जिसने दिया जन्म,उससे नहीं लिया गया पहचान पत्र: टॉयलेट में बच्ची को ठूंसने मामले में स्वास्थ्यकर्मियों की मिलीभगत, डिलवरी की सुबह गायब मिले दंपती – Jamui News h3>
जमुई सदर अस्पताल में बुधवार को टॉयलेट सीट के होल में ठूंसे मिले नवजात मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। GNM ने खुलासा किया कि अस्पताल में जब प्रसूता आई तो उससे पहचान में सिर्फ नाम और घर की जानकारी ली गई। प्रसूता और उसके पति से ना तो आधार कार्ड लिया
.
GNM ने बताया, ‘4 फरवरी शाम 7 बजे अस्पताल में एक प्रसूता आई। स्वास्थ्यकर्मियों की मिली भगत से बिना आधार और मोबाइल नंबर लिए उसे प्रसव वॉर्ड में भर्ती कराया दिया गया। रात 8.20 बजे उसने लड़की को जन्म दिया।
इसके बाद एक नर्स से उसके पति से कहा, ‘आपको लड़की हुई है। आप अपना आधार कार्ड दिखाइए तो आपके अकाउंट में 2000 रुपए उपहार राशि ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। लेकिन उसके पति ने नाराज होते हुए कहा, मुझे कोई पैसे नहीं चाहिए। बुधवार सुबह जब प्रसव वार्ड गए तो देखा कि न तो उस बेड पर महिला थी और न ही उसका पति कहीं अस्पताल में दिखा।’ GNM के इस बात से साफ हो गया कि वो नवजात लड़की सदर अस्पताल में ही जन्म ली थी।
GNM ने आगे बताया, ‘लगभग आधे घंटे बाद हमें जानकारी मिली की अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने स्थित टॉयलेट में दो पैर नजर आए हैं। इसके बाद जब टॉयलेट साफ किया गया तो पता चला की उसमें एक नवजात लड़की का सिर फंसा है।’
प्रसव वॉर्ड में बिना पहचान पत्र के नहीं मिलती है एंट्री
इस मामले के तह तक पहुंचने के लिए NEWS4SOCIALकी टीम बुधवार की शाम सदर अस्पताल पहुंची। वहां, 3-4 GNM से बात कर कई जानकारी जुटाई। इस दौरान पता चला कि जो भी प्रसूता यहां डिलीवरी के लिए आती हैं, उनसे ड्यूटी में तैनात कर्मी आधारकार्ड और मोबाइल नंबर लेते हैं। इसके बाद ही उन्हें प्रसव वॉर्ड जाने दिया जाता है।
6 में से एक महिला से नहीं लिया गया आधार कार्ड
4 फरवरी को प्रसव के लिए 6 प्रेग्नेंट लेडी पहुंची। इन 6 प्रसूता ने बुधवार को ही नवजात को जन्म दिया था। इसमें से 4 लड़का और 2 लड़की हुई थी। बड़ी बात यह है कि 6 में से पांच महिलाओं और उनके पति के पहचान पत्र लिए गए थे, लेकिन एक प्रसूता के परिजन से सिर्फ नाम और पता लिया गया था।
इस पर्ची में लिखा है प्रसूता का डिटेल्स।
NEWS4SOCIALटीम के पास उन 6 प्रसूता का पर्ची भी मौजूद है। इसमें बरहट प्रखंड के तेतरिया गांव की रहने वाली महिला सोनाली कुमारी ने बुधवार की रात बेटी को जन्म दिया था। इसका मोबाइल नंबर सहित आधारकार्ड और अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन लखीसराय के हलसी थाना अंतर्गत बंडोल गांव की रहने वाली प्रसूता संजू देवी पति सोनी मांझी का कोई पेपर उपलब्ध नहीं थे।
सदर अस्पताल के इसी बाथरूम में नवजात को फेंका गया था।
गुरुवार को NEWS4SOCIALकी टीम लखीसराय के तेतरिया गांव तक पहुंची। वहां, पता चला कि महिला और उसका पति घर पर नहीं है।
अस्पताल प्रबंधक कुछ भी बोलने से बच रहे
वहीं, इस घटना को हुए 2 दिन बीत गए हैं। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन परिसर में लगाए गए 12 से ज्यादा CCTV को खंगाल नहीं पा रही है। वो इस घटना पर लीपापोती करने में जुटी है।इस मामले में अस्पताल प्रबंधक रमेश पांडेय ने बताया कि अभी पूरे मामले की जांच की जा रही है। जब तक जांच कर मामला क्लियर नहीं हो जाता कुछ भी बोलना मुश्किल है। जानकारी मिलते ही आपलोगों को सूचना दी जाएगी।