‘जीतनराम मांझी पाखंडियों का बाप’: पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बोले-CM रहते हुए थे छुआछूत का शिकार; हम नेता ने किया पलटवार – Motihari (East Champaran) News h3>
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पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘ये पाखंडियों का बाप है। जब ये मुख्यमंत्री थे और मंदिर गए, तो उनके जाने के बाद मंदिर को गंगाजल से धुलवाया गया। आज वही व्यक्ति उनके जूठे पत्तल उठ
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इस बयान के बाद से राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। मांझी समर्थकों ने इसे दलित समाज का अपमान बताया है और चंद्रशेखर से माफी की मांग की है। वहीं, विपक्षी दलों ने भी इसे गैर-जिम्मेदाराना और समाज को बांटने वाला बयान करार दिया है।
नरकटिया विधानसभा क्षेत्र के छौड़ादानों में सोमवार को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजित किया गया था। इसमें चंद्रशेखर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक और पूर्व मंत्री डॉ.शमीम अहमद भी मौजूद थे।
मांझी का हाथ में फोटो लिए चंद्रशेखर ने दिया विवादित बयान।
मांझी को बताया ‘पाखंडियों का बाप’
चंद्रशेखर ने जीतन राम मांझी की तस्वीर को मंच से दिखाते हुए कहा, ‘अगर वो कहें कि हम भी अंबेडकर के दीवाने हैं तो समझिए नहीं… ये पाखंडियों का बाप है। इसलिए कहा जाता है कि जो जाति अपने पुरखों का इतिहास न जानता हो वो पुरखों का अपमान का बदला नहीं ले सकता है। इसलिए ये काम हम अपने बच्चों को समझाएं कि तुम्हारे पुरखे आज भी अपमानित हैं।
CM रहते हुए भी छुआछूत का शिकार हुए थे मांझी
बता दें कि जीतन राम मांझी जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने यह कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए भी छुआछूत का शिकार होना पड़ा था। इसका एहसास उस समय हुआ जब एक मंदिर में पूजा करने के बाद लोगों ने मंदिर परिसर और मूर्ति को धो दिया। उस घर को भी धो दिया गया जहां वो कुछ वक्त के लिए ठहरे थे। इसी से जोड़कर चंद्रशेखर ने ये बयान दिया है।
इस बयान पर हम पार्टी के नेता ने पलटवार किया
RJD नेता पूर्व मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के विवादित बयान पर हम पार्टी के मुख्य प्रवक्ता विजय यादव ने पलटवार किया है। विजय यादव ने कहा, ‘प्रोफेसर चंद्रशेखर को तो शर्म आनी चाहिए। अपने पिता जैसे नेताओं पर वह इस तरह का बयान देते हैं। चंद्रशेखर ने दलित का अपमान किया है। केंद्र में जीतनराम मांझी एक मंत्री के तौर पर नहीं बल्कि एक दलित नेता के तौर पर काम कर रहे हैं। उन पर इस तरह विवादित बयान देना उचित नहीं है।
हम पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि जब बिहार में शिक्षा मंत्री थे तो इनसे बड़ा पाखंडी कोई था ही नहीं। वह हिंदू धर्म के किताबों पर जिस तरह से सवाल खड़ा कर रहे थे, इससे साफ पता चलता है कि उनके पार्टी के जो बड़े नेता हैं, उनसे बड़ा पाखंडी कोई था ही नहीं है।
‘मांझी आग हैं, छूने की कोशिश करोगे तो जल जाओगे’
हम’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने कहा कि जीतनराम मांझी पर पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान घोर आपत्तिजनक है। वो होश में रहें नहीं तो बाबा साहब के लोगों के बीच जाने लायक नहीं रहेंगे। जीतन राम मांझी आग हैं, छूने की कोशिश करोगे तो जल जाओगे। खाल उधेड़ लिए जाएंगे। तुरंत सार्वजनिक आकर माफी मांगों नहीं तो राजनीति की दुकान बंद करा देंगे।