झांसी में किडनेप के बाद पति का मर्डर…पत्नी का दर्द: बोली- मेरे बच्चे अनाथ हुए, हत्यारों को तिल-तिलकर मरना चाहिए, मैं बख्शूंगी नहीं – Jhansi News

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झांसी में किडनेप के बाद पति का मर्डर…पत्नी का दर्द:  बोली- मेरे बच्चे अनाथ हुए, हत्यारों को तिल-तिलकर मरना चाहिए, मैं बख्शूंगी नहीं – Jhansi News
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झांसी में किडनेप के बाद पति का मर्डर…पत्नी का दर्द: बोली- मेरे बच्चे अनाथ हुए, हत्यारों को तिल-तिलकर मरना चाहिए, मैं बख्शूंगी नहीं – Jhansi News

“मेरे सामने बदमाश पति को जबरन कार में डालकर ले गए। 3 दिन बाद उनकी लाश मिली। पूरे शव पर चोट के निशान थे। हाथ टूटा था। पहले उनको बेरहमी से पीटा और फिर गला दबाकर हत्या कर दी।

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मेरी मांग का सिंदूर उड़ज गया और छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए। जिस तरह से पति को मारा है। उसी तरह से हत्यारों को तिल-तिलकर मरना चाहिए। मैं इनको बख्शूंगी नहीं।”

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ये कहते हुए लक्ष्मी जोर-जोर से रोने लगी। उनके पति नंदकिशोर अहिरवार को किडनेप कर हत्या कर दी गई। शनिवार को उनकी लाश मिली है। 4 दिन बाद भी पुलिस बदमाशों का सुराग नहीं ला पाई है। घटना के बाद दैनिक NEWS4SOCIALएप के रिपोर्टर ने मृतक की पत्नी लक्ष्मी से बात की। पढ़िए रिपोर्ट…।

सबसे पहले पूरा घटनाक्रम पढ़िए

ये तस्वीर लक्ष्मी देवी की है। पति की मौत के बाद उनका रो रोकर बुरा हाल है।

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घर के बाहर से उठाकर ले गए थे

मृतक नंदकिशोर अहिरवार (40) रक्सा के राजापुर गांव का रहने वाला था। वह राजमिस्त्री थे। इमलिया गांव में काम चल रहा था। 5 फरवरी की शाम 6:30 बजे वह बाइक से घर लौटे और बाइक अंदर रखने लगे। तभी लाल रंग की कार से तीन-चार बदमाश आए। वे नंदकिशोर को जबरन कार में डालकर ले गए। पत्नी लक्ष्मी ने नंदकिशोर के बड़े भाई बालकिशन, उसके बेटे अजय, छोटू यादव पर शक जताया। उनके खिलाफ केस दर्ज कराया।

3 दिन बाद शनिवार को बबीना टोल से आगे एक व्यक्ति जानवर चरा रहा था। तभी उसे हाईवे किनारे एक लाश नजर आई। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। परिजन सूचना पाकर बबीना सीएचसी पहुंचे तो लाश की पहचान की। नंदकिशोर के गले में गमछा बंधा था। पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। बदमाशों ने गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या की है।

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घर में सोते मिले थे नामजद आरोपी

राजमिस्त्री नंदकिशोर अहिरवार की पत्नी लक्ष्मी ने पुलिस को बताया था कि उसके पति का अपने बड़े भाई से पिछले छह सालों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। बड़ा भाई अपने हिस्से की जमीन बेच चुका था और अब नंदकिशोर की जमीन में से हिस्सा मांग रहा था। महिला ने जेठ बालकिशन, उसके पुत्रों व छोटू यादव पर अपहरण का शक जाहिर किया था। नामजद आरोपियों के घर जब पुलिस ने दबिश दी थी तो वे अपने घरों में सोते हुए पाए गए थे। उनसे पुलिस की पूछताछ जारी है।

पत्नी बोली- मारकर फेकेंगे की धमकी सच निकली

मेडिकल कॉलेज की मॉर्च्युरी में पति का शव देखकर पत्नी लक्ष्मी विलाप करने लगी।

नंदकिशोर की पत्नी लक्ष्मी ने कहा- “पति शाम को काम से लौटे थे। घर के अंदर भी नहीं आ पाए थे कि गेट से बदमाश उनको पकड़कर ले गए और मारकर फेंक दिया। काफी समय से भाइयों के बीच जमीन का विवाद चल रहा है। इसमें छोटू यादव भी शामिल था। वो हमसे लड़ता था और कहता था कि मारकर फेकेंगे और उसने मेरे पति को मारकर फेंक भी दिया। इसमें जेठ, अजय आदि भी शामिल हैं।

इन्होंने मेरे आदमी (पति) को मार डाला। मेरे छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए। अब उनको कौन पालेगा। अब मुझे न्याय मिलना चाहिए। जिस तरीके से मेरे पति को मारा है, उसी तरह से हत्यारों को तिल-तिलकर मरना चाहिए। भरी जवानी में मुझे विधवा बना दिया। मैं इनको बिल्कुल नहीं बख्शूंगी।

5 टीमें हत्यारों की तलाश में जुटी

एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मामले में नामजद आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है। अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस टीमें गठित की हैं। जल्द उन्हें दबोच लिया जाएगा।

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