झुंझुनूं में किसानों के रजिस्ट्रेशन में बना नया रिकॉर्ड: एक दिन सर्वाधिक 14,736 फॉर्मर आईडी बनीं, अब तक बन चुकी है 1,19,740 आईडी – Jhunjhunu News h3>
झुंझुनूं में किसानों के रजिस्ट्रेशन में बना नया रिकॉर्ड
जिले में किसानों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तेज हो गई है। झुंझुनूं ने पूरे प्रदेश में सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन करने का कीर्तिमान स्थापित किया। जिले में एक ही दिन में 14,736 किसानों की फॉर्मर आईडी बनाई गई, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
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जिला प्रशासन के प्रयासों और किसानों की जागरूकता के चलते यह संभव हुआ है। झुंझुनूं जिले में अब तक कुल 1,19,740 किसानों का रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है, जो कि लक्ष्य का 40.66 प्रतिशत है।
रजिस्ट्रेशन में झुंझुनूं अव्वल
राज्य सरकार और भारत सरकार की एग्रीस्टैक योजना के तहत किसानों का डिजिटल डेटाबेस तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत किसान अपनी फॉर्मर आईडी बनवाकर विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। झुंझुनूं ने पूरे प्रदेश में सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन किए, जिससे यह जिला सूची में शीर्ष पर आ गया।
झुंझुनूं जिला लगातार 3 दिन से सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन किए गए थे, जिससे यह साबित होता है कि यहां किसान तेजी से अपनी फॉर्मर आईडी बनवा रहे हैं। झुंझुनूं के अलावा भीलवाड़ा, डूंगरपुर, नागौर, पाली और जयपुर ऐसे जिले रहे, जहां 10,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए।
कलेक्टर रामावतार मीणा के प्रयास लाए रंग
झुंझुनूं के जिला कलेक्टर रामावतार मीणा द्वारा इस अभियान को सफल बनाने के लिए विशेष प्रयास किए गए। उनके निर्देशन में जिले में रजिस्ट्रेशन की गति को तेज किया गया और किसानों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। उनके निर्देशों के बाद झुंझुनूं जिले में किसानों के पंजीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
जिला कलेक्टर मीणा ने किसानों से अधिक से अधिक संख्या में पंजीकरण करवाने की अपील की है ताकि वे केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि “रजिस्ट्रेशन करवाने वाले किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि समेत अन्य सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।”
31 मार्च तक करवाएं रजिस्ट्रेशन, वरना नहीं मिलेगा पीएम किसान निधि का लाभ
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, जिन किसानों का 31 मार्च तक पंजीकरण नहीं होगा, वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के लाभ से वंचित हो जाएंगे। यह योजना किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए चलाई जाती है, जिसके तहत हर साल तीन किस्तों में 6,000 रुपये की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है।
झुंझुनूं उपखंड अधिकारी हवाई सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में अब तक कुल 1,19,740 किसानों का रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है, जो कुल लक्ष्य का 40.66 प्रतिशत है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द अपने दस्तावेजों के साथ नजदीकी ई-मित्र केंद्र, कृषि कार्यालय या संबंधित सरकारी विभाग में जाकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें।
क्यों जरूरी है फॉर्मर आईडी?
फॉर्मर आईडी सरकार द्वारा किसानों के लिए डिजिटल पहचान के रूप में विकसित की जा रही है। इसके कई फायदे हैं—
1. सरकारी योजनाओं का लाभ – फॉर्मर आईडी बनने से किसान पीएम किसान निधि, फसल बीमा योजना, कृषि अनुदान योजनाओं आदि का लाभ उठा सकते हैं।
2. कृषि ऋण और सब्सिडी – पंजीकृत किसानों को बैंक से आसानी से कृषि ऋण और सब्सिडी प्राप्त हो सकेगी।
3. डिजिटल रिकॉर्ड – इससे किसानों की फसल और जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड रहेगा, जिससे सरकारी योजनाओं के तहत उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
4. बीमा और आपदा राहत – प्राकृतिक आपदाओं के समय सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि सीधे पंजीकृत किसानों को दी जाएगी।
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
किसान अपना रजिस्ट्रेशन कराने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज लेकर जाएं—
आधार कार्ड
भू-अभिलेख (खसरा-नक्शा)
बैंक खाता पासबुक
मोबाइल नंबर
पासपोर्ट साइज फोटो