझे लगता है कि आय का दूसरा स्रोत होना बेहद जरूरी है।
मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़ी, तो डरा हुआ था
-करण सिंह छाबड़ा
आज से तकरीबन 4-5 साल पहले 2018 में जब मैंने डेलॉइट से एक तगड़ी सैलरी वाली नौकरी से इस्तीफा दिया था, तो यह सवाल मेरे मन में भी था लेकिन एक सचाई भी है कि यदि आप खुद पर विश्वास करते हैं, तो आपको प्लान बी की जरूरत नहीं है। हकीकत में सभी अभिनेताओं के साथ साथ किसी भी तरह के क्रिएटर्स के लिए बहुत अच्छा समय है, क्योंकि आप केवल एक चैनल पर निर्भर नहीं हैं। पहले सोशल मीडिया नहीं था और आप विशेष चैनलों या प्लेटफॉर्म पर निर्भर थे। लेकिन आज के समय में अगर आपकी फिल्म फ्लॉप है या कहें कि आपका शो नहीं चल रहा है, लेकिन कुछ और काम कर रहा है, जैसे वेब शो बन रहे हैं और अगर आपको लगता है कि वह भी नहीं चल रहा है, तो यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक, स्नैपचैट है। इंस्टाग्राम पर रील्स जैसे स्नैपचैट शॉर्ट्स हैं, जिन्हें स्पॉटलाइट शॉर्ट्स कहा जाता है। अब बहुत सारे विकल्प हैं और यदि आप एक अच्छे कलाकार हैं, तो आपके पास काम की कमी नहीं होगी। अंतर यह है कि जब आप टीवी चैनलों या वेब शो में काम कर रहे होते हैं, तो आपको तुरंत पेमेंट मिल जाता है, लेकिन अगर आप एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनना चाहते हैं, तो यह एक बिजनेस की तरह है। आपको अपना ब्रांड धीरे-धीरे बनाना होता है और फिर आपको रिटर्न मिलना शुरू होता है।