टीबी मरीजों को सहायता राशि देने में सीहोर अव्वल: 100 दिवसीय नि-क्षय अभियान में कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिला सम्मान – Sehore News h3>
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राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल की मौजूदगी में भोपाल के राजभवन में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर सीहोर जिले को 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
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कलेक्टर बालागुरू के., सीएमएचओ डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया और स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सीहोर जिले ने अभियान के दौरान टीबी मरीजों को सबसे अधिक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) भुगतान किया।
टीबी उन्मूलन के लिए लगाया गया विशेष शिविर कार्यक्रम में बताया गया कि यह अभियान राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (National TB Elimination Program) के तहत चलाया गया। इसमें टीबी की समय रहते पहचान, जांच, उपचार और जनजागरूकता के लिए पूरे प्रदेश में विशेष शिविर लगाए गए।
स्वास्थ्य विभाग, स्वैच्छिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों की मदद से लाखों लोगों तक नि:शुल्क जांच, उपचार और परामर्श की सुविधा पहुंचाई गई।
राज्य सरकार ने शुरू किया ‘स्वस्थ यकृत मिशन’ इसी कार्यक्रम के दौरान ‘स्वस्थ यकृत मिशन’ (Liver Health Mission) की भी शुरुआत की गई। यह मिशन हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी लिवर की बीमारियों पर केंद्रित रहेगा।
मिशन के अंतर्गत लिवर से जुड़ी बीमारियों की पहचान, समय पर उपचार और जनजागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इससे गंभीर बीमारियों को समय रहते रोका जा सकेगा।
जनभागीदारी से मजबूत हो रही स्वास्थ्य सेवाएं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को जनभागीदारी आधारित मॉडल के रूप में विकसित कर रही है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और जन-सहयोग से मिले परिणामों की सराहना की।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि टीबी जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए सरकार और समाज दोनों की सक्रिय भूमिका जरूरी है। जनप्रतिनिधियों, स्वैच्छिक संगठनों और स्वास्थ्य कर्मियों के सामूहिक प्रयास से ही लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।