जिले में मात्र 250 आरटीपीसीआर किट, एंटीजन एक भी नहीं
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हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव
-आरटीपीसीआर किट नहीं होने से कोरोना जांच में बाधा आ
-बीएमएसआईसीएल को जिले से भेजी गई 10 हजार किट की मांग
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता।
सूबे में कोरोना जांच के लिए एंटीजन और आरटीपीसीआर किट की किल्लत हो गई है। मुजफ्फरपुर जिले में 250 आरटीपीसीआर किट ही बची है और एंटीजन किट एक भी नहीं है। आरटीपीसीआर किट नहीं होने से कोरोना जांच में बाधा आ रही है। जांच किट कम होने पर जिले से बीएमएसआईसीएल को दस हजार आरटीपीसीआर किट की मांग भेजी गई है। बीएमएसआईसीएल के जीएम प्रॉक्यूरमेंट रविंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जेम पोर्टल से किट की खरीदारी के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य स्वास्थ्य समिति को भी इसकी सूचना दे दी गई है।
एसकेएमसीएच में 100 सैंपल की जांच भी नहीं
किट नहीं होने से एसकेएमसीएच में 100 सैंपल की जांच भी नहीं हो रही है। एसकेएमसीएच में 1 जनवरी को 96 और दो जनवरी को 60 सैंपल की जांच की गई। पूरे जिले में भी कोरोना जांच पर बुरा असर पड़ा है। दो जनवरी को जिले में 256 लोगों की ही कोरोना जांच की गई। 1 जनवरी को 125 लोगों की कोरोना जांच की गई थी। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार जल्द कोरोना किट जिले को नहीं मिला तो यहां जांच बंद हो सकती है।
जिले में मिल चुका है कोरोना का एक मरीज
मुजफ्फरपुर जिले में एक कोरोना का मरीज मिल चुका है। इस मरीज के मिलने के बाद भी जांच में तेजी नहीं है। किट की कमी होने से स्टेशन और दूसरे सार्वजनिक जगहों पर कोरोना जांच नहीं हो रही है। जिले में मिला कोरोना का मरीज मुरौल का रहने वाला है और उसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाये गये। मुरौल सीएचसी में ओपीडी जांच के दौरान उसका सैंपल लिया गया था, जिसमें वह संक्रमित पाया गया।
48 हजार कोरोना जांच किट रीलिज का पत्र, लेकिन मिली नहीं
कोरोना को देखते हुए पिछले हफ्ते 48 हजार कोरोना जांच किट रीलिज करने का पत्र स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किया गया था। इसमें कोरोना किट के लिए कुछ जिलों को एक जोन बनाया गया था। इस जोन को किट पहुंचाया जाना था ताकि वह दूसरे जिलों को आपूर्ति कर सके। मुजफ्फरपुर जिले को 13 हजार आरटीपीसीआर किट मिलने थे। इस किट से उसे दरभंगा, मधुबनी, पश्चिम चंपारण जिलों को किट दिये जाने थे। उस समय तक जिले में 17 हजार आरटीपीसीआर किट थे, लेकिन पटना से 13 हजार किट नहीं आई और जिले में रखी 17 हजार किट से ही दूसरे जिलों को किट बांट दिये गये।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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-आरटीपीसीआर किट नहीं होने से कोरोना जांच में बाधा आ
-बीएमएसआईसीएल को जिले से भेजी गई 10 हजार किट की मांग
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता।
सूबे में कोरोना जांच के लिए एंटीजन और आरटीपीसीआर किट की किल्लत हो गई है। मुजफ्फरपुर जिले में 250 आरटीपीसीआर किट ही बची है और एंटीजन किट एक भी नहीं है। आरटीपीसीआर किट नहीं होने से कोरोना जांच में बाधा आ रही है। जांच किट कम होने पर जिले से बीएमएसआईसीएल को दस हजार आरटीपीसीआर किट की मांग भेजी गई है। बीएमएसआईसीएल के जीएम प्रॉक्यूरमेंट रविंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जेम पोर्टल से किट की खरीदारी के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य स्वास्थ्य समिति को भी इसकी सूचना दे दी गई है।
एसकेएमसीएच में 100 सैंपल की जांच भी नहीं
किट नहीं होने से एसकेएमसीएच में 100 सैंपल की जांच भी नहीं हो रही है। एसकेएमसीएच में 1 जनवरी को 96 और दो जनवरी को 60 सैंपल की जांच की गई। पूरे जिले में भी कोरोना जांच पर बुरा असर पड़ा है। दो जनवरी को जिले में 256 लोगों की ही कोरोना जांच की गई। 1 जनवरी को 125 लोगों की कोरोना जांच की गई थी। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार जल्द कोरोना किट जिले को नहीं मिला तो यहां जांच बंद हो सकती है।
जिले में मिल चुका है कोरोना का एक मरीज
मुजफ्फरपुर जिले में एक कोरोना का मरीज मिल चुका है। इस मरीज के मिलने के बाद भी जांच में तेजी नहीं है। किट की कमी होने से स्टेशन और दूसरे सार्वजनिक जगहों पर कोरोना जांच नहीं हो रही है। जिले में मिला कोरोना का मरीज मुरौल का रहने वाला है और उसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाये गये। मुरौल सीएचसी में ओपीडी जांच के दौरान उसका सैंपल लिया गया था, जिसमें वह संक्रमित पाया गया।
48 हजार कोरोना जांच किट रीलिज का पत्र, लेकिन मिली नहीं
कोरोना को देखते हुए पिछले हफ्ते 48 हजार कोरोना जांच किट रीलिज करने का पत्र स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किया गया था। इसमें कोरोना किट के लिए कुछ जिलों को एक जोन बनाया गया था। इस जोन को किट पहुंचाया जाना था ताकि वह दूसरे जिलों को आपूर्ति कर सके। मुजफ्फरपुर जिले को 13 हजार आरटीपीसीआर किट मिलने थे। इस किट से उसे दरभंगा, मधुबनी, पश्चिम चंपारण जिलों को किट दिये जाने थे। उस समय तक जिले में 17 हजार आरटीपीसीआर किट थे, लेकिन पटना से 13 हजार किट नहीं आई और जिले में रखी 17 हजार किट से ही दूसरे जिलों को किट बांट दिये गये।
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