टीटी नगर में पंचकल्याणक महोत्सव की धूम: भक्ति के रंग में रंगे श्रद्धालु, हल्दी-मेहंदी की रस्में संपन्न; महानुष्ठान की तैयारी – Bhopal News h3>
भोपाल स्मार्ट सिटी टी.टी. नगर स्थित कस्तूरबा नगर जिनालय में 15 से 20 फरवरी तक होने वाले “पाषाण से भगवान बनने” के महा अनुष्ठान की पूर्व की क्रियाएं धूमधाम से शुरू हो गई हैं। कस्तूरबा नगर जिनालय में आयोजित हल्दी-मेहंदी कार्यक्रम में अनुष्ठान के प्रमुख
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कार्यक्रम में राजेश्वरी (ऋषभ माता), सारिका-राजेश सोधर्म (इंद्र-इंद्राणी), माया-अमर जैन (कुबेर इंद्र), रंजना-सुनील जैन राजहंस (भरत चक्रवर्ती) सहित सभी प्रमुख पात्रों ने रस्में अदा कीं। इसी दौरान मुनि प्रमाण सागर महाराज 1100 क्वार्टर से नेहरू नगर मंदिर पधारे।
गुरुवर के नाम की महक
हल्दी-मेंहदी की रस्म में प्रमुख पात्रों ने गुरुवर के नाम के साथ रंगों और भक्ति की लहर में खुद को डुबो दिया। आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी सुनील जैनाविन ने बताया कि इस महोत्सव की पूर्व क्रियाओं में समाज में उत्साह और उमंग का वातावरण है। हल्दी-मेंहदी की रस्म में रंगों से वातावरण को सजाया गया, जैसे होली के अवसर पर एक-दूसरे को रंगा जाता है। “मेहंदी लागी रे, लागी गुरुवर नाम की” गीत के साथ सभी ने भक्ति के रंगों में रंगकर एकता का संदेश दिया।
भक्ति नृत्य के साथ उमंग का माहौल
भक्ति नृत्य में प्रमुख पात्रों ने संपूर्ण वातावरण को भक्ति के रंग में रंग दिया। इस अवसर पर राजेश्वरी ऋषभ माता-पिता सारिका राजेश, सोधर्म इंद्र, इंद्राणी माया अमर जैन, कुबेर इंद्र, श्रीमती रंजना-सुनील जैन, भरत चक्रवर्ती सहित अन्य प्रमुख पात्रों ने रस्म अदा की।
मुनि प्रमाण सागर महाराज का संदेश
पारंपरिक रस्मों के बीच मुनि प्रमाण सागर महाराज का आना भी एक अहम हिस्सा था। वे 1100 क्वाटर से नेहरू नगर मंदिर पहुंचे, जहां उनकी अगवानी के बाद धर्म सभा हुई। मुनि श्री ने कहा, “जीवन का लेखा-जोखा करोगे तो ज्यादातर अवसर खोते आए हो। अवसर मिलना पुण्य का प्रताप है और इसका लाभ उठाना जीवन का प्रसाद है।” उनका यह संदेश सभी को गहरे तक प्रभावित करने वाला था।
गोद भराई की रस्म का आनंद
इससे पहले कस्तूरबा नगर जिनालय में भगवान सुपारसनाथ के दर्शन करने के बाद गोद भराई की रस्म की शुरुआत हुई। इस दौरान मंगल गीतों के साथ रस्म अदा की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुनील जैनाविन ने बताया कि इस रस्म के दौरान समाज के सभी लोग श्रद्धापूर्वक शामिल हुए।
इसके साथ ही, भगवान के माता-पिता के रूप में राजेश्वरी ऋषभ जैन और प्रगति की गोद भराई की रस्म का सिलसिला अनवरत जारी है। साथ ही, अन्य मंदिरों में भी गोद भराई की रस्म का आयोजन हुआ, जिसमें चौक हबीबगंज, नेहरू नगर, अभिरुचि जिनालय, सिद्धार्थ लेक सिटी सहित कई मंदिर शामिल हैं।
इस मौके पर केवल चंद्र जैन, शील चंद्र जैन, अंकेश जैन, पी.सी. जैन, देव कुमार गुड़ा, सुधीर जैन, आशीष जैन, डॉ. राजेंद्र जैन, मनीष जैन, विजय कांडया, देवेंद्र जैन और संदीप जैन आदि शामिल रहे।